हाॅरर काॅमेडी और रहस्य के साथ- साथ औरतों का आदर करने का संदेश देती है फिल्म 'स्त्री'

8/31/2018 4:13:28 PM

मुंबईः बाॅलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर की फिल्म ''स्त्री'' आज रिलीज हो गई है। यह हॉरर कॉमेडी ड्रामा फिल्म है। इस फिल्म में श्रद्धा एक डरावनी भूतनी के किरदार में है। फिल्म की कहानी चंदेरी नाम के एक गांव में बुनी गई है जहां अचानक पुरुष रहस्यमयी ढंग से गायब होने शुरू हो जाते हैं। खबर उड़ जाती है कि स्त्री नाम की एक चुड़ैल है जो इन पुरुषों को गायब कर रही है। आज हम आपको इस फिल्म में जुड़ी कुछ हातों के बारे में बताने जा रहे हैं। 

 

 

हाॅरर काॅमेडी मूवी

यह फिल्म एक हाॅरर काॅमेडी है। फिल्म में एक भूतनी है जो रात को आती है। लड़कों को उनके नाम से बुलाती है। जैसे ही कोई मर्द आवाज सुनकर घूमता है। वह गायब हो जाता है। फिल्म में एेसी डरावनी घटनाएं होती हैं जो डराती हैं।

 

 

लेकिन इस फिल्म में फिल्ममेकर ने इसे हाॅरर रखने के साथ- साथ इसमें काॅमेड़ी का तड़का भी लगाया है। एेसे में अगर फिल्म में कुछ काॅमेडी सीन आए तो हम इसे अनइनटेंशल नहीं कह सकते क्योंकि इसे उस ढंग से बनाया जाता है। इस तरह की फिल्म बाॅलीवुड में एक- दो बार ही बनाई गई है। यह फिल्म उन्हीं कुछ फिल्मों में से एक है। 

 

 

कास्टिंग 

इस तरह की फिल्म बनाने के लिए सबसे ज्यादा जरुरी फिल्म की सही कास्टिंग होना है। इसके लिए एेसी कास्टिंग होनी चाहे जिसे देखकर एेसा लगे कि सब रियल में हो रहा है।

 

 

जैसे कि अगर कोई लड़का डरता है तो यह सब उसके साथ सच में हो रहा है।फिल्म में राजकुमार का किरदार एेसा ही है। जिसे देखकर लगता है कि ये जो कुछ भी हो रहा है उनके साथ सच में हो रहा है। 

 

 

रहस्य से भरी कहानी

फिल्म में कई घटनाएं एेसी दोती हैं जो फिल्म तो ऐर रहस्यमयी बना देती है। हम स्त्री के बारें में जाने के लिए और उत्सुक होते हैं।

 

 

औरतों का आदर 

फिल्म में बताया गया है कि यह एक वेश्या की कहानी है। कहा जा रहा है कि कुछ समय पहले इस गांव में एक वेश्या रहती थी। उसकी सुंदरता का हर कोई दीवाना था। लेकिन कुछ समय बाद उस वेश्या को एक आदमी से प्यार हो जाता है।

 

वह आदमी भी उस वेश्या के जिस्म से नहीं बल्कि उसकी आत्मा से प्यार करता है। अब इस फिल्म में उस वेश्या के साथ क्या हुआ ये देखना बाकी है। फिल्म में बताया गया कि औरत चाहे कोई भी काम क्यों न करती हो लेकिन हर किसी की रिस्पेक्ट करनी चाहिए।

 

 

एक संदेश 

फिल्म के शुरुआत में हम देखते हैं कि भूतनी से बचने के लिए गांव में लोगों ने अपने घरों के बाहर लिखवाया है ''ओ स्त्री कल आना''। वहीं फिल्म के अंत में हम देखते हैं कि दीवारों पर लिखा होता है ''ओ स्त्री रक्षा करना''।

 

 

जिसका मतलब को यही है कि अगर हम स्त्री का आदर करेंगे और उसकी अपने से बराबर का हक देगें तो वह हमारी पूरी तरह से रक्षा करेगी।   


 

सीक्वल की उम्मीद


बता दें कि फिल्म में श्रद्धा के किरहार को बड़े ही मिस्ट्री ढंग से पेश किया गया है। फिल्म को इस ढंग से बनाया गया कि जो कई तरह के रहस्यों को पैदा करता है। इतना ही नहीं इस फिल्म को देखने के बाद लगता है कि फिल्म को एक सीक्वल के लिए छोड़ दिया गया। अंत में तो हम इतना ही कहना चाहेंगी आप सबको भी यह फिल्म देखने एक बार जरुर जाना चाहिए।
   

Neha