’डार्लिंग्स'' के एक साल पूरे होने पर ''शमशुन'' के रूप में शेफाली शाह के पांच आइकोनिक सीन्स

8/5/2023 3:16:45 PM

नई दिल्ली,टीम डिजिटल। शेफाली शाह जो अपने आउटस्टैंडिंग परफॉरमेंस और बहुमुखी रोल्स के लिए जानी जाती हैं, इंडस्ट्री के सबसे प्रतिभाशाली लोगों में से एक हैं। अपने द्वारा चुनी गई स्क्रिप्ट की लंबी रेंज से लेकर सरप्राइजिंग प्रदर्शन देने तक, यह एक्ट्रेस सब कुछ जानती है।

जैसा कि आज शेफाली शाह की फिल्म 'डार्लिंग्स' ने रिलीज के एक साल पूरे कर लिए हैं, आइए हम फिल्म के उन प्रतिष्ठित सीन्स को याद करें जिन्हें एक बार देखने के बाद कभी नहीं भुलाया जा सकता।

1. एक मां आख़िरकार एक मां ही होती है और मां ही सबसे बेहतर जानती है
फिल्म 'प्यार' की उम्मीद के साथ डोमेस्टिक एब्यूज के इर्द-गिर्द घूमती है। शेफाली शाह, जिन्होंने फिल्म में शमशुन का किरदार निभाया हैं, अपनी बेटी बदरुनिसा (आलिया भट्ट) को घरेलू हिंसा का शिकार होते हुए देखती हैं और एक मगरमाच (क्रोकोडाइल) और बिच्छू (स्कॉर्पियो) की एक बहुत ही दिलचस्प कहानी सुनाती हैं जो बताती है कि किसी को कैसा होना चाहिए मीठे शब्दों पर भरोसा न करें और इसके बजाय उनके गट फीलिंग पर विश्वास करें। एक मां के रूप में, वह जानती है कि उसकी बेटी के लिए क्या करना सही है, और उसे विश्वास की छलांग लगाने और बदरुनिसा के साथ हो रहे बुरे बर्ताव के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रोत्साहित करती है।

2. सीटी बजाने लायक किस !
यादगार सीन्स में से एक, जिसने दर्शकों को सरप्राइज कर दिया था, वह सीन था जहां शमशुन उर्फ शेफाली शाह ने जुल्फी (रोशन मैथ्यू) को किस किया था। इसने दर्शकों को हैरान कर दिया जब उन्हें इसकी बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी!

3. ''ओके, सौ''(100)
फिल्म के सबसे जोरदार सीन्स में से एक वह है, जब शेफाली एक मिक्सर के लिए मोलभाव करती है और कैसे! जब जुल्फी से कीमत पूछी गई, तो उसने ₹400 का उल्लेख किया, लेकिन बारगेनिंग के उसके A1 गेम के चलते ₹50 की कीमत पर खरीदना पड़ा! ये झगड़ा देखने लायक है।

4. एक मजबूत और स्वतंत्र महिला का आदर्श उदाहरण!
पूरी फिल्म में शेफाली शाह एक मजबूत इरादे वाली और इंडिपेंडेंट महिला होने की मिसाल बखूबी पेश करती हैं। वह डोमेस्टिक एब्यूज की शिकार अपनी बेटी से कहती है कि वह अपने पति को छोड़ दे और तुरंत घर वापस लौट आये। इससे यह पता चलता है कि वह किस तरह एक उदार और प्रगतिशील महिला है जो गलत के खिलाफ खड़े होने में विश्वास रखती है।

5. रिवेंज सबसे अच्छा रिवेंज है
फिल्म के आखिर में, शेफाली शाह स्थिति को कंट्रोल करने में मदद करती है, और हमजा (विजय वर्मा) से बदला लेने के लिए एक खतरनाक प्लान बनाती है, जो उसकी बेटी को उसकी वजह से झेलना पड़ा है। वह अपनी बेटी की मदद करती है, पूरा विश्वास करती है, और बदला लेती है जिसकी बदरुनिसा हकदार थी!

कुल मिलाकर, डार्लिंग्स एक शानदार फिल्म थी, जिसमें आउटस्टैंडिंग प्रदर्शन था लेकिन शेफाली शाह ने यकीनन लोगों का ध्यान खींचा था! उन्होंने अपने ह्यूमर और ड्रैमाटिक सीन्स से दर्शकों को बांधे रखा। इस बीच, दर्शक उन्हें स्क्रीन पर वापस देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।


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Content Editor

Jyotsna Rawat


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