बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर जानिए नरगिस दत्त से जुड़ी कुछ ख़ास बातें

6/1/2018 10:47:13 AM

मुंबई: बाॅलीवुड एक्ट्रेस नरगिस अगर आज हमारे बीच होती तो 86 साल की होती, दरअसल, आज उनकी बर्थ एनिवर्सरी है। नरगिस का असली नाम फातिमा रशीद है। इन्होंने बाॅलीवुड में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरूआत की थी। इनकी पहली फिल्म 1935 में 'तलाश-ए-हक' थी। केवल 28 साल की उम्र नरगिस ने हिंदी सिनेमा की एक यादगार फिल्म 'मदर इंडिया' में मां का रोल निभाया था।

 

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इसमें उनका नाम राधा था। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान सैट पर आग लग गई थी। इस भयंकर आग से नरगिस की जान सुनील दत्त ने ही बचाई थी जिसके बाद दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया था। दिलचस्प बात ये है कि 'मदर इंडिया' फिल्म में सुनील दत्त नरगिस के बेटे बने थे।

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सुनील से शादी करने से पहले नरगिस राज कपूर को डेट कर रही थीं। राज कपूर पहले से ही शादीशुदा थे जिसके बाद नरगिस राज कपूर से अलग हो गई थी। ईश्वर देसाई द्वारा लिखी किताब 'डॉर्लिंगजीः द ट्रू लव स्टोरी ऑफ नरगिस एंड सुनील दत्त' में नरगिस कहती हैं कि राज कपूर से अलग होने के बाद वो आत्महत्या करने के बारे में सोचने लगी थीं।

 

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सुनील की जिंदगी में आते ही उन्होंने खुद को संभाला और डिप्रेशन से बाहर निकल पाईं। शादी के बाद बच्चों की देखभाल करने के लिए नरगिस ने बॉलीवुड से किनारा कर लिया था। एक वक्त ऐसा भी आ गया था कि अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए नरगिस को जमापूजीं तक खर्च करने की नौबत आ गई थी, जिसकी वजह सुनील दत्त की फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर लगातार फ्लॉप होना था।

 

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नरगिस एक टॉम बॉय थीं और उन्हें स्वीमिंग और क्रिकेट का बेहद शौक था। इस बारे में उनकी बेटी नम्रता कई बार मीडिया के सामने कह चुकी हैं। जब कैंसर के इलाज के लिए नरगिस विदेश जा रही थीं उस वक्त उन्हें सबसे ज्यादा संजय दत्त की फिक्र थी। जिसके चलते उन्होंने एक खत भी लिखा था जिसमें कहा था इस बात का खास ध्यान रखना कि संजय फिर से बुरी संगत में न पड़े। नरगिस का निधन 2 मई 1981 को मुंबई में हुआ था। उनकी याद में 1982 में नरगिस दत्त मेमोरियल कैंसर फाउंडेशन बना।

  

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बता दें कि 1940 से 1960 के दशक में नरगिस को बॉलीवुड की मोस्ट फेवरेट एक्ट्रेस भी कहा जाने लगा था। 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार ने उन्हें राज्यसभा सदस्य भी बनाया। नरगिस को 1958 में पदम श्री पुरस्कार से भी सम्मनित किया गया था।

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