HumanityTour पर विवेक अग्निहोत्री हैं अनस्टॉपेबल
6/7/2022 12:02:47 AM
नई दिल्ली। ऑल-टाइम-ब्लॉकबस्टर फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' फेम निर्देशक और मोस्ट रिलेवेंट थॉट लीडर विवेक रंजन अग्निहोत्री के साथ-साथ पॉवरफुल फीमेल प्रोड्यूसर पल्लवी जोशी इन दिनों ह्यूमैनिटी टूर पर हैं और इस दौरान वो यूरोप में ऑक्सफोर्ड यूनियन नस्लवाद का सामना करने लिए सुर्खियां बटोर रही हैं।
दुनिया भर में शांति और मानवता का संदेश फैलाने के लिए दोनों ने ह्यूमैनिटी टूर शुरू किया। उनका लेटेस्ट स्टॉप स्कॉटिश संसद था जहां विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीरी हिंदुओं द्वारा सामना की जाने वाली दुर्घटनाओं के बारे में बात की थी। स्कॉटिश संसद के वरिष्ठ सदस्य ने भी फिल्म निर्माता की सराहना की, जिन्होंने कश्मीरी हिंदू नरसंहार के लिए कश्मीर फाइल्स और कश्मीरी हिंदुओं के दर्द और नरसंहार को सभी के सामने लाया।
GREAT NEWS:
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) June 6, 2022
Member of Parliament, @Jackson_Carlaw has committed to bring a motion in Scottish Parliament on Kashmiri Hindu GENOCIDE and to commend #TheKashmirFiles for showing the pain of Hindus.
The power of an honest ‘PEOPLE’s FILM’. #HumanityTour pic.twitter.com/KcmHKfbM6k
अपने सोशल मीडिया पर उसी के बारे में साझा करते हुए, विवेक ने लिखा, “मेंबर ऑफ पार्लियामेंट, @Jackson Carlaw ने कश्मीरी हिंदू नरसंहार पर स्कॉटिश संसद में कश्मीरी हिंदुओं के दर्द और नरसंहार को सामने लाए और #TheKashmirFiles की सराहना की। ईमानदार 'लोगों की फिल्म' की ताकत। #ह्यूमैनिटी टूर"
इस बीच विवेक ने अपनी स्पीच से कश्मीर में हुए नरसंहार को सुर्खियों में ला दिया। उन्होंने कहा, "नरसंहार शुरू होता है और खत्म होता है। मानवता के इतिहास में, कश्मीर नरसंहार सबसे लंबा निरंतर नरसंहार है। आज जब मैं यहां खड़ा हूं, कुछ ही घंटे पहले एक बैंक मैनेजर की पहचान की गई, उसे निशाना बनाया गया और गोली मार दी गई। दो दिन पहले एक महिला शिक्षिका की पहचान कर उसे गोली मार दी गई थी। कुछ दिन पहले एक और हिंदू शिक्षक की पहचान की गई और उसे गोली मार दी गई। एक ऐसी भूमि जो कभी महान हिंदू सभ्यता की भूमि थी, आज वहां कोई हिंदू नहीं है। यह मानवता पर एक बहुत ही दुखद टिप्पणी है क्योंकि हमने राजनीति की उस साइड पर है जहां बहुत ही चुनिंदा सहानुभूति दिखाई जाती है।
उन्होंने यह भी कहा, "तो 32 सालों से, यह हमारी आंखों के सामने हो रहा था, लेकिन दुनिया, खासतौर से नरैटिव निर्माता, मीडिया, इतिहासकार, सामाजिक वैज्ञानिक, कलाकार, फिल्म निर्माता और डॉक्यूमेंट्री मेकर्स ने इसे अनदेखा करना चूज किया, जैसे कुछ हुआ ही नहीं हुआ हो। तो एक पूरी पीढ़ी बिना कुछ जाने बड़ी हो गई। और पीड़ित कौन हैं? पीड़ित न केवल हिंदू हैं बल्कि युवा पीढ़ी के मुसलमान भी हैं। क्योंकि जो कोई भी 1990 के बाद पैदा हुआ है, उसे इस बात का अंदाजा ही नहीं है कि हिंदू कभी मौजूद थे। यह मानवता बनाम कट्टरता है!
यह ह्यूमैनिटी बनाम ब्रेनवॉशिंग है। यह ह्यूमैनिटी बनाम आतंकवाद है। हमें चुनना होगा कि हम किस तरफ हैं। कोई भी व्यक्ति जो बंदूक उठाता है और एक बच्चे को मारता है, एक महिला के साथ रेप करता है, किसी को भी 50 टुकड़े में कर देता है, उसके खिलाफ पूरी मानवता को खड़ा होना चाहिए और न केवल इसका विरोध करना चाहिए बल्कि इसे हराने की भी कोशिश करनी चाहिए।
समाज और मानव जाति को वापस देने की विजन के साथ, सच्चाई बताने वाली फिल्म के निर्माताओं ने 'ह्यूमैनिटी टूर' शुरू की है जिसका एजेंडा भारत की समृद्ध संस्कृति के बारे में प्यार और जागरूकता फैलाना है और उनके प्रेरक भाषणों के माध्यम से दुनिया को 5000 साल की भावनाओं और शांति संदेशों को उजागर करना है। 'ह्यूमैनिटी टूर' में कुछ प्रभावशाली स्क्रीनिंग होंगी, जिसमें यहूदी म्यूजियम का दौरा भी शामिल है।