SSR Case पर रिया के वकील का बयान,कहा-''जब मुंबई पुलिस की जांच में 2 महीने लगे तो हाय तौबा मचा दी और अभी कोई नतीजा ही नहीं''

12/28/2020 11:07:36 AM

मुंबई: सीबीआई, ईडी और एनसीबी  जैसी 3 केंद्रीय एजेंसियां लंबे समय से दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस जांच कर रही हैं। हालांकि अभी तक कोई भी एजेंसी किसी आखिरी नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है। केस में सीबीआई सुशांत ने आत्महत्या की थी या उनकी हत्या,  ईडी मनी लॉन्ड्रिंग और एनसीबी ड्रग्स के ऐंगल से जांच कर रही है।

कई महीने बाद भी किसी नतीजे तक नहीं पहुंचने के बाद अब लोग सीबीआई की जांच पर सवाल उठाने लगे हैं। रविवार को जहां महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि सीबीआई जांच को 5 महीने हो गए अब उनको को बताना चाहिए कि सुशांत ने आत्महत्या की थी या उनकी हत्या हुई थी।

 

वहीं अब इस केस की मुख्य आरोपी कहे जाने वाली सुशांत की गर्लफ्रेंड और एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि सीबीआई को अपनी जांच के बारे में बताने के लिए बोला। उन्होंने अपने बयान में कहा- 'मैं महाराष्ट्र सरकार के गृहमंत्री अनिल देशमुख के के बयान का स्वागत करता हूं जिसमें उन्होंने सीबीआई से सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले को लोगों के साथ साझा करने को कहा है। जब मुंबई पुलिस की जांच में 2 महीने का वक्त लगा था तो लोगों ने बहुत हाय-तौबा मचाई थी और अभी तक जांच का कोई नतीजा ही नहीं आया है।'

सतीश मानेशिंदे ने आगे कहा- 'पटना में रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार पर झूठे आरोप लगाते हुए जुलाई 2020 में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। मुंबई पुलिस के साथ ही ईडी, एनसीबी, सीबीआई के साथ ही पटना पुलिस ने भी रिया के खिलाफ ही जांच की। उन्हें झूठे केस में बिना सबूतों के एनसीबी ने गिरफ्तार किया। कई एजेंसियों द्वारा उनका शोषण किया गया और हिरासत में रखा।

एक महीने तक हिरासत में रहने के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया। रिया ने सुशांत की बहनों पर भी बिना सही मेडिकल जांच के उन्हें गैर-कानूनी दवाइयां देने का आरोप लगाया। उनका आरोप है कि दवाइयों का गलत असर भी उनकी मौत का कारण हो सकता है।'

 

मानेशिंदे ने अपने बयान में आगे कहा- 'अब सुशांत के निधन को 6 महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। मैंने हमेशा कहा है कि चाहे कोई भी जांच करे लेकिन सच हमेशा वही रहेगा। चाहे जो भी परिस्थितियां रही हों, सीबीआई को 4 महीने बाद अपनी जांच की रिपोर्ट के साथ सामने आना चाहिए। अब इस दुखद मामले का अंत होने का समय आ चुका है। सत्यमेव जयते।' 

 

बता दें कि सीबीआई ने सुशांत की मौत की जांच के लिए एम्स के फरेंसिक पैनल गठन किया था। इस मेडिकल बोर्ड के पैनल ने इस केस में सुशांत की हत्या की किसी भी संभावना को खारिज किया था। उन्होंने इसे सुसाइड का मामला ही बताया था। 
 

Smita Sharma