मेरी मां ने दलित बच्ची को गोद लेकर, पढ़ा-लिखाकर उसकी शादी करवाई, मैं इसी तरह के मॉर्डन इंडिया को जानती हूंः कंगना रनौत

9/1/2020 5:20:26 PM

बॉलीवुड तड़का टीम. एक्ट्रेस कंगना रनौत सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। आए दिन वो किसी न किसी विषय को लेकर पोस्ट शेयर करती रहती हैं। हाल ही में कंगना ने कई ट्वीट शेयर कर बताया कि वो मॉडर्न भारत को जानती हैं। ये सब कंगना को इसलिए बताया पड़ रहा है क्योंकि कुछ लोग उन्हें दलित विरोधी समझकर दलितों पर होने वाले अत्यचार की स्टोरी टैग करते हैं।

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कंगना ने ट्वीट करते हुए कहा, ' प्यारे दोस्तो, मैं देख रही हूं कि बहुत सारे लोगों ने मुझे दलितों पर होने वाले अत्याचार से जुड़ी खबरें टैग कर रहे हैं और कई ज्यादा समझदार लोग जो भारत को सिर्फ इन्हीं समाचारों के माध्यम से जानते हैं, वे आधुनिक भारत को लेकर मेरे विचार का मजाक उड़ाते हैं। ऐसे लोगों के लिए मैं अपने जीवन और मेरी बहन राजू दी जो इस फोटो में दुल्हन हैं, की कहानी शेयर कर रही हूं।'

कंगना ने बताया कि जब मेरी मां की नई-नई शादी हुई थी तो एक गांव में मनसा नाम की दलित औरत की हालत देखकर उन्हें बहुत दुख पहुंचा। उसकी तीन लड़कियां थी, लेकिन उनकी आर्थिक हालक मंदी थी। जिसके बाद मेरी मां ने अपने ससुराल वालों की मर्जी के खिलाफ उनकी सबसे छोटी बच्ची को गोद ले लिया और उसकी पढ़ाई लिखाई का सारा खर्चा उठाया। 

कंगना ने लिखा, उसके बाद से राजू दी हमारे साथ रही और बड़ी हुई। 21 साल की उम्र में मां ने उनकी शादी भूमि जीजू से कर दी और वो चंड़ीगड़ में रहते हैं। इस हफ्ते उनके बेटे भानू की शाद हुई है। जब मुझे उस जोड़े की प्यारी सी फोटोज मिलीं तो मेरी मां ने कहा कि लड़की ब्राह्मण है, ये कभी किसी समाचार में नहीं दिखाया जाएगा।'

कंगना यहीं नहीं रुकी। उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा, दलितों के खिलाफ अत्याचार की जो बातें आप सभी मुझे टैग करते हैं, मैंने उन्हें कभी महसूस नहीं किया, लेकिन फिर भी मैं आप पर भरोसा करती हूं, लेकिन जब मैं उस आधुनिक भारत को आपके साथ शेयर करती हूं, जिसे मेरी मां ने मुझे दिया है, तो मुझे झूठा कहने वाले आप कौन होते हैं? वैसे ये बच्चे एक साथ बहुत अच्छे दिख रहे हैं, कृपया उन्हें आशीर्वाद दें।'

इसके बाद कंगना ने एक और ट्वीट जड़ा और कहा कि कुछ बातें आपके साथ क्लीयर करना चाहती हूं। जिनसे पूरा गांव वाकिफ है। इन तथ्यों की पड़ताल की जा सकती है और लोगों का साक्षात्कार भी लिया जा सकता है।' 1) राजू दी हमारे घर में हमारी बहन की तरह रहती थीं। 2) शुरुआत में वे रसोई में मां की मदद करती थीं, अम्मा ने इसमें एक बड़ा काम ये किया कि राजू दी ने सभी को खाना परोसा था। 3) कुछ रिश्तेदारों ने मां के इस काम की निंदा भी की, लेकिन राजू दी के सामने किसी की कुछ कहने की हिम्मत नहीं हुई। 4) मैंने कभी रंगोली को दीदी नहीं कहा, लेकिन पापा ने ये सुनिश्चित किया था कि हम राजू दी को दीदी कहें। 5) रैंग्स और राजू दी बेडरुम को शेयर करते थे, जहां मुझे मेरी कम उम्र और गर्ल्स टॉक की वजह से जाने की अनुमति नहीं थी, ये वो भारत है जिसे मैं जानती हूं।

कंगना ने अपनी बात खत्म करते हुए लिखा, 'राजू दी की मां... हमारे पैतृक घर में मेरे साथ मनसा मौसी, वो मेरे लिए और घर के सभी बच्चों के लिए मां की तरह हैं, यही हमारे माता-पिता ने हमें सिखाया है, मैं इसे पूरे भारत में प्रोत्साहित करना चाहती हूं, ना कि उस क्रूर रूढ़िवादी भारत को जिसे लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए महिमा मंडित करते रहते हैं।'

 


 


 


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suman prajapati


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