''उड़ता पंजाब'' को लेकर सेंसर बोर्ड के एक्स चेयरपर्सन निहलानी ने किया बड़ा खुलासा, खड़ा हो सकता है विवाद!

8/19/2017 4:59:44 PM

मुंबई: पहलाज निहलानी को सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। बॉलीवुड में इस पैसले को सही बताया है। लेकिन पहलाज ने अपने कार्यकाल को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। एक इंटरवियू के दौरान पहलाज निहलानी ने बताया कि पिछले साल रिलीज हुई फिल्म 'उड़ता पंजाब' को सरकार ने उन्हें पास नहीं करने के लिए कहा था। 

इस बयान के बाद कई सवालों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन सोचने वाली बात है कि उन्होंने पहले ये बात क्यों नहीं बताई। पहलाज निहलानी का कहना है कि मिनिस्ट्री ने उन्हे फिल्म रिलीज न करने के लिए कहा था। पहलाज ने  यह भी बताया, 'मुझे कई जगह से इस फिल्म को पास नहीं करने पर प्रेशर डाला गया, मुझे पंजाब से भी इस फिल्म को लेकर निर्देश मिले कि ये फिल्म पास नहीं होनी चाहिए।' 

17 जून, 2016 को रिलीज हुई फिल्म 'उड़ता पंजाब' में सेंसर बोर्ड ने फिल्म में करीब 89 कट लगाए थे। कमेटी द्वारा फिल्म के नाम से 'पंजाब' शब्द को हटाने को कहा गया था। कमेटी को फिल्म के एक गाने पर भी एतराज था। इसके आगे बात करते हुए पहलाज बोले, 'मैंने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष होने के नाते जो मेरे पास चार्ज था उसकी गाइडलाइन्स को देखते हुए इस फिल्म को पास किया।' फिल्म पर विधानसभा चुनावों के कारण काफी राजनीतिक तलवारें खींची। फिल्म में पंजाब में फैले ड्रग्स को लेकर दिखाया जाने वाला कंटेंट दिखाया गया था जिसके कारण सरकारों पर सवाल उठना लाजमी थी। जिसकी कारण फिल्म काफी विवादों में रही थी। यहां तक कि सलमान खान की फिल्म 'बजरंगी भाईजान' को सेंसर से पास न करने का दबाव डाला गया।

इस इंटरव्यू में पहलाज निहलानी ने हाल ही में केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय का प्रभार संभालने वाली स्मृति ईरानी पर निशाना साधते हुए इसे मधुर भंडारकर की फिल्म 'इंदु सरकार' के साथ जोड़ा। इंटरव्यू में पहलाज कह रहे हैं कि स्मृति ईरानी चाहती थीं कि इंदु सरकार को बिना किसी कट्स के पास किया जाए। इस फिल्म को मिले कट्स से वे नाराज थीं।