सुपरहिट फिल्में देने के बाद ओशो के रजनीशपुरम में माली थे विनोद खन्ना, बर्थडे पर जानें कुछ अनसुनी बात

10/5/2019 2:53:53 PM

मुंबई:- बॉलीवुड के वर्सटाइल दिवंगत सुपरस्टार विनोद खन्ना की 6 अक्टूबर को 73वीं बर्थ एनिवर्सी है। विनोद का नाम इंडस्ट्री के उन स्टार्स में  गिना जाता है जिन्होंने बॉलिवुड में अपने करियर की शुरुआत एक विलेन के रूप में की थी। विनोद 'गद्दार', 'अमर अकबर एंथनी', 'जाने-अंजाने', 'जुर्म' और कई अन्य सुपरहिट फिल्मों में पुलिस की भूमिका में नजर आए थे। कैंसर से पीड़ित होने से पहले वह अप्रैल 2017 में बॉलीवुड फिल्मों में सक्रिय रहे। उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको इसी वर्सटाइल एक्टर की लाइफ से जुड़ी कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे हैंं, जो आपने शायद अपने नहीं सुनी होगी। आइए डालते हैं एक्टर की लाइफ से जुड़ी बातों पर एक नजर....

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1.सलमान खान की फेमस फिल्म 'दबंग' और इसके सीक्वल में विनोद खन्ना ने चुलबुल पांडे के पिता प्रजापति पांडे की भूमिका निभाई थी। उनकी मृत्यु के बाद, उनके भाई प्रमोद खन्ना ने दिवंगत अभिनेता के साथ उनकी समानता के कारण 'दबंग 3' में उनके स्थान पर काम किया है। 

2. फिल्में छोड़ने के बाद विनोद ने ओशो के रजनीशपुरम में माली का काम किया था। इस बात का खुलासा खुद विनोद ने एक इंटरव्यू में किया था। उन्होंने कहा- 'मैं  ओशो का माली था, मैंने शौचालय की सफाई की, मैंने बर्तन साफ ​​किए और उनके कपड़े भी पहने क्योंकि हम शारीरिक रूप से एक ही कद के थे।'

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3.विनोद लोगों में "अपनी मर्सिडीज बेचने वाले भिक्षु" के रूप में फेमस थे। इतना ही नहीं वह 'स्वामी विनोद भारती' के नाम से भी जाने जाते थे। उनका ये नाम के आध्यात्मिक यात्रा शुरू करने के बाद पड़ा।

4. विनोद ने 1968 में एक्टर सुनील दत्त के साथ फिल्म 'मन का मीत' से डेब्यू किया था। उस समय बॉलीवुड के नामी सितारे अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र जैसे बड़े कलाकारों के साथ बॉलीवुड में स्टारडम पाने से पहले एक 'डकैत' के रूप में प्रसिद्धि पाई थी।

5.जब विनोद के करियर ने ऊंची उड़न भर ली थी, तभी उन्होंने फिल्मों से नाता तोड़ कर आध्यात्मिक संतुष्टि की तलाश शुरू कर दी,  जो उन्हें ओशो के पास ले गई।

6. विनोद ने राजनीती में कदम रखा और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। जिसके बाद वे पंजाब के गुरदासपुर सीट से दो बार 'MP' रहे। बता दें कि इन दिनों गुरदासपुर के सांसद एक्टर सनी देओल हैं, जिन्होंने इसी साल लोकसभा चुनाव लड़ा।

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7.साल 2002 में विनोद को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार की कैबिनेट में संस्कृति और पर्यटन मंत्री के रूप में शामिल किया गया था। बाद में, उन्हें विदेश राज्य मंत्री के रूप में भी नियुक्त किया गया।

8 खबरों की मानें तो साल 1980 में आई फिल्म 'कुर्बानी' में पहले अमिताभ बच्चन को साइन किया गया था लेकिन बिग बी ने इसे मना कर दिया जिसके बाद इस फिल्म में विनोद खन्ना को साइन किया गया। ये फिल्म बाद में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में गिनी गई। 

9. विनोद खन्ना ने साल 1971 से 1982 के बीच में 'एक और एक ग्याराह', 'हेरा फेरी', 'खून पसीना', 'अमर अकबर एंथनी', 'जमीर, परवरिश' और ' मुकद्दर का सिकंदर' जैसी 47 मल्टी हीरो फिल्मों में लगातार काम किया।

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10.आध्यात्मिक ब्रेक समाप्त करने के बाद जब एक्टर भारत लौटे, तो उन्हें पुणे में ओशो के आश्रम को चलाने का ऑफर मिला। इस बारे में बात करते विवोद काफी भावुक हुए थे। उन्होंने कहा था-'मैं बॉलीवुड में वापस चला गया। फिल्मों में वापसी करना आसान था। मैंने अमेरिका में अपने गुरु को छोड़ दिया, जो मेरे लिए लगभग असंभव-सा निर्णय था, मैं ओशो से जुड़ा था।  उन्होंने मुझसे पुणे आश्रम को चलाने के लिए कहा, लेकिन मैंने मना कर दिया। यह मेरे जीवन का कहा गया सबसे कठिन ना था।'


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Smita Sharma


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