अफगानिस्तान में फंसे नूपुर अलंकार के बहनोई, एक्ट्रेस बोलीं ''17 अगस्त को उनसे आखिरी बार बात हुई थी, लेकिन अब संपर्क नहीं हो पा रहा ''
8/19/2021 5:32:49 PM
बॉलीवुड तड़का टीम. तालिबान-अफगानिस्तान युद्ध पर इस वक्त पूरी दुनिया भर की नजरें हैं। तालिबान ने अफगानिस्तान पर अपना कब्जा जमा लिया है, जिसके बाद वहां लगातार हमले हो रहे है। अफगानिस्तानी तालिबानियों के हमले से बचने के लिए इधर-उधर भाग रहे है। हालांकि कई भारतीय वहां से सुरक्षित इंडिया लौट चुके हैं। वहीं कई अभी भी वहां फंसे हुए हैं। इन लोगों के बीच एक्ट्रेस नूपुर अलंकार के बहनोई कौशल अग्रवाल भी अफगानिस्तान के कंधार शहर में फंसे हुए हैं। हाल ही में एक्ट्रेस ने मीडिया से बातचीत में इस पर चिंता जताई है।
नूपुर अलंकार ने मीडिया को बताया कि उनकी अपने बहनोई कौशल अग्रवाल से आखिरी बार 17 अगस्त को बात हुई थी, लेकिन अब उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। उनसे इंडियन एंबेसी से ईमेल के जरिए संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।
नूपुर अलंकार ने बताया, "मेरी छोटी बहन जिज्ञासा अपने पति के लिए बहुत परेशान है, वो घबरा गई है। हम सभी परिवार वाले उन्हें हिम्मत देने की कोशिश कर रहे हैं। हमें यकीन है कि कौशल जहां कहीं भी होगा सुरक्षित होगा। हम बस उनके सिर्फ एक फोन कॉल का इंतजार कर रहे हैं। अफगानिस्तान की हालत बहुत खराब है, मेरे बहनोई वहां फंस गए है। हमने इस मामले में जांच करने की गुहार लगाई है।"
नूपुर अलंकार ने आगे कहा, "17 अगस्त की शाम हमारी कौशल से वीडियो कॉल पर बात हुई थी। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया था कि वे अपने ऑफिस की खिड़की के जरिए तालिबान और अफगानी मिलिट्री के बीच झड़प को देख रहे थे। हालांकि, उसने कहा था कि वो सुरक्षित है, लेकिन अब जब उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा तो बहुत घबराहट हो रही है।"
नुपूर ने बताया कि "लॉकडाउन के बीच कौशल को काबुल से अंजीर और खजूर के सिलसिले में काम मिला था। हम शुरूआत से ही उन्हें काबुल जाने के लिए मना कर रहे थे, क्योंकि वो जगह सेफ नहीं है, लेकिन कौशल नहीं माने। भारत में लॉकडाउन की वजह से उनके काम में थोड़ी रुकावट आ गई थी और इसलिए जब उन्हें काबुल से ऑफर आया, तो उन्होंने उसके लिए तुरंत हामी भर दी थी। 16 जुलाई को वे काबुल पहुंचे और वहां से वे कंधार चले गए। 15 अगस्त को वे भारत लौटने वाले थे, लेकिन इसी बीच तालिबान के लोगों ने पूरी जगह घेर ली। हम सब बस उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द किसी भी तरह हम कौशल से संपर्क कर पाएं।"