जब गौरी के प्यार में शाहरुख़ ख़ान पहुंच गए थे मुंबई, कुछ ऐसी है LOVE STORY

11/2/2018 12:02:06 PM

मुंबई: फिल्म इंडस्ट्री के किंग खान यानि शाहरुख़ ख़ान (Shahrukh Khan) आज अपना 53वां बर्थडे सैलिब्रेट कर रहे है। अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके शाहरुख़ ख़ान का आज हर कोई दीवाना है। जितने रोमांटिक किंग खान स्क्रीन पर दिखते है, उतने ही वह रोमांटिक अपनी पर्सलन लाइफ में है। आज बर्थडे के मौके पर हम आपको शाहरुख़ और गौरी खान (Gauri Khan) की लव स्टोरी से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें बताएंगे जो पहले कभी नहीं सुनी होगी आपने। 

 


शाहरुख़ और गौरी की प्रेम कहानी शुरू होती है साल 1984 में दिल्ली के पंचशील क्लब में चल रही एक पार्टी में, जहां 19 साल के शाहरुख़ की नजर, 14 साल की गौरी पर पड़ी थी। उस वक्त शाहरुख़ की नजरें गौरी को देखती ही रह गईं। उस पार्टी में शाहरुख़ ने गौरी को किसी और लड़के के साथ डांस करते देखा और उन्हें गौरी से प्यार हो गया।

 

 

शाहरुख़ गौरी को देखते ही दिल तो दे बैठे लेकिन उस रात शर्मीले शाहरुख़ गौरी से बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे। लेकिन शाहरुख़ के दिमाग से गौरी जाने का नाम ही नहीं ले रही थी। आखिरकार 25 अक्टूबर, 1984 को तीसरी मुलाकात में शाहरुख़ ने गौरी के घर का फोन नंबर हासिल कर ही लिया। गौरी और शाहरुख़ का प्यार हर दिन परवान चढ़ रहा था शाहरुख़ गौरी को लेकर बहुत ही पजेसिव थे। इतने पजेसिव की वह गौरी से इतनी सी बात पर लड़ जाया करते थे कि वो अपने बाल क्यों खुले रखती हैं।

 


शाहरुख़ की पोसेसिवनेस से परेशान होकर गौरी उन्हें दिल्ली में छोड़कर बिना बताए मुंबई चली गईं थी। शाहरुख़ गौरी की तलाश में अपने दोस्त को साथ लेकर मुबंई जा पहुंचे। मुंबई में पहले दो दिन शाहरुख अपने एक दोस्त के फ्लैट में रहे लेकिन तीसरे दिन जब दोस्त के माता-पिता आ गए तो मुंबई में अपनी तीसरी रात इन्हें वीटी स्टेशन के पास एक बेंच पर गुजारनी पड़ी।

 

 

बहुत खोजबीन के बाद आखिरकार शाहरुख़ ने गौरी को मुंबई के अक्सा बीच पर ढूंढ़ निकाला। शाहरुख़ को देख गौरी रोने लगी थी। गौरी दिल्ली वापस तो आ गईं लेकिन वो अब भी इस रिश्ते के बारे में फैसला नहीं ले पा रही थीं। उन्होंने शाहरुख़ से कहा कि वो कुछ दिन तक उनसे नहीं मिलना चाहतीं। उनकी ये बात सुनकर शाहरुख़ का दिल टूट गया। इसके बाद शाहरुख अपने टीवी सीरियल और थिएटर के काम में डूब गए। उन्होंने गौरी को फोन करना भी बंद कर दिया।

 


कुछ महीने बाद बाद शाहरुख़ को गौरी का खत मिला, जिसमें गौरी ने लिखा था कि वो उन्हें बेहद मिस कर रही हैं और आखिरकार दोनों के बीच सब कुछ ठीक हो गया। लेकिन दोनों की शादी अब भी एक बड़ा सवाल था क्योंकि गौरी हिंदू थीं और शाहरुख़ मुस्लिम। अभी शादी को लेकर कशमकश चल रही थी कि 1991 की शुरुआत में अचानक शाहरुख़ की मां की तबीयत खराब हो गई। 14 अप्रैल 1991 को शाहरुख की मां लतीफ फातिमा नहीं रहीं। 

 


मां की मौत के 2 हफ्ते बाद ही उन्होने फैसला कर लिया कि अब वो ये दिल्ली छोड़कर मुंबई शिफ्ट हो जाएंगे और फिर 26 अगस्त 1991 को शाहरुख़ और गौरी ने कोर्ट में शादी कर ली। शाहरुख़ और गौरी का निकाह भी हुआ, जिसमें गौरी का नाम आयशा रखा गया। इसके बाद 25 अक्टूबर 1991 को हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक दोनों की शादी हुई, जिसमें शाहरुख़ के करीबी लोग और फिल्म इंडस्ट्री के उनके दोस्त राजीव मेहरा, अज़ीज़ मिर्जा और विवेक वासवानी उनकी बारात में शामिल हुए।

 

 

शादी के अगले ही दिन शाहरुख़ और गौरी मुंबई रवाना हो गए क्योंकि शाहरुख़ को फिल्म 'दिल आशना है' की शूटिंग करनी थी। अगले पांच महीने तक दोनों निर्देशक अज़ीज मिर्जा के फ्लैट में रहे। गौरी मुंबई में नई थीं और शाहरुख़ फिल्म इंडस्ट्री में पैर नहीं जमा पाए थे। शुरुआत में दोनों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन शाहरुख गौरी के बार बार यही यकीन दिलाते कि अच्छे दिन बहुत जल्दी आएंगे। हुआ भी कुछ ऐसा ही... 1992 में शाहरुख़ ख़ान की फिल्म 'दीवाना' रिलीज हुई। दक्षिण दिल्ली में पूरा छिब्बा परिवार भी सपना थिएटर में अपने दामाद शाहरुख़ की पहली फिल्म देखने पहुंचा था।

 


गौरी के साथ उनकी शादीशुदा जिंदगी भी बेहद खुशहाल रही। लेकिन 2011 में वो भी हो गया जो शाहरुख़ के करियर में अब तक नहीं हुआ था। अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के साथ शाहरुख के जोरदार अफेयर की खबरें सुर्खियां बनने लगीं। ये खबरें भी छपीं कि इस अफेयर ने शाहरुख़ की शादीशुदा जिंदगी में भी हंगामा मचा दिया। कहते हैं कि अपने परिवार के लिए शाहरुख ने फैसला किया कि वो प्रियंका के साथ अब कभी काम नहीं करेंगे।

Konika