Exclusive Interview: सिंगल पिता और उसकी 3 बेटियों के बेजोड़ रिश्ते की कहानी, ''आंगन अपनों का''

11/17/2023 11:55:55 AM

नई दिल्ली। सोनी सबटीवी के अपकमिंग शो 'आंगन अपनों का' बाप-बेटी के रिश्ते की दिल छू जाने वाली कहानी है। जहां एक सिंगल पिता अपनी तीन बोटियों की परवरिश करता है और उनके बड़े होने पर उनकी शादी कर अपने फर्ज को पूरा करता है। वहीं, कहानी में एक बेटी का शादी पर एक अनोखा दृष्टिकोण है जिसे लेकर कहानी आगे बढ़ेगी। इस शो में एक्टर महेश ठाकुर एक सिंगल पिता की भूमिका निभा रहे हैं। वहीं बेटियों के रोल में एक्ट्रेस अदिति राठौड़, नीता शेट्टी और आयुषी खुराना है। इस शो में आयुषी मुख्य भूमिका में हैं जो तीन बेटियों में सबसे छोटी बेटी पल्लवी शर्मा का किरदार निभाने वाली हैं। पल्लवी एक स्वतंत्र महिला, एक शेफ हैं। जो अपने पिता की बहुत परवाह करती हैं और पापा को छोड़कर नहीं जाना चाहती इसलिए पल्लवी शादी से भी दूर भाग रही हैं।

 

महेश ठाकुर ( जयदेव)


सवाल: फैमिली शो पंसद करने वालों के लिए कितना खास होने वाला है ये सीरियल?
जवाब- फैमिली शो के हिसाब से तो ऐसा पहली बार है जब एक पिता अपनी तीन बेटियो के साथ शो को लीड कर रहा है।वरना ज्यादातर सास-बहु की कहानियां होती हैं। पहली बार male perspective दिखाया है शो में। शो में आगे कई पहलु सामने आएंगे जिसमें बाप-बेटी की बॉडिंग और भी कई चीजें उभर के सामने आएंगी।

सवाल- दो बच्चों के पिता होने के साथ आपने जयदेव के किरदार को खुद से कितना रिलेट किया?
जवाब- डिपेंड करता है कि कलाकार कैसे हैं जो आपके साथ काम कर रहे हैं जो मेरी बेटियों का रोल निभा रहे हैं अगर उनमें थोड़ा भी attitude होगा तो मेरी भावनाएं वैसे नहीं निकलेंगी। लेकिन ये तीनों इतनी प्यारी हैं तो इनके साथ एक पिता के रोल को मैंने पूरी भावनाओं के साथ निभाया। अब तक हमारा interaction काफी अच्छा रहा है। जिससे हम अपने किरदारों में अच्छा कर रहें हैं।

सवाल- बेटी की शादी के लिए मां-बाप पर सोशल प्रेशर का कितना प्रभाव पड़ता है?
जवाब- मां-बाप की जिम्मेदारी और सोशल प्रेशर दोनों एक साथ चलते हैं। अगर बेटी 25-30 साल की हो गई है तो सवाल उठने लगते हैं कि अब तक शादी क्यों नहीं हुई, कोई कमी है क्या? फिर मां-बाप को समाज को देने के लिए एक जवाब भी चाहिए होता है कि आखिर क्या वजह है। इसलिए मां-बाप भी प्रेशर में आ जाते हैं। कई बार लोग शादी जबरदस्ती करवा देते हैं और मां-बाप सोचते है कि हमारा फर्ज पूरी हो गया लेकिन बहोत-सी बार शादियां नहीं चलती और तलाक हो जाता है। 

 

आयुषी खुराना (पल्लवी)

सवाल- एक केयरिंग बेटी के अलावा पल्लवी के और कौन-से एंगल देखने को मिलेंगे?
जवाब-पल्लवी के बहुत सारे एंगल देखने को मिलेंगे, She is adjusting But uncompromising, वो एक समझदार लड़की है जो अपने काम में भी बहुत अच्छी है और पापा के लिए वो कुछ भी कर सकती है। इसके साथ ही वह नटखट भी है अपनी बहनों को परेशान करती है उनके साथ मस्ती करती है। पल्लवी शरारती और ड्रामेबाज भी है। लेकिन उसकी पहली priorty उसके पापा ही हैं।

सवाल-पल्लवी का उसकी दोनों बहनों के साथ कैसा रिश्ता है?
जवाब- पापा के अलावा पल्लवी के पास केवल उसकी बहनें ही हैं और उनके साथ पल्लवी का काफी अच्छा बॉंड है। पल्लवी सबसे छोटी है तो दोनों बहनों की लाडली है। वह अपनी बहनों के साथ शरारत-मस्ती सब करती है। बहनों के साथ सब कुछ शेयर करती है। मां न होने पर उसकी बहने ही उसकी छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखती हैं।

सवाल-क्या पल्लवी की पापा को न छोड़ कर जाने की जिद कहानी में घर जमाई का Concept लाएगी।
जवाब-पल्लवी पापा को छोड़ना नहीं चाहती तो शादी के बाद घर जमाई की कुछ कहानी होगी या नहीं इसके लिए आपको शो को देखना पड़ेगा और कुछ भी हो सकता है आगे कहानी में वो तो शो को देखने पर ही पता चलेगा।

 

अदिति राठौड़ (तनवी) 

सवाल- क्या तनवी ससुराल की जिम्मेदारियों के बीच फंस गई है और पापा से दूर हो रही है।
जवाब - तनवी चाहती है कि वो पापा और बहनों के पास जाए उनके साथ समय बिताए लेकिन कभी-कभी ऐसी परिस्थिती होती है जहां पर उसे लगता है कि अब ससुराल ही उसकी पहली जिम्मेदारी है उसका बेटा है पति और सास है तो उनकी भी देखरेख उसे ही करनी है। अगर वो ऐसा नहीं करेगी तो फिर कौन करेगा। साथ ही वह यह भी सोचती है कि पापा के पास पल्लवी है जो पापा का ध्यान रख लेगी। लेकिन फिर भी वह इस कशमकश में रहती है कि वो जाना चहाती है लेकिन जा नहीं पाती है।

 

नीता शेट्टी (दीपिका) 

सवाल- जैसा आपका किरदार है उससे career oriented लड़कियों के लिए शादी और कैरियर के बीच बैलेंस करने पर क्या मैसेज देना चाहेंगी। 
जवाब- ये किरदार यही मैसेज दे रहा है कि career oriented लड़कियों की भी फैमिली होती है लेकिन लोगों को दिखाई नहीं देता लोगों को फिर बस उसका काम ही नजर आता है। लेकिन कैरियर के साथ वह घर पर अपने पति  या शादी नहीं हुई तो अपनी फैमिली का भी ध्यान रखती है। कैरियर के साथ उसका फैमिली पर भी उतना ही ध्यान होता है। तो एक लड़की चाहे तो वह दोनों चीजों पर एक साथ फोकस कर सकती है। वो साइलेंटली सारी चीजें मैनेज करती है बजाय की दिखा दिखा कर।

Content Editor

Varsha Yadav