स्वर कोकिला को याद कर शर्मिला टैगोर बोलीं- अफसोस है मैं लता मंगेशकर अवॉर्ड उनके हाथों से नहीं ले पाउंगी

2/7/2022 11:58:09 AM

मुंबई. स्वर कोकिला लता मंगेशकर 6 फरवरी को हम सबको हमेशा के लिए छोड़कर चली गई। शिवाजी पार्क में लता का अंतिम संस्कार किया गया। राजकीय सम्मान के साथ लता को अंतिम विदाई दी गई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शरद पवार, सचिन तेंदुलकर, जावेद अख्तर, रणबीर कपूर, अजीत पवार और शाहरुख खान सहित कई हस्तियां शामिल हुईं। निधन के बाद स्टार्स और फैंस उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर ने भी लता को याद किया है और उनका कहना है कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि वह अब लता मंगेशकर के हाथों से लता मंगेशकर अवॉर्ड नहीं ले पाएंगी।


शर्मिला टैगोर ने कहा- 'मुझे 2020 में लता मंगेशकर अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट किया गया था, जो कोविड-19 के कारण स्थगित हो गया था। लताजी ने मुझे 2021 में फिर से कॉल किया। उस वक्त मैं कोरोना के दूसरे लहर की वजह से डर गई थी। मैंने उनसे यह पुरस्कार इस साल देने का अनुरोध किया था। यह बहुत बड़ा अफसोस है कि मैं उससे इसे प्राप्त नहीं कर पाऊंगा। यह ऐसा अद्भुत क्षण होता, जिसे अब मैंने अस्वीकार कर दिया गया है।  यह आखिरी बार था जब मैंने उनसे बात की थी।'


शर्मिला टैगोर ने आगे कहा- 'मैं छोटी थी जब फिल्म महल देखने के लिए गई थी और केवल एक चीज जो मुझे याद है वह गीत आएगा आने वाला... झूले पर मधुबाला के साथ। इसके बाद मैंने मुगल-ए-आजम देखी। लता जी की आवाज स्वाभाविक थी और उन्होंने दशकों तक गाने गाये। उनकी आवाज ईश्वर प्रदत्त थी। मैंने उन्हें गाते देखा है। उन दिनों लोग एक ऑर्केस्ट्रा के साथ रिकॉर्ड करते थे, और उनकी आवाज अनिवार्य रूप से फर्स्ट-टेक ओके थी। उन्होंने कई भाषाओं में सही उच्चारण के साथ गाया। उनकी आवाज अतुलनीय है और अमर रहेगी।'

Content Writer

Parminder Kaur