नाना पाटेकर के खिलाफ फिर मुंबई कोर्ट पहुंची तनुश्री, सुनवाई के लिए मिली नई तारीख

7/7/2019 4:31:41 PM

मुंबई: बाॅलीवुड एक्ट्रेस तनुश्री ने बीते साल भारत में मीटू का अभियान शुरू किया था। उन्होंने एक्टर नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जिसके बाद महिलाओं ने हिम्मत दिखाकर अपने खिलाफ होने वाले यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठाई थी। वहीं नाना पाटेकर को पुलिस ने कुछ दिनों पहले इस मामले में क्लीन चिट दे दी गई थी।

 

इसी बात से बिगड़ कर अब तनुश्री मुंबई अदालत में पहुंच गई हैं। तनुश्री ने ओशिवाड़ा पुलिस स्टेशन द्वारा फाइल की गई बी-समरी रिपोर्ट, जिसमें नाना को यौन शोषण के केस में क्लीन चिट दी गई थी, का विरोध किया।

तनुश्री के वकील नितिन सतपुते ने मुंबई के अंधेरी के रेलवे मोबाइल कोर्ट में उनका प्रतिनिधित्व किया। तनुश्री को कोर्ट ने बी-समरी के खिलाफ प्रोटेस्ट पेटिशन फाइल करने का समय दिया था। इस दौरान तनुश्री की पूरी लीगल टीम कोर्ट में मौजूद थी हालांकि ओशिवाड़ा पुलिस स्टेशन का एक भी अफसर उस समय कोर्ट में मौजूद नहीं था। कोर्ट ने तनुश्री के केस की डेट आगे बढ़ाकर 7 सितम्बर 2019 कर दी थी।


 

क्या है मामला

अक्टूबर 2018 में तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी। तनुश्री ने आरोप लगाया था कि साल 2008 में फिल्म हॉर्न ओके प्लीज के सेट्स पर नाना ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया था। उन्होंने कहा था कि नाना ने जबरदस्ती फिल्म के गाने की कोरियोग्राफी में इंटिमेट स्टेप्स को एड करवाया था। तनुश्री ने डायरेक्टर राकेश सारंग, कोरियोग्राफर गणेश आचार्य, प्रोड्यूसर समी सिद्दीकी का नाम भी इस केस में घसीटा था। इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने सेट्स पर उस समय मौजूद रहे चश्मदीदों से सवाल-जवाब शुरू कर दिए थे। 

नाना को मिली क्लीन चिट

केस की छानबीन के बाद मुंबई ओशिवाड़ा पुलिस थाने ने नाना पाटेकर को इस मामले में क्लीन चिट दे दी थी। उनका कहना था कि उन्हें नाना के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले, जिससे वो चार्ज शीट फाइल नहीं कर सकते और ना ही ट्रायल की मांग कर सकते हैं। इतना ही नहीं इस रिपोर्ट में भी कहा गया कि ये शिकायत बदले की भावना से फाइल की गई हो सकती है और लगता है कि ये नकली है। आखिर में रिपोर्ट में ये कहा गया कि नाना पाटेकर, राकेश सारंग, गणेश आचार्य और समी सिद्दीकी के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला। 


 

Smita Sharma