दौलत-शोहरत छोड़ संन्यासी बन गए थे विनोद खन्ना, आश्रम में साफ करने पड़े टॉयलेट

10/6/2018 12:00:15 PM

मुंबई: बॉलीवुड एक्टर विनोद खन्ना का आज बर्थडे है। विनोद का जन्म 6 अक्टूबर 1946 को पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था। बंटवारे के बाद विनोद का परिवार मुंबई आ गया था। स्कूल के दिनों में विनोद इंजीनियर बनना चाहते थे लेकिन उनका मन पढ़ाई में नहीं लगा। कॉलेज से ही उन्होंने थिएटर में काम करना शुरू कर दिया था। यही उनकी मुलाकात गीतांजलि से हुई। गीतांजलि विनोद की पहली पत्नी थीं।

 


विनोद की पहली फिल्म 'मन का मीत' थी। इसमें हीरो सुनील दत्त और विलेन विनोद  थे। पहली फिल्म ठीक-ठाक चल गई तो विनोद ने एक बाद एक 15 फिल्में साइन कर लीं। फिल्मों में लगातार सफलता के बाद उन्होंने गीतांजलि से शादी कर ली। दोनों के दो बच्चे हुए- अक्षय खन्ना और राहुल खन्ना। विनोद एक खुशहाल जिंदगी जी रहे थे।

 

 

शशि कपूर के बाद वो दूसरे एक्टर थे जो संडे को काम नहीं करते थे लेकिन इसी बीच उन्हें अपनी जिंदगी में एक खालीपन सा लगा। विनोद ने दौलत, शोहरत और आलीशान घर छोड़कर संन्यास का फैसला किया। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि भले ही उनके पास दौलत-शोहरत है लेकिन एक कमी सी लगती है। इसी वजह से संन्यास का फैसला किया और अमेरिका में आध्यात्मिक गुरु ओशो के आश्रम चले गए।

 


ओशो के आश्रम में विनोद ने बेहद सादगी से जीवन व्यतीत किया। यहां वो 5 साल तक रहे। आश्रम में माली भी बने और टॉयलेट भी साफ किया। फिल्मों से संन्यास के बाद उन्हें 'सेक्सी संन्यासी' तक कहा जाने लगा। संन्यासी बनने की वजह से विनोद का परिवार टूट गया। जब वो इंडिया लौटे तो पत्नी ने उन्हें तलाक दे दिया। परिवार के अलग हो जाने के बाद विनोद खन्ना ने फिर से बॉलीवुड में हाथ आजमाया और फिल्म 'इंसाफ' की। साल 1990 में विनोद खन्ना ने कविता से शादी की। दोनों से एक बेटा और बेटी है। 

 

Konika