38 साल पहले रिलीज हुई थी ‘सत्ते पे सत्ता’, 6 देवरों की भाभी थी हेमा मालिनी

1/22/2020 1:22:37 PM

बॉलीवुड तड़का टीम.  डायरेक्टर राज सिप्पी की 1982 की हिट फ़िल्म ‘सत्ते पे सत्ता’ को 22 जनवरी 2020 को रिलीज हुए पूरे 38 साल हो चुके हैं। ‘सत्ते पे सत्ता’ सात भाईओं की कहानी है। फ़िल्म में अमिताभ बच्चन बड़े भाई थे, जबकि सचिन, कंवलजीत सिंह, शक्ति कपूर और पेंटल ने उनके छोटे भाईओं की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में हेमा मालिनी, अमजद खान, रंजीता कौर और सारिका ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 

 

सत्ते पे सत्ता एक बड़े फार्महाउस पर रहने वाले सात भाइयों की कहानी है। फिल्म का पहला भाग उन भाइयों के जीवन को दर्शाता है जो अपने सबसे बड़े भाई रवि के नेतृत्व में बड़े होते हैं। अनाथ होने और अशिक्षित होने के कारण, सभी सात भाई अडिग हैं और उनमें सामाजिक शिष्टाचार और स्वच्छता का अभाव है। वे जानवरों के बीच एक खेत में रहते हैं। 

इसी बीच अमिताभ बच्चन यानी रवि को इंदु (हेमा मालिनी ) नाम की एक नर्स से प्यार हो जाता है। इंदु को साफ-सफाई और शिष्टाचार वाले लोग पसंद होते। इसलिए, रवि उससे झूठ बोल कर विश्वास दिलाता है कि उसके केवल 1 छोटा भाई शनि है और इस तरह इंदु अंततः रवि से शादी के लिए तैयार हो जाती है।  

 

जब इंदु को पता चलता है कि रवि के एक नहीं 6 भाई हैं तो घर में हंगामा खड़ा हो जाता है। इसके बाद वह धीरे-धीरे खुद में परिवर्तन लाते हैं और उनकी लाइफ बदल जाती है। लेकिन तभी रवि के 6 भाई 6 अन्य लडकियों के एक ग्रुप से मिलते हैं और उनके प्यार में पड़ जात हैं। यह 6 लड़कियां अपनी एक अपाहिज दोस्त सीमा की देखभाल करती हैं। लेकिन सीमा का चाचा रंजीत सिंह जायदाद के लिए सीमा की हत्या कराना चाहता है। इसकी जिम्मेदारी वह बाबू को देता है, जिसकी शक्ल रवि से हू-ब-हू मिलती है। 

जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, सीमा एक घटना के बाद रवि और इंदु के पास पहुंच जाती है। जब रंजीत की नजर रवि पर पड़ती है तो वह उसे धोखे से कैद कर लेता है और बाबू को रवि की जगह भेज देता है। बाबू, सीमा की हत्या करने की कोशिश करता है, लेकिन सदमे की वजह से सीमा अपने पैरों पर खड़ी हो जाती है और फिर से चलने में सक्षम हो जाती है। 

 

बाबू परिवार के साथ कई दिन बिताता है। अपराधबोध से उबरते हुए, बाबू अपनी असली मंशा कबूल करता है। परिवार उसे माफ कर देता है क्योंकि उसने इंदु का फायदा नहीं उठाया। बाबू भाइयों को रंजीत के ठिकाने पर ले जाता है जहां वे रवि को छुड़ाते हैं और रंजीत को हरा देते हैं। इस फिल्म का गाना 'मौसम मस्ताना' और डायलॉग 'अपुन दारू नहीं पीता' काफी मशहूर हैं। 

Edited By

Vikas Sharma