अब यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए मसीहा बने सोनू सूद, सुरक्षित देश लौटे स्टूडेंट ने खुद सुनाई एक्टर की टीम द्वारा मिली मदद की कहानी

3/3/2022 11:42:09 AM

मुंबई. रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग रूकने का नाम ही नहीं ले रही। रूस द्वारा लगातार हमले किए जा रहे हैं। कई भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। काफी छात्र सुरक्षित भारत लौट आए हैं और जो रह गए हैं उन्हें भी लाने की तैयारी की जा रही है। इस युद्ध में एक बार फिर एक्टर सोनू सूद मसीहा बने नजर आ रहे हैं। यूक्रेन से सुरक्षित लौटे एक छात्र ने वहीं का पूरा हाल सुनाया और बताया कि सोनू सूद की टीम ने कैसे उनकी मदद की। सोनू नेखुद ये वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है।

PunjabKesari
यूक्रेन से जब फ्लाइट दिल्ली आई तो छात्र ने अपनी पूरी कहानी सुनाई। वीडियो में छात्र कह रहा है- 'मैं ल्वीव का मेडिकल स्टूडेंट हूं औऱ यह सबसे सेफ था। एंबैसी से हमें 15 दिनों पर युद्ध के कंडिशन के बारे में नोटिस आया कि आपकी इच्छा हो तो आप जा सकते हैं और यदि आपको सेफ लग रहा हो तो आप रुक सकते हो। सभी कह रहे थे कि ल्वीव सेफ है, यूनिवर्सिटी तो ये कह रही थी कि वॉर तो 8 साल से चल रहा है तो यूनिवर्सिटी थोड़े बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी खुली रहेगी और यूक्रेन का सिस्टम ये है कि तीन एब्सेंट पर वे निकाल देते हैं। इसलिए डरकर मैं नहीं आया। जब ये कंडिशन शुरू हुई, एंबैसी ने कहा जिनके पास जो बॉर्डर है आप वहां से निकल जाइए। मेरे पास था पोलैंड बॉर्डर।

छात्र ने आगे कहा- 'पोलैंड बॉर्डर में 3 बॉर्डर हैं, मैं निकला और रात हो चुकी थी। बस ने मुझे 20 मिनट पहले उतार दिया था। ठंड में बड़ी मुश्किल से हमने अपने लिए सेंटर ढूंढा, सुबह होते ही हम वहां से निकले और मेरे फ्रेंड ने वीडियो भेजा कि वहां मारपीट हो रही है और बच्चों के साथ गंदा सलूक हो रहा है। फिर मैं गया नहीं और लौटकर आ गया। इसके बाद मेरा कॉन्टैक्ट हुआ सोनू सूद की टीम से। उनकी टीम ने मुझे गाइड किया और बताया कि कौन सा बॉर्डर सबसे सेफ है, जबकि उस बॉर्डर का मेंशन एंबेसी ने नहीं किया था। मैं रात के 12 बजे निकला और तिरंगा लगाकर निकाला और इसका असर ये हुआ कि झंडे को देखकर किसी ने रोका नहीं और बॉर्डर पर हमें खाना भी खिलाया। फिर वहां से मैं सुरक्षित निकल पाया।' वीडियो शेयर करते हुए सोनू सूद ने लिखा- 'यूक्रेन में हमारे स्टूडेंट्स के लिए काफी मुश्किल समय और शायद अब तक का मेरा सबसे मुश्किल असाइनमेंट। सौभाग्य से हम कई स्टूडेंट्स को बॉर्डर पार करके सुरक्षित क्षेत्र में जाने में मदद करने में सफल रहे। आइए कोशिश करते रहें, उन्हें हमारी जरूरत है।' सोनू सूद ने अपने पोस्ट में भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास को भी शानदार काम करने के लिए बधाई दी है और उन्होंने लगातार सहयोग के लिए उनका धन्यवाद भी किया। फैंस इस वीडियो को लाइक कर रहे हैं और एक्टर की तारीफ कर रहे हैं।

PunjabKesari
बता दें कोरोना की पहली लहर के दौरान सोनू ने प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया था। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सोनू ने बहुत सारे मरीजों को अस्पताल पहुंचाया था और उनके लिए बेड, दवाईयां और अन्य चीजें उपलब्ध करवाई थी। अब एक्टर यूक्रेन में फंसे छात्रों को भारत वापिस लाने में मदद कर रहे हैं। एक्टर के नेक कामों का सिलसिला लगातार जारी है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Parminder Kaur


Recommended News

Related News