लता दीदी की यादेंः कुछ ऐसी थी ''सुरों की मल्लिका'' लता मंगेशकर की प्रेम कहानी, इस वजह से नहीं की थी महाराजा राज सिंह से शादी

2/6/2022 11:40:04 AM

बॉलीवुड तड़का टीम. आज देश और दुनिया भर के लोगों की आंखे नम हैं, क्योंकि बॉलीवुड की जानी मानी गायिका लता मंगेशकर का आज निधन हो गया है। 'सुरों की मल्लिका' 92 की उम्र ने दुनिया को अलविदा कह गई हैं। लता के निधन से उनके चाहने वालों को बड़ा झटका लगा है और वे सोशल मीडिया पर दिवंगत को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। देश और दुनिया में बड़ी पहचान बनाने वाली सिंगर के निधन के बाद फैंस उनकी यादों में डूबे हैं। उनके पूरे करियर को याद किया जा रहा है। तो आईए ऐसे में एक नजर डालते हैं उनकी पर्सनल लाइफ पर...

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28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मीं लता मंगेशकर की पर्सनल लाइफ के बारे में बात करे तो लता को एक महाराजा से इश्क हो गया था, जो उनके भाई का दोस्त भी था। अगर शादी होती तो लता एक राज्य की महारानी बन जातीं। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। कभी स्कूल ना जाने वाली लता ने अपनी जिंदगी से ही कई सबक सीखे। अपने भाई-बहनों को कभी पिता की कमी महसूस नहीं होने दी। लता जी का कहना था कि उनके ऊपर पूरे घर की जिम्मेदारी थी। इसीलिए उन्होंने कभी शादी नहीं की। भले ही लता जी अपनी जुबां से कभी कुछ नहीं कहा, लेकिन इस राज के पीछे की सच्चाई कुछ और ही थी।

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लता ने अपनी लव लाइफ को लेकर खुद कभी कुछ नहीं कहा लेकिन कई जानकारों ने इस संबंध को लेकर अपनी जुबान खोली थी। डूंगरपुर राजघराने के महाराजा राज सिंह से लता मंगेशकर बेहद प्यार करती थीं। लता के भाई हृदयनाथ मंगेशकर और राज सिंह एक-दूसरे के अच्छे दोस्त थे। वो एक साथ क्रिकेट खेला करते थे। उनकी मुलाकात उस समय हुई थी जब राज लॉ करने के लिए मुंबई आए। 

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इस दौरान वो लता के भाई के साथ उनके घर पर जाया करते थे। यह सिलसिला बढ़ता गया और देखते ही देखते राज और लता की भी दोस्ती हो गई। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई। तब तक लता का नाम भी चर्चित हस्तियों में गिना जाने लगा था। इसलिए मीडिया में भी लता और राज के रिश्तों को लेकर बातें उड़ने लगीं। राज तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। 

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दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे लेकिन शादी नहीं हो पाई। कहा जाता है कि राज ने अपने माता-पिता से वादा किया था कि वो किसी भी आम घर की लड़की को उनके घराने की बहू नहीं बनाएंगे। राज ने यह वादा मरते दम तक निभाया। आपको जानकर हैरानी होगी कि लता की तरह राज भी जीवन भर अविवाहित रहे। राज, लता से 6 साल बड़े भी थे। राज को क्रिकेट का भी बहुत शौक था। इसके चलते वो कई सालों तक बीसीसीआई से जुड़े रहे। लता के क्रिकेट प्रेम के बारे में तो हम सब जानते हैं। राज और लता को मिलाने में भी क्रिकेट का बड़ा योगदान रहा था। एक बार क्रिकेट खेलने के बाद राज को लता के घर चाय पर बुलाया गया। यहीं पहली बार राजसिंह ने लता को देखा और उनकी दोस्ती हो गई। राज लता को प्यार से मिट्ठू पुकारते थे। उनकी जेब में हमेशा एक टेप रिकॉर्डर रहता था जिसमें लता के चुनिंदा गाने होते थे। मौका मिलते ही वो लता के गाने सुनने लगते थे। 


बता दें कि 12 सितंबर 2009 को राजसिंह का देहांत हो गया था। वहीं अब उनके निधन के 13 सालों बाद लता मंगेशकर ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन वो अपने प्यार की बात कभी अपनी जुबं पर नहीं लाई। फैंस उनके निधन से गम में डूबे उन्हें याद कर रहे हैं।

 
 


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Content Writer

suman prajapati


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