B''DAY SPCL: जन्म दिन के खास मौके पर पढ़े सनी के अब तक के सबसे ताबड़तोड़ डायलॉग्ज

10/19/2017 10:39:06 AM

मुंबई: बॉलीवुड एक्टर धर्मेंद्र के सबसे बड़े बेटे सनी देओल आज 61 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 1966 में हुआ था। वैसे ये बात कम ही लोग जानते हैं कि सनी का वास्तविक नाम अजय सिंह देओल है। उन्हें घर में सनी के नाम से बुलाया जाता था। बाद में उन्होंने इसी नाम से फिल्मों में आने की ठानी। सनी कुल चार भाई-बहन हैं। भाई बॉबी देओल के अलावा उनकी दो बहनें विजयता और अजीता हैं।

दोनों शादीशुदा हैं और अमेरिका में रहती हैं। ईशा और आहना देओल सनी की सौतेली बहनें हैं। सनी देओल ने 1983 में 'बेताब' के जरिये बॉलीवुड डेब्यू इया था। पर्दे पर उनकी इमेज एक दिलेर नौजवान की दिखी है। आज भी उन्हें उसी रूप में याद किया जाता है। सनी ने अपने करियर में कई उम्दा फ़िल्में दी। आज जन्मदिन के मौके पर हम उनकी फिल्मों के चुनिंदा संवाद पढ़ा रहे हैं। सच में ये संवाद सनी पाजी को ही शूट करते हैं।

1. दामिनी : चिल्लाओ मत। नहीं तो ये केस यहीं रफा-दफा कर दूंगा। ना तारीख ना सुनवाई, सीधा इंसाफ वो भी ताबड़तोड़।

दामिनी : चड्ढा समझाओ इसे। ऐसे खिलौने बाजार में बहुत मिलते हैं। पर इनसे खेलने के लिए जो जिगर चाहिए ना वो दुनिया के किसी बाजार में नहीं मिलता। मर्द उसे लेकर पैदा होता है और जब यह ढाई किलो का हाथ किसी पे पड़ता है ना आदमी उठता नहीं उठ जाता है।

घायल : झक मारती है, उतार कर फेंक दो यह वर्दी और पहन लो बलवंत राई का पत्ता अपने गले में। जब गुस्साए सनी ने फिल्म के सेट पर फाड़ दी जींस, ये 'खान' था वजह

जीत : पत्थरों की इस दुनिया में देवता बनना तो बहुत आसान है। इंसान बनना बहुत मुश्किल।

गदर : यह मुसलमानी है. मुसलमानी है यह। लो अब यह हो गई सिखनी। और अब किसी ने इसकी तरफ आंख भी उठाकर देखा तो वाहे गुरु दी सौ, गर्दन उखाड़ दूंगा। 

गदर : किन हिन्दुस्तानियों की बात करते हो तुम लोग. सारी दुनिया जानती है हमने बंटवारे के वक्त आप लोगों को 65 करोड़ दिए थे तब जाके आपके सिर पे तिरपाल आई थी. सिर ढंकने की औकात नहीं और बंदूकों की बात करते हैं आप लोग। 

अर्जुन : मैं तुम्हारे अकाउंटैंट का बेटा हूं। और यह पिटाई तुम्हारे अकाउंट में बहुत दिनों से लिखी थी।

जब सनी पाजी ने यारा ओ यारा गाने पर किया ऐसा डांस...

कहर : समंदर में मुट्ठी भर शक्कर डालने से उसका नमक कम नहीं हो जाता।

कहर : अगर किसी ने इसकी तरफ आंख उठाकर भी देखा तो उसके सारे खानदान की आंखें निकाल दूंगा।

खुदा कसम: जब मैं दुश्मन के साथ हाथ मिलाता हूं तो उसके हाथ की जीवन रेखाएं मिट जाती हैं।

इंडियन : हम गांधी जी को भी पूजते हैं और चंद्रशेखर आजाद को भी। मैं भी पहले प्यार से समझाता हूं फिर हथियार से।

बॉर्डर : वो कहते हैं सुबह का लंच जैसलमेर में करेंगे दोपहर का खाना जोधपुर में और रात का खाना दिल्ली में करेंगे। लेकिन आज हम उनका नाश्ता करेंगे। गुरु महाराज ने कहा है- एक खालसा सवा लाख के बराबर होता है आज उनकी बात सच कर दिखाने का वक्त आ गया है।