कंगना रनौत पर भड़की मुंबई की मेयर,बोलीं- ''दो टके के लोग अदालत को राजनीति का अखाड़ा बनाना चाहते हैं''
11/28/2020 9:14:56 AM
मुंबई: बाॅम्बे हाई कोर्ट नें शुक्रवार को बाॅलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत की याचिका पर सुनवाई की। उन्होंने कंगना के पक्ष में फैसला सुनाया और बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को बड़ा झटका दिया। मुंबई हाइकोर्ट का फैसला कंगना के पक्ष में आने पर मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर भड़क गईं।
उन्होंने कहा कि शिवसेना शासित बीएमसी कंगना के बंगले में तोड़फोड़ के मामले में अगला कोई कदम तय करने से पहले उच्च न्यायालय के फैसले का अध्ययन करेगी। इतना ही नहीं उन्होंने कंगना के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग भी किया है।
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा- 'हम लोग भी हैरान हुए हैं एक नॉटी (इस शब्द का अर्थ संजय राउत के लिए हरामखोर है) जो रहती हिमाचल प्रदेश में है और हमारी मुंबई को पीओके कहती हैं। फिर उसके खिलाफ शिकायतें होती हैं।जो दो टके के लोग अदालत को भी राजनीति का अखाड़ा बनाना चाहते हैं वो गलत हैं। क्योंकि ये मामला बदले का नहीं है। उन्हें सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया। कोर्ट ने जो फैसला किया है उसका अध्ययन करेंगे।'
#WATCH: Everyone is surprised that an actress who lives in Himachal, comes here & calls our Mumbai PoK... such 'do takke ke log' want to make Courts arena for political rivalry, it's wrong: Mumbai Mayor Kishori Pednekar on Bombay HC setting aside BMC notices to Kangana Ranaut https://t.co/DZi7GVeFI2 pic.twitter.com/UPlLvygIxI
— ANI (@ANI) November 27, 2020
बीएमसी मेयर का कहना है किवो कंगना को जानती तक नहीं हैं और उन्होंने कभी कंगना की फिल्में नहीं देखीं। उन्होंने बीएमसी की कार्रवाई को बदले की कार्रवाई’होने से नकारा। उन्होंने कहा-'कार्रवाई इसलिए हुई है क्योंकि कार्रवाई लायक कुछ था। मैं व्यक्तिगत रूप से यह भी नहीं जानती कि वह कौन थी। मैंने उसकी फिल्में कभी नहीं देखीं, क्योंकि समय नहीं है।'
उन्होंने आगे कहा कि मुंबई नगर निगम अधिनियम की धारा 354 ए के संबंध में उच्च न्यायालय द्वारा अतीत में दिए गये आदेशों को भी देखा जाएगा। धारा 354 ए नगर निकाय एवं उसके अधिकारियों को कोई भी अवैध निर्माण रोकने का अधिकार प्रदान करती है।