वाणी कपूर ने बॉलीवुड में अपने उतार-चढ़ाव को लेकर की अपने दिल की बात, शेयर किया पोस्ट

9/29/2023 2:02:54 PM

नई दिल्ली/टीम डिजिटल।  वाणी कपूर ने बॉलीवुड में अपने उतार-चढ़ाव पर दिल खोलकर बात की। वाणी कपूर को उनकी एक्टिंग के लिए हमेशा सराहा गया है। उन्होंने अपनी फिल्मों के मामले में चयनात्मक रुख अपनाया है, लेकिन हर प्रोजेक्ट में उन्होंने अपना सबकुछ दिया है, जैसे शुद्ध देसी रोमांस, बेफिक्रे, वॉर, चंडीगढ़ करे आशिकी आदि। अपने उतार-चढ़ाव के बावजूद, वाणी ऐसी शख्स हैं जो राडार के नीचे रहना चाहती है।

 

अभिनेत्री अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इंडस्ट्री में अपने सफर के बारे में अपने दिल की बात बताती हैं। वह कहती हैं, “चाहे वह एक छोटे शहर की लड़की की भूमिका निभाना हो या एक शहरी तेजतर्रार परसियन की भूमिका निभाना हो या एक ट्रांस लड़की की भूमिका निभाना हो.. एक शॉट को सही करने के लिए घंटों तक झूले के खंभे पर उल्टा लटकना, टैंगो और  हिप हॉप  सीखने के लिए हर दिन 8 घंटे अभ्यास करना और डेब्यू के बाद उस एक अच्छी भूमिका के लिए वर्षों तक धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करना।

 

वाणी आगे कहती हैं, ''कई ऑडिशन देने के बाद, उनमें से कुछ में मैं सफल हो गई और कुछ में मैं कमरे में पहुंचने से पहले ही असफल हो गई.. जिन सभी चीजों में मैं सफल हुई या बुरी तरह से असफल रही, उनके पीछे एक शर्मीला, अंतर्मुखी और अस्पष्ट रूप से सामाजिक रूप से अजीब व्यवहार है। वह लड़की जो अपना सिर नीचे रखती है और अपने सपनों के लिए कड़ी मेहनत करना चाहती है..”

 

 

 

 

 

View this post on Instagram

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

A post shared by Vaani Kapoor (@_vaanikapoor_)

अभिनेत्री आगे कहती हैं, “अपनी असफलताओं (जिन्हें हमेशा दुनिया देखती है और जिन पर राय रखती है), कई अस्वीकृतियों, दिल टूटने, रातों की नींद हराम करने और अथाह चिंता से सीखते हुए, यह लड़की कोशिश करना बंद नहीं करेगी। लगातार काम कर रही हूं, और भी अधिक मेहनत कर रही हूं और अपने आशावाद को जीवित रखे हुए हूं! क्योंकि अंत में हमें बस इतना ही मिला है! हम स्वयं और हमारी मान्यताएँ !! यह जानते हुए कि असफल होने का मतलब केवल यही है कि व्यक्ति में प्रयास करने का साहस है।''

 

वाणी आगे लिखती हैं, “असफल होने का डर, ट्रोलिंग का डर (जिसका मैंने बहुत सामना किया है) आलोचना या अस्वीकृति का डर खुद का समर्थन करने का साहस न होने के डर की तुलना में कुछ भी नहीं है। तो मेरे अंदर की छोटी लड़की इसे हमेशा एक मूक प्रार्थना की तरह कहेगी 'अगर देर-सबेर नहीं, लेकिन अंत में..अच्छे लोगों के साथ अच्छी चीजें होती हैं' और 'केवल वे ही सफल होते हैं जिनमें विश्वास करने का साहस होता है' काम के मोर्चे पर वाणी दो विविध परियोजनाओं - मैडॉक फिल्म्स, सर्वगुण संपन्न, और यश राज फिल्म्स ओटीटी शो, एक क्राइम थ्रिलर, मंडला मर्डर्स में दिखाई देंगी।

Content Editor

kahkasha