बाहुबली बनने के लिए प्रभास को करना पड़ा बेहद स्ट्रगल, जानिए उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें

10/23/2018 1:07:52 PM

मुंबई: टॉलीवुड इंडस्ट्री के स्टार प्रभास आज अपना 39वां बर्थडे सैलिब्रेट कर रहे है। प्रभास का जन्म 23 अक्टूबर को चेन्नई में हुआ था। उनका पूरा नाम वेंकट सत्यनारायण प्रभास राजु उप्पालापाटि है। प्रभास के पिता यू. सूर्यनारायण राजू उप्पालापाटि फिल्म प्रोड्यूसर थे। तीन भाईयों बहनों में प्रभास सबसे छोटे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रभास एक्टर नहीं बनना चाहते थे। प्रभास की पढ़ाई लिखाई हैदराबाद में हुई है। उन्होंने B.Tech की डिग्री ली है। शुरुआत में प्रभास बिजनेसमैन बनना चाहते थे। प्रभास के अंकल कृष्णम राजू तेलुगू इंडस्ट्री के जाने माने एक्टर हैं।उन्हीं के कहने पर प्रभास ने एक्टिंग में हाथ आजमाया। प्रभास आज पूरी दूनिया में फेमस है। लेकिन उन्हें ये स्टारडम पाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी है। 

 

प्रभास ने साल 2002 में तेलुगू फिल्म 'ईश्वर' से एक्टिंग की शुरुआत की। इस फिल्म से बहुत उम्मीदें की गई थीं लेकिन ये फिल्म लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आई। हालांकि ये फिल्म फ्लॉप नहीं थी, बल्कि इसे एवरेज हिट करार दिया गया। इसके बाद भी प्रभास की किस्मत रंग नहीं लाई और 2003 में रिलीज हुई उनकी दूसरी फिल्म 'राघवेंद्रम' भी बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं दिखा पाई। उनकी किस्मत का कनेक्शन लोगों से तब जुड़ा जब 2004 में फिल्म 'वर्शम' रिलीज हुई। इसमें प्रभास के साथ तृषा कृष्णम और गोपीचंद भी नज़र आए थे। शानदार एक्टिंग के लिए प्रभास ने Best Young Performer का संतोषम फिल्म अवॉर्ड जीता।

 


हालांकि, अभी प्रभास का स्ट्रगल यही खत्म नहीं हुआ। इसी साल रिलीज हुई उनकी फिल्म अडवि रामुडु (Adavi Ramdu) लोगों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। फिल्म को बहुत ही नकारात्मक रिव्यू मिला और फ्लॉप हो गई। फिर जाने माने डायरेक्ट एस. एस. राजामौली की नज़र प्रभास पर पड़ी। 2005 में राजमौली के निर्देशन में प्रभास की फिल्म 'छत्रपति' रिलीज हुई। ये फिल्म सुपरहिट हुई। एक शरणार्थी की भूमिका निभाकर प्रभास ने खूब तारीफें बटोरीं और ये फिल्म करीब 100 दिनों तक 54 थियेटरों में चलती रही।

 

 

इसके बाद एक बार फिर 2006 में उस समय लोगों को निराशा हाथ लगी जब प्रभास की फिल्म 'पौर्णमी' रिलीज हुई। अब प्रभास तेलुगू इंडस्ट्री में अपना सिक्का जमा चुके थे। उनकी फिल्म योगी (2007), मुन्ना (2009), बिल्ला (2009) और एक निरंजन (2013) बॉक्स ऑफिस पर हिट रही। 2011 में रिलीज हुई फिल्म डार्लिंग में उन्हें पसंद किया गया। मिस्टर परफेक्ट (2011) में भी प्रभास की कॉमेडी को लोगों ने सराहा। इन्होंने अपनी कॉमेडी से लोगों को इतना हंसाया कि कभी इन्हें डार्लिंग कहा गया तो कभी फैंस ने इनका निक नेम ही 'मिस्टर परफेक्ट' रख दिया।

 


कॉमेडी के बाद प्रभास ने अपने एक्शन से लोगों का दिल जीता. मारधाड़ और जबरदस्त एक्शन से भरपूर फिल्म 'रेबेल' (Rebel, 2012) में प्रभास ने तमन्ना भाटिया के साथ रोमांस करते हुए माफियाओं का खात्मा किया। ये फिल्म हिट रही और फिर 2014 में हिंदी में रिलीज हुई।  2014 में ही अजय देवगन की फिल्म 'एक्शन जैक्शन' से प्रभाष ने हिंदी सिनेमा में डेब्यू कर लिया। इस फिल्म में वो गेस्ट अपीयरेंस में थे। इस समय तक प्रभास रीजनल सिनेमा में तो अपने पैर जमा चुके थे लेकिन हिंदी भाषी लोगों के लिए अभी भी उनका नाम जाना पहचाना नहीं था।

 

 

2015 में सिनेमाघरों में बाहुबली (Baahubali: The Beginning)  रिलीज हुई। मुख्य रुप से तेलुगू में बनी इस फिल्म को तमिल, मलयालम और हिंदी में डब किया गया। इस फिल्म को हिंदी में करन जौहर के धर्मा प्रोडक्शन ने रिलीज किया। इसमें प्राचीन राज्य माहिष्मति राज्य की लार्जर दैन लाइफ की कहानी दिखाई गई जिसमें प्रभास ने अमरेंद्र बाहुबली (पिता) और महेंद्र बाहुबली (सिवुडु) दोनों का किरदार निभाया। ये महज फिल्म नहीं थी बल्कि परदे पर रची गई एक ऐसी तिलिस्मी दुनिया थी जिसने दर्शकों पर कभी ना उतरने वाला जादू कर दिया।

 


इस फिल्म का एलान 2011 में ही राजामौली ने कर दिया। तीन सालों में इस फिल्म की शूटिंग हुई और इस दौरान प्रभास ने कोई दूसरी फिल्म साइन नहीं की। उन्हें क्या पता था कि इसके जरिए वो सिनेमा की दुनिया में ऐसा स्टैंडर्ड सेट कर रहे हैं जहां तक पहुंचना सुपरस्टार्स के लिए सपने जैसा हो जाएगा। करीब 180 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने 650 करोड़ की कमाई की।

 

 

इसे देखने के बाद हर किसी के मन में यही सवाल था कि आखिर कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? इस सवाल का जवाब लोगों को 2017 में मिला जब 'बाहुबली: द कन्क्लूजन' (Baahubali 2: The Conclusion) रिलीज़ हुई। 'बाहुबली 2' देखने के बाद लोगों का रिएक्शन बता रहा था कि उन्होंने अपनी ज़िंदगी में पहले किसी भारतीय फिल्म में ऐसा कुछ नहीं देखा था जो प्रभास स्टारर इस फिल्म में देखा है।

 

 

Konika