हिजाब विवाद को लेकर मचे हंगामे पर बोलीं ऋचा चड्ढ़ा- 'मैं ऐसी घटनाओं पर थूकती हूं', एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने भी निकाली अपनी भड़ास

2/10/2022 1:40:08 PM

बॉलीवुड तड़का टीम. भारत के कर्नाटक राज्‍य में मुस्लिम लड़कियों के स्‍कूलों के अंदर हिजाब पहनने को लेकर विवाद काफी गर्माया हुआ है। हिजाब विवाद का खूब राजनीति हो रही है। वहीं स्कूल-कॉलेज में यूनिफॉर्म को लेकर मचे इस बवाल पर बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर, कमल हासन और ऋचा चड्ढा जैसे तमाम स्टार्स का भी रिएक्शन सामने आया है।

 

एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने ट्विटर पर हिजाब पहने छात्रा का वीडियो शेयर किया, जिसमें कुछ लड़के उनके विरोध में जय श्रीराम के नारे लगा रहे हैं। इस वीडियो के साथ एक्ट्रेस ने लिखा- अपने लड़कों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाएं। कायरों का एक झुंड अकेली छात्रा पर हमला करने को गर्व समझ रहा है। लूजर्स क्या हैं, ये शर्मनाक है। आने वाले कुछ सालों में ये सभी जॉबलेस, निराश और दरिद्र हो जाएंगे। क्या है गरीब परवरिश। ऐसों के लिए कोई सहानुभूति नहीं कोई मुक्ति नहीं। मैं इस तरह की घटनाओं पर थूकती हूं।

 

वहीं ऐक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने भी इस घटना को शर्मनाक बताया और छात्रा को घेरने वाले लड़कों को भेड़िया कहा। 

 

 

साउथ एक्टर और राजनेता कमल हासन ने ट्विटर पर लिखा, "कर्नाटक में जो हो रहा है वह मुझे परेशान कर रहा है। निर्दोष छात्रों के बीच सांप्रदायिकता की जहरीली दीवार खड़ी की जा रही है। हमारे पड़ोसी राज्य में जो हो रहा है वह तमिलनाडु व अन्य राज्यों में नहीं फैलना चाहिए। ये पहले से ज्यादा सतर्क रहने का समय है।"

 

 

वहीं इससे पहले बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने कहा, 'स्कूल शिक्षा के लिए हैं यहां धार्मिक मुद्दा मत बनाइए। हर स्कूल की अपनी यूनिफॉर्म है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए। आपको जो भी पहनना है स्कूल के बाहर पहनिए।'

 

 

 

कैसे शुरू हुआ हिजाब विवाद


हिजाब विवाद की शुरुआत कर्नाटक से हुई थी, जहां कुछ लड़कियों ने आरोप लगाया कि हिजाब पहनने के चलते उन्हें कैंपस और क्लास में प्रवेश नहीं करने दिया गया। हिजाब को लेकर प्रदर्शन पिछले महीने कर्नाटक के उडुपी में सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी महिला कॉलेज से शुरू हुआ था। कॉलेज की छह छात्राओं ने आरोप लगाया गया कि हिजाब पहनने के चलते उन्हें क्लास में एंट्री देने से मना कर दिया गया।

 

 

वहीं 5 फरवरी, 2022 को राज्य सरकार ने कर्नाटक एजुकेशन एक्ट 1983 की धारा 133(2) को लागू कर दिया। इसके मुताबिक, सभी छात्र-छात्राओं को तय ड्रेस कोड पहनकर ही आना होगा। वहीं निजी स्कूलों के स्टूडेंट्स को भी तय यूनिफॉर्म ही पहनकर आनी होगी। आदेश में ये भी कहा गया है कि अगर किसी स्कूल या कॉलेज में कोई ड्रेस कोड नहीं है तो स्टूडेंट्स ऐसे कपड़े पहनकर नहीं आ सकते जिससे सामुदायिक सौहार्द्र, समानता और शांति व्यवस्था को खतरा हो। इसके बाद से कई स्टूडेंट्स स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पहनने को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं इसके विरोध में कई छात्र भगवा स्कार्फ पहनकर उनका विरोध कर रहे हैं।  

Content Writer

suman prajapati