गांधी ने भगत सिंह को क्यों मरने दिया..पद्म श्री लौटाने की बात पर कंगना ने लगाई सवालों की झड़ी, बोलीं- ''कोई मेरे इन सवालों के जवाब दे तो लौटा दूंगी अवॉर्ड''

11/13/2021 2:09:12 PM

बॉलीवुड तड़का टीम. 1947 की आजादी को भीख बताने के बाद कंगना रनौत लोगों के निशाने पर आई हुई हैं। आम लोगों के साथ कई नेताओं ने भी एक्ट्रेस की टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। इतना ही नहीं, वे उन्हें हाल ही में दिए गए पद्म श्री अवॉर्ड को लौटाने की भी मांग कर रहे हैं। हर तरफ हो रही कड़ी आलोचना के बीच हाल ही में धाकड़ गर्ल ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि अगर लोग ये साबित कर दें कि मैंने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है तो वह अपना पद्म श्री पुरस्कार लौटा देंगी। 

 

कंगना ने बयान पर सफाई देते हुए इंस्टाग्राम स्टोरी पर कई पोस्ट शेयर किए और लिखा, 'इंटरव्यू में सारी बातें साफ तौर पर कही गई थीं कि 1857 में आजादी के लिए पहली संगठित लड़ाई लड़ी गई....साथ में सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर जी के बलिदान पर भी बात की गई। 1857 का मुझे पता है लेकिन 1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी गई इसकी मुझे जानकारी नहीं है। अगर कोई मेरी इस बात पर जानकारी बढ़ाए तो मैं अपना पद्म श्री अवॉर्ड वापस कर दूंगी और माफी भी मांग लूंगी... कृपया मेरी मदद करें।' 

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कंगना ने आगे लिखा, 'मैंने रानी लक्ष्मी बाई जैसी शहीद पर बनी फीचर फिल्म में काम किया है। 1857 की पहली आजादी की लड़ाई पर काफी रिसर्च किया है। राष्ट्रवाद के साथ दक्षिणपंथ का भी उभार हुआ लेकिन यह अचानक खत्म कैसे हो गया? और गांधी ने भगत सिंह को क्यों मरने दिया...आखिर क्यों नेता बोस की हत्या हुई और उन्हें कभी गांधी जी का सपोर्ट नहीं मिला। आखिर क्यों बंटवारे की रेखा एक अंग्रेज के द्वारा खींची गई? आजादी की खुशियां मनाने के बजाय भारतीय एक दूसरे को मार रहे थे। मुझे ऐसे कुछ सवालों के जवाब चाहिए जिसके लिए मुझे मदद की जरूरत है।'

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2014 में भारत को स्वतंत्रता प्राप्त करने की अपनी टिप्पणी को सही ठहराते हुए कंगना ने लिखा, 'जहां तक 2014 में मिली आजादी की बात है तो मैं खास तौर पर कहा कि भले ही हमारे पास दिखाने के लिए आजादी थी लेकिन भारत की चेतना और विवेक को आजादी 2014 में मिली। एक मृत सभ्यता को जान मिली और उसने अपने पंख फैलाए और अब यह जोरदार तरीके से दहाड़ रही है। आज पहली बार लोग इंग्लिश नहीं बोलने या छोटे शहर से आने या मेड इन इंडिया प्रॉडक्ट बनाने के लिए हमारी बेइज्जती नहीं कर सकते। उस इंटरव्यू में सब कुछ साफ किया गया है लेकिन जो चोर हैं उनकी तो जलेगी कोई बुझा नहीं सकता। जय हिंद।'


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suman prajapati


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