SSR Case:मुंबई पुलिस की 66 दिन की जांच पर भारी पड़े  NCB के 36 घंटे, एकदम से बदल गई सुशांत केस की दिशा और दशा

9/6/2020 10:27:34 AM

मुंबई: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो टीम ने सुशांत सिंह राजपूत केस में ड्रग एंगल आने के बाद 36 घंटों में में न सिर्फ जांच की दशा और दिशा बदल दी है, बल्कि एक के बाद एक तीन बड़ी गिरफ्तारी कर एक बार फिर मुंबई पुलिस के 66 दिनों की जांच पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।

सवाल ये हैं कि जहां ड्रग लिंक पर एनसीबी से ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां कीं, 66 दिनों में मुंबई पुलिस या तो उसे सूंघ नहीं पाई। या फिर यूं कहे कि मुंबई पुलिस इसे सूंघना चाहती ही नहीं थी। 

 

सवाल उठना लाजमी

इस केस में मुंबई पुलिस को लेकर सवाल उठना लाजिमी है। दरअसल, ड्रग पेडलर्स मुंबई से गिरफ्तार हुए हैं और सुशांत की मौत के बाद भी मिरांडा ने जैद विलात्रा से ड्रग खरीदे तो इसकी भनक मुंबई पुलिस को कैसे नहीं लगी? मुंबई पुलिस ने रिया चक्रवर्ती से लेकर सैमुअल मिरांडा तक सबसे पूछताछ की। ये भी साफ है कि उन्होंने इनके मोबाइल रेकॉर्ड्स भी देखें होंगे फिर भी ड्रग डील पर नजर कैसे नहीं गई ये बड़ा सवाल है। जैद विलात्रा और अब्दुल बासित परिहार दोनों ने एनसीबी से पूछताछ में बॉलीवुड ड्रग रैकेट का खुलासा किया है, तो क्या इतने दिनों से यह सब मुंबई में चल रहा है। ऐसे में सवाल कई हैं, पुलिस की मंशा पर भी और उनके काम पर भी।

शनिवार को  बड़ी सफलता 

एनसीबी ने इस मामले में शौविक चक्रवर्ती और सैमुअल को गिरफ्तार किया था। वहीं शनिवार को दोनों को किला कोर्ट ने 9 सितंबर तक एनसीबी की रिमांड पर भेज दिया जबकि शाम होते ही टीम ने चश्मदीद गवाह दीपेश सावंत को भी गिरफ्तार कर लिया। दीपेश पर भी ड्रग खरीदने के आरोप हैं।

 

ड्रग ऐंगल पर चुप्पी  गृह मंत्री अनिल देशमुख ने साधी चुप्पी 

शनिवार दिन  महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का एक बयान भी आया। उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस सीबीआई का पूरा सहयोग कर रही है, लेकिन जब देशमुख से पूछा गया  66 दिनों की जांच में ड्रग ऐंगल की भनक भी मुंबई पुलिस को क्यों नहीं लगी तो वह हाथ जोड़कर बिना कुछ बोले वहां से चले गए। 

Smita Sharma