लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित हुए PM मोदी, दीदी को याद कर बोले- पहली बार राखी उनके बिना होगी
4/25/2022 1:57:26 PM
बॉलीवुड तड़का टीम. दिवंगत गायिका लता मंगेशकर संग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी क्लोज बॉन्ड शेयर करते थे। पीएम मोदी लता दीदी को अपनी बड़ी बहन की तरह मानते थे। स्वर कोकिला के निधन के बाद प्रधानमंत्री उनके अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे और उनके निधन पर अपना दुख भी जाहिर किया था। वहीं अब दीदी के निधन के 2 महीने बाद पीएम मोदी को लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस मौके पर वह एक बार फिर लता दीदी को याद करते नजर आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रविवार को मुंबई में पहले लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार में भाग लेते देखा गया। सामने आई तस्वीरों में पीएम महान गायक को याद कर दीया जलाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा, मंगेशकर परिवार ने हमें बहुत कुछ दिया है। संगीत आपको राष्ट्रभक्ति और कर्तव्य के शिखर पर ला जाता है। हम सौभाग्यशाली है कि हमने इस शक्ति को लता दीदी के रूप में साक्षात देखा है और मंगेशकर परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी यज्ञ में अपनी आहुति देते रहा है।
Maharashtra | Prime Minister Narendra Modi receives the first Lata Deenanath Mangeshkar Award in Mumbai pic.twitter.com/RpgaAKetnC
— ANI (@ANI) April 24, 2022
मेरा दीदी का नाता बहुत पुराना
पीएम मोदी बोले, 'मैं सोच रहा था कि दीदी से मेरा नाता कब से और कितना पुराना है। मुझे याद है कि शायद चार या साढ़े चार दशक हुए होंगे सुधीर फड़के जी ने हमारा परिचय करवाया था और तब से लेकर आज तक इस परिवार के साथ अनगिनत घटनाएं मेरे जीवन का हिस्सा बन गईं।
दश्कों बाद राखी दीदी के बिना होगी-मोदी
स्वरकोकिला होने के साथ ही लता दीदी मेरी बड़ी बहन की तरह थीं। उन्होंने कई पीढ़ियों को प्रेम और करुणा की भाषा सिखाई। मैं खुद को भाग्यशाली महसूस करता हूं कि उन्होंने मुझे बड़ी बहन की तरह प्यार दिया। कई दशक बाद आने वाला रक्षाबंधन का त्योहार उनके बिना होगा।
जैसे लता दीदी जन जन की थीं उसी तरह ये पुरस्कार भी जन जन का
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, सम्मान ग्रहण करने जैसे विषय से मैं दूर रहता हूं लेकिन जब पुरस्कार लता दीदी जैसी बड़ी बहन के नाम से हो तो यह मेरे लिए यहां आना एक दायित्व बन जाता है। यह उस प्यार का प्रतीक है। मैं इस पुरस्कार को सभी देशवासियों को समर्पित करता हूं। जिस तरह लता दीदी जन जन की थीं उसी तरह उनके नाम से मुझे दिया गया ये पुरस्कार भी जन जन का है।