लता मंगेशकर के भाई को लिखे इमोशनल लेटर में छलका PM मोदी का दर्द, कहा- ''मैं एक राखी से गरीब हो गया''
5/27/2022 11:52:42 AM
बॉलीवुड तड़का टीम. ये बात किसी से छिपी नहीं है कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बॉन्ड कितना प्यारा था। दोनों आपस में भाई-बहन का रिश्ता शेयर करते थे, लेकिन अफसोस 7 फरवरी, 2022 को लता इस दुनिया को अलविदा कह गईं और भाई-बहन की ये जोड़ी टूट गई। बहन लता के निधन से पीएम मोदी को गहरा दुख लगा था। वो सिंगर के अंतिम दर्शन के लिए मुंबई उनके अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे। वहीं स्वर कोकिला के निधन के बाद पीएम को लता दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसमें उन्हें एक लाख रुपये का कैश अवॉर्ड मिला था। वहीं बीते गुरुवार लता दी के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने पीएम मोदी के लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार की राशि को पीएम केयर्स फंड में दान करने का फैसला किया।
दरअसल नरेंद्र मोदी ने हृदयनाथ मंगेशकर से कहा था कि वह राशि को किसी चैरिटेबल संस्था को डोनेट कर दें। इस बारे में हृदयनाथ मंगेशकर 26 मई को एक ट्वीट करते हुए लिखा, 'हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले लता दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड के रूप में मिली राशि को चैरिटी के लिए देने का फैसला किया है, जो बहुत ही महान काम है। हमारे ट्रस्ट ने इस राशि को पीएम केयर्स फंड को डोनेट करने का फैसला किया है।'
Such a gracious & noble gesture by our Hon’ble PM Shri Narendra Modi ji, of donating the cash prize component of the 1st ever Lata Deenanath Mangeshkar Award to charity! Our Trust has decided to donate it to the PM Cares Fund. @narendramodi @PMOIndia pic.twitter.com/srCy9SH9SE
— Hridaynath Mangeshkar (@hridaynathdm) May 26, 2022
इसके साथ ही हृदयनाथ ने पीएम मोदी की एक चिट्ठी भी शेयर की, जिसमें प्रधानमंत्री ने लिखा- ‘पिछले महीने मुंबई में पुरस्कार समारोह के दौरान मुझे जो स्नेह मिला, उसको मैं कभी नहीं भूल सकता। मुझे अफसोस है कि अपनी तबीयत खराब होने के कारण मैं आपसे मिल नहीं सका, लेकिन आदिनाथ ने कार्यक्रम को अच्छे से मैनेज किया। जब मैं ये पुरस्कार ग्रहण करने और अपना वक्तव्य देने के लिए उठा, तब मुझे कई तरह की भावनाओं ने घेर लिया। सबसे ज्यादा याद मुझे लता दीदी की आई। जब मैं पुरस्कार ले रहा था तब मुझे आभास हुआ कि मैं इस बार एक राखी से गरीब हो गया हूं। मुझे ये एहसास हुआ कि अब मुझे अपने स्वास्थ्य के बारे में पूछने वाला, मेरी भलाई के बारे में पूछने और साथ ही विभिन्न विषयों पर चर्चा करने वाले फोन कॉल नहीं मिलेंगे।’
पीएम मोदी ने अपने पत्र में आगे लिखा- इस पुरस्कार के साथ मुझे 1 लाख रुपये की नकद राशि मिली है, क्या मैं इसे किसी धर्मार्थ संस्थान को उनके कार्यों के लिए दान करने का अनुरोध कर सकता हूं? इस राशि का इस्तेमाल दूसरों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए किया जा सकता है, जो लता दीदी हमेशा से करना चाहती थीं। मैं एक बार फिर मंगेशकर परिवार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं और लता दीदी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’