सुप्रीम कोर्ट पहुंची 'तांडव' की टीम, वकील बोले-'माफी मांग ली है तो अब इस केस में कुछ बचा नहीं'

1/27/2021 2:29:39 PM

मुंबई: निर्देशक अली अब्बास की वेब सीरीज 'तांडव' को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है।  कई राज्यों में 'तांडव' को लेकर को हो रहे विरोध और  मुकदमों के बाद टीम ने  सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। तांडव टीम ने उनके खिलाफ हुई एफआईआर को रद्द करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की,जिसपर आज सुनवाई हुई। कोर्ट में एक्टर  मोहम्मद जीशान अय्यूब,अमेजन प्राइम वीडियो (भारत) और तांडव के मेकर्स की याचिका पर सुनवाई हुई।

इस दौरान 'तांडव' के निर्माताओं के वकील  फली नरीमन ने कहा कि  सीरीज में से कुछ आपत्तिजनक कंटेंट को हटा दिया गया था और इस संबंध में माफी भी मांगी गई थी। उन्होंने कहा-'अब इस मामले में कुछ भी नहीं बचा है।'

जानकारी के लिए बता दें कि अमेजन प्राइम इंडिया की प्रमुख अपर्णा पुरोहित, निर्माता हिमांशु कृष्ण मेहरा, सीरीज के लेखक गौरव सोलंकी और एक्टर जीशान अयूब ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में की गई एफआईआर को रद्द करने की मांग की थी।

 

बता दें कि तांडव ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर 16 जनवरी रिलीज हुई थीं। रिलीज के बाद से ही सीरीज विवादों में हैं। सीरीज पर हिन्दू देवी देवताओं के अपमान का आरोप लगा है। वहीं विवाद बढ़ने के बाद अली अब्बास ने माफी मांग ली थी। उन्होंने कहा था- 'हम तांडव वेब सीरीज को मिल रही दर्शकों की प्रतिक्रियाओं को करीब से देख रहे हैं और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ विमर्श के दौरान उन्होंने हमें बड़ी तादाद में आ रही उन शिकायतों और याचिकाओं के बारे में बताया, जिनमें लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बातें कही गई हैं।

तांडव एक काल्पनिक कहानी है और किसी व्यक्ति या घटना से इसकी समानता महज एक संयोग है। कास्ट या क्रू का किसी व्यक्ति, जाति, समुदाय, मजहब, आस्था, राजनीतिक पार्टी या जिंदा या मृत व्यक्ति की भावनाओं को चोट पहुंचाने या अपमान करने का कोई इरादा नहीं था। कास्ट और क्रू सभी लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए बिना शर्त माफी मांगते हैं।' इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि सीरीज में से विवाद पैदा करने वाले सीनस को हटा दिया जाएगा। 

Smita Sharma