इस औरत की वजह से शुरू हुआ #metoo, जिसने हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक मचाई सनसनी

12/25/2018 4:21:13 PM

मुंबई: पिछले कुछ समय से बॉलीवुड इंडस्ट्री में #metoo का काफी दौर चल रहा है और इसके लपेटे में कई हस्तियों के नाम भी सामने आए। ये एक एेसा अंदोलन था, जिसमें देशभर के कोने-कोने से आरोपियों के नाम सामने आए। बॉलीवुड में सबसे पहले एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने इस अंदोलन की शुरुआत की। तनुश्री ने नाना पाटेकर पर कई आरोप लगाए। तनुश्री ने 25 सितंबर 2018 को एक इंटरव्यू में कहा कि 2008 में फिल्म ‘हॉर्न ओके प्लीज़’ के सेट पर एक गाने की शूटिंग के दौरान नाना ने उनको गलत तरीके से छूने की कोशिश की और कोरियोग्राफर के साथ मिलकर गाने में कुछ इंटीमेट डांस स्टेप डलवाए। लेकिन क्या आप जानते है कि #metoo की शुरूआत कब, कहां से अौर कैसे हुई? 

 

PunjabKesari

 

#metoo की शुरूआत

 

असल में #metoo की शुरूआत तब हुई जब एक वकील महिला ने एक लड़के पर यौन उतपीड़न के आरोप लगाए। इस औरत का नाम है तराना बर्क। तराना लड़कियों और महिलाओं के हक के लिए लड़ने वाली वकील के साथ-साथ एक्टिविस्ट भी हैं। तराना ने दक्षिण अफ्रीका में 2006 में 'माई स्पेस सोशल नेटवर्क' से इस आंदोलन की शुरुआत की थी। वो इस आंदोलन के जरिए छोटी उम्र की अश्वेत (ब्लैक) महिलाओं को न्याय दिलवाना चाहती थीं। उस दौर में मायस्पेस नाम का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्टिव था। तराना ने उसी प्लेटफॉर्म पर ये हैशटैग उन महिलाओं को एकजुट करने के लिए बनाया। इसके अलावा तराना ने कहा कि ये 'मोमेंट नहीं मुवमेंट है'। 

 

PunjabKesari


तराना ने एक अखबार को बताया था कि जब वो 6 साल की थीं, तो उनके पड़ोस में रहने वाले एक लड़के ने उनके साथ छेड़छाड़ की थी। इसके बाद जब वह बड़ी हुई तो उनके साथ बलात्कार हुआ था। इन्हीं वजहों से तराना को पता था कि एेसी घटनाओं का किसी भी महिला पर कैसा असर पड़ता है। उनका मानना है कि अश्वेत (ब्लैक) महिलाओं के खिलाफ उनके देश में बहुत अमानवीय व्यवहार आज भी होते हैं। इसीलिए उन्होंने ऐसी लड़कियों और महिलाओं को इस सदमे से उभारने की दिशा में मदद शुरू की। तराना की तरह ही देश की कई महिलाएं एेसी छेड़छाड़ का शिकार हो चुकी हैं। 

 

PunjabKesari


इस घटना से बना #metoo शब्द


एक कैंप में तराना बर्क लोगों से मिलने गई थीं, जहां उन्हें एक नन्हीं सी लड़की मिली। इस लड़की का नाम हेवन था। इस दौरान हेवन का व्यवहार तराना को काफी अजीब लगा। एेसे में जब तराना ने बच्ची से बात की तो उन्हें पता लगा कि बच्ची की मां का बॉयफ्रेंड उसका यौन उत्पीड़न कर रहा था। इस घटना और दर्द ने तराना को तोड़ दिया। इस बात को सुनकर उनके जेहन में दो ही शब्द उभरे, ‘मैं भी’, ‘मी टू’। बस यहीं से उन्होंने सोशल मीडिया पर एक हैशटैग बनाया और अपने काम में जुट गईं। 

 

 

2017 में जब एक्ट्रेस एलिसा मिलानो ने पहली बार #metoo का प्रयोग किया था तो लोग उन्हें इस हैशटैग की आविष्कारक मानने लगे। लेकिन ऐसे में तराना ने खुद अपना एक पुराना वीडियो ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने इस शब्द का प्रयोग एलिसा से कई साल पहले किया था। ऐसा उन्होंने किसी आपसी लड़ाई के लिए नहीं बल्कि इसलिए किया था ताकि लोगों को इसके पीछे की मेहनत भी नजर आए।

 

PunjabKesari

 

इस डायरेक्टर पर लगे सबसे ज्यादा आरोप

 

अक्टूबर 2017 में #metoo ने हॉलीवुड में तब जोर पकड़ा जब हॉलीवुड के सबसे बड़े प्रोड्यूसर हार्वे वाइन्सटीन के खिलाफ 100 से ज्यादा महिलाओं ने आरोप लगाए। सबसे पहले एक्ट्रेस एलिसा मिलानो ने साल 2017 में मीटू के माध्यम से हार्वे पर यौन उतपीड़न का आरोप लगाया था। एलिसा के बाद ही 100 से ज्यादा महिलाओं ने हार्वे के खिलाफ अावाज उठाई। इनमें से एक एक्ट्रेस एंजेलिना जोली और ग्वेनेथ पाल्ट्रो भी शामिल थी। एंजेलिना ने वाइन्सटीन के साथ काम करने के अपने अनुभव को काफी खराब बताया और उनके साथ कभी काम नहीं किया।

 

वहीं ग्वेनेथ पाल्ट्रो ने हार्वे पर इल्जाम लगाते हुए कहा था कि वीनस्टीन ने उनका यौन उत्पीड़न करने की कोशिश तब की जब उन्होंने 'एम्मा' और 'शेक्सपियर इन लव' फिल्म को साइन कर लिया था। इतना ही नहीं पाल्ट्रो ने बताया कि एक बार वीनस्टीन ने उन्हें होटल के कमरे में मसाज करने के लिए भी बुलाया था। बता दें कि निर्माता वीनस्टीन के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में ग्वेनेथ पाल्ट्रो ने #metoo अभियान के तहत अहम भूमिका निभाई थी। वह उन 100 शोषित महिलाओं में से एक है। जिन्होंने वीनस्टीन के खिलाफ यौन उत्पीड़न के खुलासे किए थे। 

 

PunjabKesari


ग्वेनेथ पाल्ट्रो ने बताया कि 'अगर ब्रैड पिट हॉलीवुड सिनेमा की बड़ी शख्सियत ना होते तो मैं भी हार्वे वीनस्टीन का शिकार हो जाती हैं। मैं ब्रैड की बहुत शुक्रगुजार हूं क्योंकि उन्होंने मेरी रक्षा की। इसके पीछे उनका मशहूर होना मेरे काम आया। मैं ब्रैड का दिल से धन्यवाद करती हूं क्योंकि उन्होंने मेरा साथ उस समय दिया जब मेरे साथ कोई नहीं था और मैं काफी डरी हुई थी।'

 

इस बात का नतीजा यह निकला कि वाइंसटीन की गिरफ्तारी हुई और अपने व्यवहार के लिए उसे दो महिलाओं से माफी भी मांगनी पड़ी। इन आरोपों की वजह से हार्वे को 25 साल तक की जेल हो सकती थी। बाद में पुलिस के समक्ष जा कर उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया था। हालांकि इन सब के बाद उन्हें कोर्ट से 10 लाख डॉलर की जमानत पर रिहा कर दिया गया था। बता दें हॉलीवुड में एंजेलिना जोली से लेकर कई जानी-मानी महिलाओं ने हार्वे पर आरोप लगाए थे, जिसके बाद #metoo कैंपेन के जरिए कई दूसरी महिलाओं ने अपनी बात सोशल मीडिया पर रखी थी। इस कैंपेन ने दुनिया भर में तहलका मचा दिया था। 

 

PunjabKesari


अमेरिकी प्रेसिडेंट का भी आ चुका है नाम

 


इस कैंपेन के तहत अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप पर जेसिका, समांथा हाल्वे और रैकल कूम्स नामक महिलाएं आरोप लगा चुकी हैं। हालांकि बाद में डोनाल्ड ट्रंप ने इन आरोपों का खंडन भी किया था।

 

मीटू अभियान के चलते नहीं मिला साहित्य का नोबेल


#MeToo कैंपेन की छाया स्वीडिश एकेडमी पर भी पड़ी। स्वीडिश एकेडमी ने इस साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार किसी को भी नहीं दिया। स्वीडिश एकेडमी के इस कदम को सोच में बदलाव के तौर पर देखा गया। 

 

साल 2016 में अमेरिकी रॉक स्टार बॉब डिलन को नोबेल पुरस्कार के लिए चुने जाने पर कड़ा विरोध किया गया था। इस फैसले में सिर्फ लोकप्रियता को देखकर फैसला लेने का आरोप लगा था। डिलन को सम्मानित करने से उपजे विवाद को थोड़ा शांत करने के लिए साल 2017 में नोबेल पुरस्कार के लिए जापानी मूल के ब्रिटिश लेखक काजुओ शीगुरो का चयन किया गया। लोगों की सहमति तो इस पर बनी लेकिन इसके तीन हफ्ते बाद ही एकेडमी फिर से विवादों में फंस गई। मामला ‘मीटू’ अभियान से जुड़ा हुआ था। इस मामले में फ्रांसीसी लेखक जीन क्लाउड अर्नाल्ट ने एक एकेडमी सदस्य से ही शादी कर ली। ये महिला तो स्टॉकहोम के प्रभावशाली सांस्कृतिक क्लब से जुड़ी हुई हैं लेकिन अर्नाल्ट यौन शोषण के आरोपों स घिरे हुए हैं। इस वाकिये के बाद एकेडमी दो हिस्सों में बंट गई, जिसके बाद साल 2018 के साहित्य नोबेल पुरस्कार के लिए किसी हस्ती का नाम तय नहीं किया जा सका।

 

PunjabKesari

 

बाॅलीवुड हस्तियां भी आई मीटू के घेरे में


भारत में जाने-माने एक्टर नाना पाटेकर पर एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने यौन शोषण के आरोप लगाकर #metoo की शुुरुआत की। इसके बाद से बाॅलीवुड की कई हस्तियां इसकी जद में हैं, जिसमें सिंगर कैलाश खेर, अनु मलिक, एक्टर आलोक नाथ, सिंगर अभिजीत भट्टचार्य, एक्टर विकास बहल, चेतन भगत, जुल्फी सईद, तमिल राइटर वैरामुथु और डायरेक्टर साजिद खान के अलावा कई और सेलिब्रिटीज के खिलाफ महिलाओं ने हल्ला बोला।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Konika


Recommended News

Related News