हंसा-हंसा कर लोटपोट कर देगा सोनी सब का नया शो 'भाखरवड़ी', हुआ लॉन्च

2/11/2019 4:44:33 PM

नई दिल्ली। खुशियां देने के अपने वादे को आगे बढ़ाते हुए सोनी सब जेडी मजेठिया और आतिश कपाडिया के साथ एक बार फिर अपनी एक अनूठी पेशकश के साथ हाजिर है। पुणे की पृष्ठभूमि पर बना ‘भाखरवड़ी’ शो मराठी और गुजराती परिवार के वैचारिक मतभेदों पर हास्य से भरपूर कदम है। ये दोनों परिवार भाखरवड़ी के बिजनेस में एक-दूसरे को टक्कर दे रहे हैं।

 

जीवन के सार की तरह इस सीरीज में देवेन भोजानी और परेश गनात्रा जैसे विविधतापूर्ण कलाकार काफी लंबे समय बाद एक साथ टेलीविजन पर वापस लौट रहे हैं। ‘भाखरवड़ी’ 11 फरवरी को लॉन्च हुआ, जिसका प्रसारण सोमवार से शुक्रवार, रात 8 बजे केवल सोनी सब पर किया जायेगा। 

 

यह शो गोखले परिवार के मुखिया बालकृष्ण गोखले उर्फ अन्नार (देवेन भोजानी अभिनीत) और ठक्कर परिवार के मुखिया, महेंद्र ठक्कर (परेश गनात्रा अभिनीत) का दर्शकों से परिचय कराने आया है। व्याक्तित्व और सिद्धांतों में जमीन-आसमान के अंतर के साथ, यह शो उनकी विविधापूर्ण संस्कृति और सोच को दर्शाता है। 

 

सिद्धांतों का सख्ती से पालन करने वाले अन्नां को व्यापार में लगातार बेहद अपारंपरिक और मॉर्डन गुजराती फरसाण दुकान के मालिक महेंद्र से टक्कर मिलती रहती है। वह अपनी चालाकी और कुशलता से ऐसा करता है। एक-दूसर से लगातार भिड़ने वाले गोखले और ठक्कर को इस दुश्मनी के बीच अपने बच्चों  के बीच पनप रहे प्यार की वजह से बिजनेस में एक नया ट्विस्ट  देखने को मिलता है।

 

अक्षिता मुद्गल अभिनीत गायत्री ठक्केर, गोखले परिवार के बिलकुल पड़ोस में आ जाती है तो गोखले परिवार का सबसे छोटा बेटा अक्षय केलकर अभिनीत अभिषेक गोखले उससे तुरंत ही जुड़ जाता है और दोनों को धीरे-धीरे एक-दूसरे प्याार हो जाता है। अन्नां, अक्षय पर बहुत भरोसा करते हैं और उन्हें  लगता है कि गोखले भाखरवड़ी बिजनेस को बढ़ाने वाला वही खानदान का सबसे उपयुक्तक वारिस है। बस वही एक होता है जिसको उन्होंने सीक्रेट रेसिपी नहीं बतायी थी। 

 

वहीं दूसरी तरफ गायत्री एक आयुर्वेदिक न्यूरट्रिनिस्टव है। वह एक दयालु और नेक दिल लड़की है जोकि गरीबों की सेवा और उनकी मदद करने में भरोसा करती है। वह अपने पिता से प्यार करती है लेकिन अन्ना  की सच्चाई और अनुशासन की वजह से उनका भी सम्मान करती है। एक छोटे एकल परिवार से होने के कारण, उसे संयुक्त परिवार में रहने की बात अच्छी लगती है। गोखले परिवार की तरह ही वह अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़ी हुई है। 

 

विशुद्ध रिश्तों की गर्माहट और उसके सार, एक होने की भावना और फैमिली ह्यूमर को प्रस्तुत कर रहा, ‘भाखरवड़ी’ कुछ बेहद ही प्रतिभाशाली गुजराती और मराठी थियेटर तथा फिल्म इंडस्ट्री  के कलाकारों को एक साथ लेकर आ रहा है। उनमें स्मिता सरवड़े, कुणाल पंडित और तेजल अदिवारकर जैसे कलाकार शामिल हैं।

Chandan