पति को अपना सबसे बड़ा सपोर्ट मानती हैं ऑस्ट्रेलिया में देसी पकौड़े और छोलों से विदेशियों का दिल जीतने वाली दिल्ली की दीपिंदर छिब्बर

8/20/2021 12:09:40 PM

मुंबई: दिल्ली में जन्मी दीपिंदर छिब्बर मास्टरशेफ ऑस्ट्रेलिया सीजन 13 की सबसे स्ट्रॉन्ग कंटेस्टेंट्स में से एक थी। दीपिंदर छिब्बर ने तंदूरी चिकन, कढ़ाई पनीर, छोले और स्मोक्ड लस्सी जैसे भारतीय व्यंजनों से जजों को लुभाया। चलिए जानते हैं 29 साल की दीपिंदर छिब्बर की इस सफर के बारे में कुछ बातें .....

PunjabKesari

 

 

1.क्या आप हमें इस शो का सबसे बड़ा टेकअवे/सार बता सकती हैं?

मेरा ख्याल है कियह इस बात पर निर्भर है कि किसे क्या पसंद आता है... लेकिन, यह एक तरह से निरंतरता है क्योंकि मेरा मानना है किइस शो ने मुझे भावनात्मक रूप से काफी मजबूत किया क्योंकि शो में ऐसे कई मौके आए, जब मुझे खुद पर संदेह हुआ औरमुझे लगता है कि इस शो ने मुझे एक ज्यादा मजबूत व्यक्ति बनाया क्योंकि जब मैं इस शो में आई थी, तब मुझे खुद में इतना भरोसा नहीं था, जितना होना चाहिए। लेकिन शो से बाहर निकलते हुए मुझे सत्यापन मिल गया है, मुझे भरोसा मिल गया है और मैं मानसिक एवं भावनात्मक रूप से ज्यादा मजबूत एवं दृढ़ हो गई हूँ, मुझे लगता है कि यह सबसे बड़ा व मुख्य संदेश है।

 

PunjabKesari

 

2. भारत से होने के कारण खाना पकाने के बारे में आपके विचारों पर क्या प्रभाव पड़ा? क्या आपकोलगता है कि अपने अन्य साथियों के मुकाबले, भारत से होने के कारण खाने के बारे में आप अलग सोचती हैं?-

मेरा विचार है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं भारत से हूँ। अपने जीवन के शुरुआती 11 सालों में मेरा पालन पोषण भारत में हुआ। यहकाफी लंबा समय है और हम साल में एक या दो बार अपने परिवार से मिलने के लिए वापस जाया करते थे। इसलिए मैं इसका श्रेय इस बात को देती हूं कि मैं वहां पर रही और वहां अक्सर जाया करती थी और मेरा सगा परिवार अभी भीभारत में रह रहा है। यह मेरे लिए एक वरदान साबित हुआ क्योंकि यदि भारत से मेरा कोई संपर्क नहीं होता, तो भारतीय खाना बनाना बहुत चुनौतीपूर्ण होता। लेकिन मैं खाने पीने के शौकीन परिवार में बड़ी हुई हूं, जहां पर खाना हमारे जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा है। मेरा ख्याल है कि हर भारतीय परिवार के साथ ऐसा ही है। यह उनके जीवन का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है। हम सब भारतीय ऐसे ही हैं। यह हमारी संस्कृति का एक बड़ा हिस्सा है। यह जीवन, जश्न, अच्छे-बुरे और हमारे जीवन की हर घटना से जुड़ा हुआ है। मेरा मानना है कि यह मेरे लिए एक वरदान बन गया और मैंने उसका अनुभव लिया। जब हम ऑस्ट्रेलिया आए, तब वो यादें और उन चीजों ने मुझे कुकिंग शुरू करने और अलग तरीके से उसे देखने के लिए प्रेरित किया।

PunjabKesari

 

3. हम आपसे एक या दूसरे चयन के बारे में पूछते हैं। क्या आप मिशलिन स्टार जीतना चाहती हैं या मास्टरशेफ? आप किसे चुनेंगी और क्यों?-

हे भगवान! मैं मिशलिन स्टार को चुनूंगी। मैं मिशलिन स्टार का चयन करूंगी। मिशलिन स्टार बनने का मौका आपको केवल एक बार मिलता है। और यदि आप मिशलिन स्टार बन जाते हैं, तो वो बने रहने के लिए आपको लगातार मेहनत करनी पड़ती है। मास्टरशेफ की बात करें तो यह भी अपने आप में एक अनुभव है। मैं जब शो में थी, मैंने शो में इतनी लंबी दूरी तय की, यह जीवन की एक बड़ी उपलब्धि है। मैं अपनी व्यक्तिगत बात करूं तो मेरा मानना है कि मिशलिन स्टार मेरी पूरी दुनिया है।  

4. यदि आप शेफ नहीं होतीं, तो आप क्या करतीं? आपका वैकल्पिक करियर क्या होता?

 मेरा ख्याल है कि मैं फार्मासिस्ट बनी रहती। मुझे अपनी जिंदगी में मजा आ रहा था। मेरा पालन पोषण एवं शादी हैल्थ प्रोफेशनल्स के परिवार में हुए हैं। मेरे आसपास हर कोई, जैसे मेरे पापा फार्मेसिस्ट हैं, मेरा भाई डॉक्टर है, मेरे पति डॉक्टर हैं, उनका भाई भी डॉक्टर है। हमारे परिवार में हर जगह यही है, इसलिए यदि मैं खाने में रुचि नहीं रखत, तो मैं फार्मासिस्ट का काम करती रहती क्योंकि मुझे अपने काम में मजा आ रहा था।

5. कोई वायरल रेसिपी, जिसके साथ आपने प्रयोग किया हो, हमने फेटा पास्ता देखा और हाल ही में कई दूसरी रेसिपी देखीं, जो ट्रेंड हो रही हैं और कई लोग वो रेसिपी बनाकर देख रहे हैं। तो क्या आपने भी कोई रेसिपी  आजमाकर देखी?- 

मैंने फेटा पास्ता के वीडियो देखे, लेकिन मैंने उन्हें आजमाया नहीं। यह मुझे पसंद नहीं। मुझे नहीं पता कि मैंने यह रेसिपी कब देखी, लगता
है कि मैंने काफी लंबे समय पहले देखी होगी और यह एक वीडियो में थी, जो इंस्टाग्राम पर था, और इंस्टाग्राम पर काफी शीघ्रता वाले दो मिनट के वीडियो होते हैं। और यह बनाना न्यूटेला था, क्रेप की तरह। और इसमें आईस्क्रीम के साथचॉकलेट थी। मैंने फौरन इसे बनाने का फैसला किया और मुझे लगता है कि वह वीडियो देखकर मुझे इसकी इच्छा होने लगी और मैंने कहा, ठीक है! मैं यह बनाउंगी। उसके अलावा मैं काफी अद्वितीय व्यंजनों को आजमाती हूँ। मैं ज्यादाशॉर्टकट नहीं लेती। लेकिन हां, मैं एक बार में व्यंजन बनाना पसंद करती हूँ। यह मेरा खाना पकाने का तरीका है।

6. आपके सबसे बड़े आलोचक कौन हैं? 

मेरे सबसे बड़े आलोचक मेरे पति हैं। यह अच्छा भी है और खराब भी लगता है क्योंकि वो ईमानदारी से मुझे बता देते हैं कि क्या ठीक नहीं है और इसके लिए उन्हें कुछ बोलने की जरूरत भी नहीं पड़ती। वो क्या प्रतिक्रिया देते हैं, वो जिस तरह से खाते हैं, उससे मुझे पता चल जाता है कि खाना अच्छा बना है, औसत है या फिर खराब। मैं जब भी उनके लिए नई डिश बनाती हूँ, तो यदि वो मुझे अच्छी तरह बनानी आती है, तो उसके लिए मुझे कुछ कहने की जरूरत नहीं, लेकिन यदि मैं किसी नई डिश के साथ प्रयोग करती हूँ, तो मुझे थोड़ी फिक्र होती है क्योंकि वो बहुत ईमानदारी से उसे बता देते हैं।

7. आपके सबसे बड़े सहयोगी कौन हैं?

 मेरा ख्याल है कि मेरे सबसे बड़े सहयोगी भी मेरे पति हैं। वो मेरे नंबर 1 फैन हैं और मेरे सच्चे सहयोगी हैं, लेकिन वो मुझे और अच्छा करने के लिए प्रेरित भी करते रहते हैं। इसलिए किसी समय यदि मैं घर पर मजे कर रही हूँ, उस समय उनके मन में होता है, ‘‘आगे क्या?’’, ‘‘तुमने आज क्या किया?’’, ‘‘तुम क्या कर रही हो?’’, ‘‘हमें आगे बढ़ना है’’, वो सदैव आगे की सोचते हैं और मुझे अपनी कम्फर्ट ज़ोन से आगे ले जाते हैं, जो केवल एक सच्चा सहयोगी कर सकता है। वो मुझे सकारात्मक फीडबैक देते हैं, उन्होंने मुझे मास्टरशेफ में आने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि उन्हें पता था कि यह मेरे लिए कितना मायने रखता है। एक बार उन्होंने मुझसे कहा था, हो सकता है कि तुम अगले साल आवेदन न कर पाओ, क्योंकि तुम्हें नहीं पता मैं कहां जाने वाला हूँ, मैं क्या करने वाला हूँ, कोविड के साथ, हर चीज बहुत तेजी से बदल रही है, तुम्हें यह भी नहीं पता कि यह शो उस समय रहेगा या नहीं। मैं उनकी इस बात से डर गई थी और मैंने कहा कि ठीक है। और यह करो या मरो की स्थिति हो गई।

8. क्या आप हमें बता सकते हैं कि आपकी भविष्य की योजनाएं क्या हैं और मास्टरशेफ के बाद आप क्या करेंगी?-

इस समय मैं शो के एक जज एंडी के साथ काम का अनुभव ले रही हूँ। मैं लंबे समय से उनके रेस्टोरैंट में काम कर रही हूं, यह मेरे लिए एक नया अनुभव था क्योंकि इससे पहले मैंने कभी भी प्रोफेशनल किचन में काम नहीं किया था। मैं यही करना चाहती थी। शो में आना एक अलग चीज है, लेकिन जब आप असली दुनिया में जाते हैं, तो आपको एक्सपोज़र की जरूरत होती है। आपको उन चीजों के एक्सपोजर की जरूरत होती है, जो आप नहीं जानते। होम कुक होने के कारण किसी प्रतियोगी को भी प्रोफेशनल किचन में काम करने का अनुभव नहीं था और किसी ने भी प्रोफेशनल किचन में काम नहीं किया था इसलिए उनके उपकरण, सामग्री, कुकिंग का स्टाइल, खाना परोसने का तरीका, सब कुछ बहुत अलग था। मैं हमेशा इसका समर्थन करती हूं और इसलिए यह करना चाहती थी। अब इस क्षण में मैं यह कर रही हूं। मैं अपनी कुक बुक भी लिख रही हूं जो मैं प्रकाशित करने के लिए आशान्वित हूं। यह मेरा एक सपना था, जो पूरा हो गया। मैं हमेशा से एक कुक बुक लिखना चाहती थी। निकट भविष्य में मैं एक रेस्टोरैंट खोलना चाहती हूं जो एक छोटा भारतीय रेस्टोरैंट होगा और विशुद्ध खाना परोसेगा। यहां पर क्षेत्रीय व्यंजन मिलेंगे और कुकिंग के मेरे स्टाइल का प्रदर्शन होगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Smita Sharma


Recommended News

Related News