17 साल से विरान परवीन बाबी का घर..जिसमें 3 दिन तक सड़ती रही थी एक्ट्रेस की लाश, बिकाऊ है फ्लैट पर नहीं मिल रहा खरीदार
9/21/2022 5:17:51 PM
मुंबई: परवीन बाबी..80 और 90 के दशक की वो एक्ट्रेस थी जिसने अपने दमदार एक्टिंग और खूबसूरती से लोगों को अपना दीवाना बनाया। उस दौर में उनकी एक झलक देखने के लिए लोग मर-मिटते थे। उन्हें देखने के लिए कभी सिनेमाघरों में लंबी कतार लग जाती थी। इतनी ऊंचाइयों पर पहुंचने के बाद साल 2005 में परवीन बाबी का निधन हो गया था।
कैमरे की इस चमक-धमक के पीछे एक अलग ही दुनिया बसती जिसकी बानगी परवीन बाबी की मौत से पहले और बाद में देखने को मिली। लाखों लोगों को दीवाना बनाने वाली परवीन बाबी एकदम अकेली थीं। जब वो मानसिक बीमारी से लड़ रही थीं तब उनके पास कोई नहीं था। यहां तक कि जब उनकी मौत हुई, उसके तीन दिन तक किसी को भनक तक नहीं लगी थी। परवीन बॉबी को इस दुनिया को अलविदा कहे 17 साल हो गए मगर अब भी उनका मुंबई स्थित फ्लैट वीरान पड़ा है। जिस फ्लैट में परवीन बाबी की डेड बॉडी मिली थी वो मुंबई के जुहू एरिया में रिवेरा बिल्डिंग की 7वां मंजिल पर है। ये बिल्डिंग फेमस जुहू बीच के एकदम किनारे पर है। ये एक टैरेस फ्लैट है।
परवीन बाबी का फ्लैट समंदर के एकदम किनारे जहां रहने के लिए लोग तरसते हैं। लेकिन आज समंदर के किनारे बने परवीन के फ्लैट को लोग लेने से हिचकिचाते हैं। न तो इसका खरीदार मिल रहा है और न ही कोई इसे रेंट पर लेने को तैयार है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक सूत्र का कहना है- 'ये फ्लैट न सिर्फ बेचने के लिए है, बल्कि किराए के लिए भी उपलब्ध है। इसे 15 करोड़ रुपये में बेचा जा रहा है। अगर किसी को किराए पर लेना है तो हर महीने का 4 लाख रुपये रेंट होगा।'
जानकारी के मुताबिक जितेंद्र को ब्रोकर्स के साथ कॉर्डिनेट करने वाला कहा जाता है। हालांकि अभी तक ये क्लियर नहीं है कि वो फ्लैट का मालिक है या नहीं क्योंकि बिल्डिंग की लॉबी में नेम प्लेट पर अभी भी परवीन बाबी का नाम है जबकि दूसरी ओर फ्लैट के दरवाजे पर 'परवीन बाबी चैरिटेबल ट्रस्ट' लिखा है।
2014 में रह रहा था एक किराएदार
साल 2014 में कोई अग्रवाल किराएदार के तौर पर परवीन बॉबी के फ्लैट में रह रहा था, मगर वह उस वक्त मुश्किल में फंस गया जब उस पर व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल करने का आरोप लगा। इसके बाद उसे परिवार समेत फ्लैट छोड़कर जाने के लिए कह दिया गया।
क्यों फ्लैट नहीं लेना चाह रहे हैं लोग
सूत्र ने खुलासा किया- 'जो लोग वहां फ्लैट देखने आते हैं वे या तो इस बात से अनजान होते हैं कि उन्हें परवीन बाबी के फ्लैट में लाया जा रहा है लेकिन जैसे ही उन्हें पता चलता है कि ये घर दिवंगत एक्ट्रेस परवीन बाबी का है वे इसे लेने से इंकार कर देते हैं। यह बहुत अजीब है कि इस तरह के विचार लोगों के दिमाग में आ जाते हैं क्योंकि परवीन बॉबी की प्राकृतिक मौत हुई थी। एक्यूट सिजोफ्रेनिया के कारण उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। शायद लोग इस बात को लेकर सोचते हैं कि मौत के चार दिन बाद उनका शव फ्लैट से बरामद हुआ था। इस वजह से वे असहज महसूस करते हों।
गौरतबल है कि परवीन बाबी ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया लेकिन धीर-धीरे वे मानसिक रोगी बन बन गई। उन्हें लगने लगा था कि कोई उन्हें मराना चाहता है। उनकी इस बीमारी की वजह से दोस्त और करीबी उनसे दूर जाने लगे और आखिरी वक्त वह अकेले रह गई थी। बताया जाता है कि परवीन डायबिटीज और पैर की बीमारी 'गैंगरीन' से पीड़ित थीं जिसकी वजह से उनकी किडनी और शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। इसी वजह से उनकी मौत हुई थी लेकिन मौत के बाद तीन दिन तक उनकी लाश फ्लैट में ही सड़ती रही। उनके फ्लैट के बाहर दूध और न्यूजपेपर इकट्ठा होते देख पड़ोसियों को किसी अनहोनी की आशंका हुई। जब दरवाजा खुला तब सच सामने आया।