'मेरा दिल टूट गया,अब ऐसी महिलाओं को भी मजबूरी में बच्चा पैदा करना होगा जो उसको पाल नहीं सकती' US कोर्ट के अबॉर्शन लाॅ से दुखी प्रियंका

6/27/2022 8:50:04 AM

मुंबई: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिनों गर्भपात को कानूनी तौर पर मंजूरी देने वाले पांच दशक पुराने एतिहासिक रो बनाम वेड फैसले को पलट दिया है।  यूएस के सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला दिया है कि कोई भी लड़की बिना इजाजत अबॉर्शन नहीं करा सकती है। यूएस के सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के विरोध में देश के अलग-अलग राज्यों और शहरों में बड़े पैमाने पर लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।

कई स्टार्स ने  भी इस फैसले पर नाखुशी जाहिर की है। इंटरनैशनल स्टार प्रियंका चोपड़ा ने इस पर अपना रिएक्शन दिया। प्रियंका ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति मिशेल ओबामा की पोस्ट शेयर की है।

एक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से दो स्टोरीज शेयर की हैं। पहली स्टोरी में उन्होंने एक कार्टून पोस्ट किया है। वहीं दूसरी स्टोरी में उन्होंने अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा का एक नोट शेयर किया है। प्रियंका की कार्टून वाली स्टोरी में एक तरफ गन बना हुआ है वहीं दूसरी तरफ बेबी बंप। गन की तस्वीर की तरफ लिखा हुआ है कि आप इसे रखने के लिए स्वतंत्र हैं। वहीं बेबी बंप की तस्वीर पर लिखा हुआ है कि आपको जबरदस्ती इसको रखना है। 

 इसके अलावा एक्ट्रेस ने मिशेल ओबामा का एक नोट भी शेयर किया है जिसमें लिखा है कि यह फैसला आने के बाद उनका दिल टूट गया है। उन्होंने मिशेल ओबामा का पोस्ट शेयर किया है जो यूएस सुप्रीम कोर्ट के उसी फैसले पर है। मिशेल ने इस पोस्ट में लिखा-'हां, मेरा दिल टूट गया। एक टीएनएज लड़की जो अपना स्कूल भी पूरा करने की स्थिति में नहीं है उसे नहीं पता कि वह अपनी जीविका कहां से चलाएगी केवल इसलिए क्योंकि कानून उसके बच्चा पैदा करने के अधिकार पर फैसला देगा। अब ऐसी महिलाओं को बच्चा पैदा करने के लिए मजबूर होना होगा जो उनका पालन-पोषण नहीं कर सकतीं। उनके पैरंट्स अपने बच्चे का फ्यूचर बर्बाद होते देखेंगे। इनकी मदद हेल्थ केयर के लोग भी नहीं कर पाएंगे क्योंकि उन्हें जेल का डर होगा।'


क्या है रो बनाम वेड फैसला?

रो बनाम वेड का ऐतिहासिक फैसला नॉर्मा मैककॉर्वी नाम की एक महिला की याचिका पर आया था। अदालती कार्यवाही में उनको ही ‘जेन रो’ नाम दिया गया है। दरअसल, मैककॉर्वी 1969 में अपना अबॉर्शन कराना चाहती थीं। उनके पहले से ही दो बच्चे थे। वह टेक्सास में रहती थीं जहां गर्भपात गैरकानूनी है, उसकी इजाजत तभी दी जा सकती है जब गर्भ धारण करने से मां की जान को खतरा हो। मैककॉर्वी ने फेडरल कोर्ट में याचिका दाखिल कर दावा किया कि टेक्सास का गर्भपात कानूनी असंवैधानिक है। इस मुकदमे में बचाव पक्ष के तौर पर तत्कालीन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी हेनरी वेड का नाम था हालांकि, नॉर्मा मैककॉर्वी को तब गर्भपात कराने की अनुमति नहीं मिल सकी थी। इसके दो साल बाद जनवरी 1973 में सुप्रीम कोर्ट ने मैककॉर्वी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि गर्भ का क्या करना है, गर्भपात कराना है या नहीं, ये तय करना महिला का अधिकार है।

दरअसल,हाल ही में अमेरिका) में गर्भपात कराने के मामलों में काफी वृद्धि हुई है। महिलाओं को गर्भपात का अधिकार दिया जाए या नहीं इसमें धार्मिक कारक भी शामिल रहे हैं। ये रिपब्लिकन्स (कंजरवेटिव) और डेमोक्रेट्स (लिबरल्स) के बीच विवाद का मुद्दा भी रहा है।

Content Writer

Smita Sharma