''जिस थाली में खाते उसी में छेद करते हैं'' संसद में जया बच्चन के बयानों से गदगद हुई शिवसेना, कहा- आप सच बोलने और बेबाकी के लिए प्रसिद्ध

9/16/2020 11:16:08 AM

बॉलीवुड तड़का टीम.  सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री लोगों के निशाने पर है। कभी ड्रग्स मामले तो कभी नेपोटिजम को लेकर लगातार इंडस्ट्री आलोचना का शिकार हो रही है। बीते मंगलवार समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन और भाजपा सांसद रवि किशन ने ड्रग्स मामले में इंडस्ट्री को बदनाम करने पर खुलकर बात की और इशारों-इशारों में एक्ट्रेस कंगना रनौत पर भी तंज कसा। 


जया बच्चन ने सदन में कहा कि कुछ लोगों की वजह से पूरे फिल्म इंडस्ट्री की छवि को गंदा नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि बॉलीवुड के लोग जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं। इतना ही नहीं जया ने ये भी कहा कि जिन लोगों ने सिनेमा जगत के नाम पर पैसा और फेम कमाया, अब वे उसी क्षेत्र को गटर कह रहे हैं। मैं इसके साथ सहमत नहीं हूं। 

जया बच्चन के बयानों से शिवसेना काफी खुश नजर आ रही है। शिवसेना के मुताबिक जया ने वही बाते कह दी, जो शिवसेना की पार्टी कहना चाहती थी। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में जया बच्चन की तारीफ की है और कहा है कि वह अपने बेबाकी और सच बोलने के लिए प्रसिद्ध हैं। 
आज (बुधवार) को शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा, 'हिंदूस्तान का सिनेमाजगत पवित्र गंगा की तरह निर्मल है, ऐसा कोई नहीं कहेगा। लेकिन जैसा कि कुछ छोटे मोटे कलाकार दावा करते है कि सिनेमाजगत गटर है, ऐसा भी नहीं कहा जा सकता। जया ने भी सांसद में इस बात पर दुख प्रकट किया है। उनहोंने कहा, जया बच्चन के ये विचार जितने महत्वपूर्ण हैं, उतने ही बेबाक भी हैं। ऐसे में जया के बयानों पर कईयों ने आपत्ति भी जताई है। जया बच्चन सच बोलने और अपनी बेबाकी के लिए प्रसिद्ध हैं।' 


सामना में शिवसेना ने आगे लिखा, 'जया बच्चन ने अपने राजनीतिक और सामाजिक विचारों को कभी छुपाकर नहीं रखा। उन्होंने हमेशा महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ संसद में भावुक होकर आवाज उठाई है। ऐसे वक्त जब सिनेजगत को बदनाम किया जा रहा है तो अच्छे-खासे लोग अपनी जुबान बंद करके बैठे हुए हैं। ऐसे में जया बच्चन की बिजली कड़कड़ाई है।'


शिवसेना ने कहा, 'मनोरंजन जगत में जब ‘लाइट, कैमरा, एक्शन’ बंद है, तो लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दों पर से हटाने के लिए सोशल मीडिया पर बॉलीवुड को बदनाम किया जा रहा है। सिनेमाजगत के छोटे-बड़े हर कलाकार या तकनीशियन मानो ‘ड्रग्स’ के जाल में अटके हुए हैं, 24 घंटे वे गांजा और चिलम पीते हुए दिन बिता रहे हैं, ऐसा बयान देने वालों की ‘डोपिंग’ टेस्ट होनी चाहिए, क्योंकि इनमें से बहुतों के खाने के और तथा दिखाने के और दांत हैं।' 
सामने में आगे लिखा है, ' अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, धर्मेंद्र, जीतेंद्र, देव आनंद, पूरा कपूर खानदान, वैजयंती माला से लेकर हेमा मालिनी और माधुरी दीक्षित से लेकर ऐश्वर्या राय तक, एक से एक बढ़िया कलाकारों ने यहां योगदान दिया है। बॉलीवुड को हमेशा ऊपर रखने के लिए आमिर, शाहरुख और सलमान जैसे की स्ट्रास ने भी मदद की है। ये सारे लोग सिर्फ गटर में लेटते थे और ड्रग्स लेते थे, ऐसा दावा कोई कर रहा होगा तो ऐसी बकवास करनेवालों का मुंह पहले सूंघना चाहिए। खुद गंदगी खाकर दूसरों के मुंह को गंदा बताने का काम चल रहा है। इस विकृति पर ही जया बच्चन ने हमला किया है।'
शिवसेना ने कहा कि हॉलीवुड के बराबर बॉलीवुड का नाम लिया जाता है। लेकिन उद्योग क्षेत्र में जैसे टाटा, बिरला, नारायणमूर्ति और अजीम प्रेमजी हैं, वैसे ही नीरव मोदी और माल्या भी हैं। सिनेजगत के बारे में भी ऐसा ही कहना होगा। सब के सब गए गुजरे हैं, ऐसा कहना सच्चे कलाकारों का अपमान साबित होता है। उन्होंने फिर से जहा की तारीफ करते हुए कहा कि जया बच्चन ने इसी के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है और सिनेमाजगत की नींद तोड़ी है। अब देखना ये होगा इससे किन लोगों को खट्टा लगता है। 

suman prajapati