Movie Review : तेरा सुरूर : समझ से परे, शोर से भरी

3/12/2016 9:51:26 AM

कलाकार : हिमेश रेशमिया, फराह कारिमई, नसीरूद्दीन शाह, शेखर कपूर, कबीर बेदी, शर्नाज पटेल, मोनिका डोगरा  

  संगीत निर्देशक और गायक हिमेश रेशमिया इस बार पर्दे पर नए अवतार में प्रकट हुए हैं। ना तो वह गिटार हाथ में लिए हैं और ना ही नाक के सुर वाली आवाज से गाना गा रहे हैं। इस बार पर्दे पर वह एक एक्शन स्टार के रूप में जन्मे हैं जिसका हृदय सोने के समान है।  जी हां यहां बात उनकी नयी फिल्म ‘तेरा सुरूर’ की हो रही है जिसमें उनके हाथ में एक बंदूक है और फिल्म में सारा काम वही करती है। इसके अलावा ना तो फिल्म की कहानी में गहराई है और ना ही इसके संवादों में दम।  फिल्म में रेशमिया ने एक शार्प शूटर की भूमिका अदा की है जिसके सिक्स पैक एब हैं और वह अपनी प्रेमिका को जेल से मुक्त कराना चाहता है। उनकी प्रेमिका की भूमिका नयी अदाकारा फराह कारिमई ने निभायी है।  फराह को डबलिन पुलिस ड्रग्स के साथ गिरतार कर लेती है और विदेशी धरती पर उसे कानून के चंगुल से आजादी दिलाने का एकमात्र रास्ता कानून को अपने हाथ मेें लेकर ही निकलता है। फिल्म का कभी ना विचलित होने वाला हीरो एक अपराधी राबिन धर्मराज सैंटिनो :नसीरूद्दीन शाह: की मदद से जेल से बाहर निकलने का प्रयास करता है जिस कारण से वह, उसकी प्रेमिका डबलिन पुलिस और एक रहस्यमयी गैंग के दुश्मन बन जाते हैं।  नसीर के अलावा फिल्म में शेखर कपूर, कबीर बेदी और शर्नाज पटेल जैसे मजबूत कलाकारों की उपस्थिति है लेकिन फिल्म का फोकस रेशमिया पर ही रखा गया है। इन सभी को पूरी फिल्म में मात्र 10-10 मिनट की भूमिकांए मिली हैं।  अभिनय के नाम पर फिल्म के नायक-नायिका पूरी फिल्म में भावशून्य चेहरा बनाए रहते हैं और वह हर दृश्म में एक जैसा ही दिखाई देता है।  इस तरह फिल्म में गोलीबारी, पुलिस के सायरन का खूब शोर है लेकिन यह समझ से परे है। यह खाली डिबे के बजने की आवाज की तरह है जिसमें होता कुछ भी नहीं लेकिन आवाज बहुत करता है।  बेशक यह फिल्म सिर्फ और सिर्फ रेशमिया के प्रशसंकांे के लिए है। भाषा