एम.एफ. हुसैन ने इस एक्ट्रैस की खातिर बुक करवा लिया था दुबई का पूरा सिनेमा हॉल

9/17/2017 10:02:40 PM

मुंबईः जिनकी कला के लोग दीवाने हैं, जिनका नाम कला के कद्रदानों ने सुनहरे अक्षरों में लिखा, जिनकी पेंटिंग्स लाखों करोड़ों में बिकती हैं, जिनके रंगों का सम्मान भी खूब हुआ। इतने सम्मान और इतनी दीवानगी के बावजूद उस शख्स को भारत छोड़कर जाना पड़ा। वो शख्स थे भारत के पिकासो यानि मकबूल फिदा हुसैन।

हुसैन शुरुआत में चार आना प्रति स्कवायर फीट की दर से पोस्टर पेंट करते थे। इसमें भी रंग लकड़ी और कैनवास का खर्च खुद हुसैन का होता था। उस दौर में पैसे बचाने के लिए मिट्टी के तेल से पेंटिंग बनाने वाले हुसैन को अपनी पहली पेंटिंग की कीमत 10 रुपए मिली। मुंबई के प्रसिद्ध जेजे स्कूल ऑफ आर्ट से पढ़े हुए हुसैन ने इसके बाद मॉर्डन आर्ट को आगे बढ़ाने का काम शुरू किया।

भारत के जाने माने चित्रकार एमएफ हुसैन का जन्म 17 सितंबर 1915 में मुंबई के पंढ़रपुर में हुआ। 32 साल की उम्र में ही हुसैन की गिनती नामी गिरामी चित्रकारों में होने लगी थी। एक कलाकार के तौर पर उन्हें सबसे पहले 1940 के दशक में ख्याति मिली। 1952 में उनकी पहली एकल प्रदर्शनी ज्यूरिख में हुई। इसके बाद उनकी कलाकृतियों की अनेक प्रदर्शनियां यूरोप और अमेरिका में हुईं।