Interview: अलग- अलग जॉनर की फिल्में करना चाहते हैं प्रभास

3/14/2022 12:41:21 PM

ज्योत्सना रावत। बॉलीवुड में पहले भी बहुत सी रोमांटिक फिल्में बनी हैं जिन की कहानी हीरो, हीरोइन और विलेन पर ही आधारित रहीं हैं। लेकिन प्रभास और पूजा हेगड़े की 'राधे श्याम' काफी अलग है। 'राधे श्याम' शानदार दृश्यों और गजब की सिनेमोटोग्राफी के साथ एक मनोरम प्रेम कहानी है। यह फिल्म दर्शकों के लिए कुछ नया लेकर आई है। प्रभास को एक रोमांटिक किरदार में देखना दर्शकों के लिए काफी दिलचस्प रहेगा। प्रभास फिल्म में एक मशहूर ज्योतिषी के किरदार में हैं जिसका नाम विक्रमादित्‍य है। विक्रमादित्‍य की भविष्‍यवाणी कभी गलत नहीं होती। राधा कृष्ण कुमार द्वारा निर्देशित इस फिल्‍म में गजब के वीएफएक्‍स है। फिल्म सनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। प्रमोशन के लिए दिल्ली पहुंचे एक्टर प्रभास और एक्ट्रेस पूजा हेगडे ने पंजाब केसरी/ नवोदय टाइम्स/ जगबाणी/ हिंद समाचार से खास बातचीत की। पेश है बातचीत के मुख्य अंश :

प्रभास 

बाहुबली के बाद जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ गई
राजमौली की फिल्म 'बाहुबली' से मेरी लाइफ में बड़ा चेंज आया। अब जिस फिल्म से मेरा नाम जुड़ता है, तो लोग उसे सिर्फ प्रभास की फिल्म के नाम से जानते हैं। बाहुबली फिल्म के बाद से फैंस को मुझसे और भी ज्यादा उम्मीदें हो गईं हैं। जिन पर खरे उतरने की मैं पूरी कोशिश करता हूं, ये एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मेरी पूरी कोशिश है कि फैंस का मनोरंजन करने के लिए मैं अपना बेहतर देता रहूं जिससे मेरे फैंस और ऑडियंस को मेरा काम पसंद आए। 

मैंने कभी अपना हाथ नहीं दिखाया
मैंने पामिस्ट्री में कभी विश्वास नहीं किया। मैंने कभी किसी को अपना हाथ भी नहीं दिखाया। वैसे काफी लोग इसमें विश्वास करते हैं। मैंने फिल्म के दौरान सिर्फ उतना सीखा जितना मेरे किरदार की जरूरत थी। 

अलग- अलग जॉनर की फिल्में करना चाहता हूं
मैं एक्शन के अलावा भी कुछ अलग करना चाहता था। मैं भविष्य में और भी एक्सपेरिमेंट करना चाहूंगा। चाहे वो कॉमेडी फिल्म हो या हॉरर फिल्म हो या फिर रोमांटिक। इसलिए मैंने ये एक अलग तरह की प्रेम कहानी की। मैंने 3-4 स्क्रिप्ट सुनीं थी और इसे फाइनल किया था। मैं आगे भी बॉलीवुड फिल्में करना चाहुंगा।

मैं हिंदी फिल्म डब नहीं करना चाहता
मैंने ये फिल्म हिंदी में अलग से शूट की है। मैं हिंदी फिल्म खुद करना चाहता हूं डब नहीं करना चाहता। आगे आने वाली फिल्मों में आप मुझे और अच्छा हिंदी बोलते देखेंगे। मैंने काफी कुछ सीखा है और सीख भी रहा हूं। 

पूजा हेगडे

मेरे करियर की ब्यूटिफुल लवस्टोरी
मैंने चार साल पहले ये फिल्म साइन की थी तब से अब तक मैं एक एक्टर के रूप में ग्रो कर चुकीं हूं। इन चार साल में मैंने बहुत कुछ सीखा। यह फिल्म मेरे करियर की बेहद खूबसूरत लवस्टोरी है।
चार साल इस फिल्म में लग गए मैं इस फिल्म से आत्मा से जुड़ी हुई हूं। 

बड़ी- बड़ी फिल्में हैं लाइनअप
ये मेरे करियर का सबसे एक्साटिंग टाइम है। एक के बाद एक पांच बड़ी - बड़ी फिल्में लाइनअप हैं। जिनमें सलमान खान के साथ ‘भाईजान’, रणवीर सिंह के साथ ‘सर्कस’, चिरंजीवी और रामचरण के साथ ‘आचार्य’ और महेश बाबू के साथ SSMB28 हैं।  ‘आचार्य’ में मैं गांव की लड़की के किरदार में हूं जो दो चोटी करती है, यह भी मेरा बिल्कुल अलग तरह का किरदार है। बीते सालों में मैनें जितना सीखा है, वो मेरी इन आने वाली फिल्मों में आपको साफ नजर आएगा। हर फिल्म में आपको एक अलग पूजा नजर आएगी।

मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एक्टर बनूंगी
मैं बहुत ही मिडिल क्लास और एजुकेटेड फैमिली से हूं, मेरा दूर- दूर तक कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं है। बचपन में मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एक्टर बनूंगी। मेरा भाई डाक्टर है, पापा लॉयर हैं और मां एमबीए हैं। मैं बस ये सोचती थी या ये कह लिजिए कि मेरा सपना था मुझे दुनिया घूमनी है, वो भी स्टाइल में। लेकिन ये सब नहीं पता था कि कैसे करूंगी। 

बेहद खूबसूरत लोकेशन्स हैं राधे श्याम में
इस फिल्म की शूटिंग में बहुत मजा आया। इस दौरान हम कई बेहद खूबसूरत जगहों पर गए थे। जिनमें जियोर्जिया और इटली है। इटली के पीसा में हम घूमें, जो बेहद खूबसूरत जगह है।

अमिताभ सर के साथ स्क्रीन शेयर करना ड्रीम था
हाल ही में मैंने अमिताभ सर के साथ एक एड शूट किया जो मेरे सपना पूरा होने जैसा था। मैं उस वक्त बहुत खुश हुई जब उन्हें मेरा नाम पता था। मैंने उनसे कहा कि आपके साथ काम करने के लिए मैं बहुत एक्साइटिड हूं, तो वो बोले आप भी तो साउथ में इतना अच्छा काम कर रही हैं। मैंने कहा नहीं मुझे आपके साथ काम करना है। 

इस वजह से की साउथ फिल्में
जब आप फिल्मी बैकग्राउंड से नहीं होते और आपकी पहली फिल्म न चल पाए तो आपको थोड़ा पीछे कर दिया जाता है। ऐसा तो है नहीं कि मेरे लिए फिल्मों के ऑफर लोग लेकर खड़े थे। लेकिन सच ये है कि उस टाइम साउथ से मुझे बहुत ही अच्छे ऑफर आ रहे थे और बॉलीवुड से जो आए वो उस समय मुझे ज्यादा पसंद नहीं आए थे। इसलिए मैंने साउथ की फिल्में करना पसंद किया। 

एक फिल्म को दो भाषाओं में करना मुश्किल
राधे श्याम फिल्म हिंदी और तेलूगु में है। ये एक नहीं दो फिल्में हैं कॉन्टेंट एक है। मैंने एक नहीं दो अलग - अलग फिल्में की हैं। जब फिल्म शूट हो रही थी तो तेलगु में एक ही टेक में हो जाता था क्योंकि उसमें कुछ सोचना नहीं पड़ता था औऱ हिंदी में दो से तीन टेक होते थे।


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Content Writer

Deepender Thakur


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