Happy Birthday Sonu Sood: फिल्मों के विलेन असल जिंदगी में हैं रियल हीरो, इस वजह से कहलाते हैं ''गरीबों के मसीहा''

7/30/2021 11:35:38 AM

बॉलीवुड तड़का टीम. फिल्मों के विलेन एक्टर सोनू सूद रियल लाइफ में असली हीरो हैं। एक्टर ने फिल्मों में तो अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीता ही है, रियल लाइफ में भी उनकी नेकदिली किसी से छिपी नहीं है। इसी वजह से लोग उन्हें बॉलीवुड के दिलदार, दयावान और गरीबों के मसीहा के नाम से जानने लगे हैं। आज लोगों के मसीहा सोनू सूद का बर्थडे हैं। 30 जुलाई को एक्टर अपना 48वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। तो एक्टर के इस खास मौके पर जानते हैं उनकी लाइफ से जुड़ी कुछ खास बातें...

 


सोनू सूद का जन्म 30 जुलाई 1973 पंजाब के मोगा में हुआ। शुरुआती पढ़ाई के बाद इंजीनियरिंग के लिए वो नागपुर आ गए और यहीं से उनके अंदर एक्टिंग का कीड़ा जागा। सोनू 5 हजार रुपए लेकर मुंबई आए थे। स्ट्रगल के दिनों में वह लोकल ट्रेन से सफर करते थे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर उस वक्त लिए गए टिकट की तस्वीर भी पोस्ट की थी। मुंबई में वह एक कमरे में तीन-चार लोगों के साथ रहते थे और जैसे-तैसे गुजारा हो रहा था। 

 

उनके करियर की शुरुआत तमिल फिल्म ‘कल्लाझागर’ से की, जबकि ‘शहीद ए आजम’ से उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इस फिल्म में सोनू ने ‘शहीद भगत सिंह की भूमिका निभाई।  इसके बाद वह कई फिल्मों में नजर आए। ‘दबंग’, ‘सिंबा’ जैसी फिल्मों में सोनू सूद के विलेन के किरदार को खूब सराहा गया। लेकिन कोई नहीं जानता था कि फिल्मों का विलेन एक दिन लोगों के लिए रियल हीरो बनकर उभरेगा। 

 


पिछले साल की शुरूआत से कोरोना पेनडेमिक के बीच सोनू सूद ने जिस तरह आगे आकर जरूरतमंदों और गरीबों की मदद की, सच में लोगों ने एक्टर को अपना मसीहा मान लिया और वाकई एक्टर की मदद से कई लोगों को जीवनदान भी मिला।

 


लॉकडाउन में प्रवासियों को पहुंचाया घर
देश में पिछले साल कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए जब सरकार ने अचानक लॉकडाउन लगा दिया था, तो प्रवासी मजदूरों को खाने के लाले पड़ गए थे। उस वक्त सोनू सूद से मजदूरों का दर्द सोनू से देखा नहीं गया और उन्होंने मदद करने का बीड़ उठा लिया। जिसके बाद कई लोगों एक्टर की मदद से अपने घर पहुंचे और उन्हें दुआएं भी दी।


कोरोना मरीजों को दिया जीवनदान
देश में कोरोना और लॉकडाउन के कारण कई लोगों आर्थिक तंगी का शिकार हो गए। उनके पास इलाज और खाने तक के लिए पैसे नहीं थे। ऐसे में सोनू सूद मसीहा बनकर कोरोना पीड़ितों के लिए आगे आए और अस्पतालों में उनके इलाज का इंतजाम किया। जिसकी वजह से कई लोगों को जीवनदान मिला।


गरीबों की मदद के लिए हरदम आगे
सोनू सूद ने न सिर्फ कोरोना पीड़ितों की ही मदद की। वह गरीब, बेसहारा और हर जरूरतमंद की मदद के लिए आगे रहते हैं। उन्हें अब तक की बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और बेहतर जीवन का जिम्मा उठाया है। गरीबों के खाने-पीने, काम धंधे से लेकर इलाज की सारी व्यवस्था की है।

 

 

मुसीबत के समय सोनू सूद की दरियादिली ने करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया। लोग एक्टर के काम से इतने इम्प्रेस हुए कि किसी ने अपने बच्चे का नाम सोनू के नाम पर रखा तो किसी ने उनके नाम से दुकान खोली। इतना ही नहीं कई लोगों ने उन्हें भगवान मानकर उनकी पूजा करनी भी शुरू कर दी। 

Content Writer

suman prajapati