Nana Patekar B''day: जब दो वक्त की रोटी खाने को नहीं थे पैसे, करते थे ऐसा काम

1/1/2020 12:07:04 PM

बॉलीवुड तड़का टीम. मशहूर एक्टर नाना पाटेकर ने फिल्मों में अपने दमदार किरदार से हिंदी सिनेमा में अमिट छाप छोड़ी है। स्टार ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में काफी अच्छा समय बिताया है। बता दें आज ये एक्टर अपना 69वां बर्थडे मना रहे हैं। फिल्मों में अपने अभिनय से लोगों का दिल जीतने वाले नाना पाटेकर को फिल्मों से पहले काफी स्ट्रगल करना पड़ा। उनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी, जिसके कारण उन्हें की मजबूरियों का सामना भी करना पड़ा। तो चलिए जानते हैं उनकी लाइफ से जुड़ी खास बातें...


बता दें नाना पाटेकर का जन्म 1 जनवरी 1951 को मुरुद-जंजीरा किला में हुआ था। वो न सिर्फ एक अच्छे एक्टर बल्कि लेखक और फिल्म निर्माता भी हैं। एक्टर ने अपनी सुपरहिट फिल्मों के लिए कई नेशनल अवॉर्डस अपने नाम किए हैं। 


एक्टर ने अपने लाइफ के बारे में खुद बताया था कि उनकी घर की हालत इतनी नाजुक थी कि उनका गुजारा मुश्किल से होता था। जब वो 13 साल के थे तभी से काम करने लग गए थे। स्कूल से आने के बाद पाटेकर फिल्मों के पोस्टर्स पेंट करने का काम करते थे। उस दौरान उन्हें 35 रुपए महीने मिलते थे।

एक्टर ने बताया कि उनके घर में इतनी गरीबी थी कि उनके घर दो वक्त की रोटी के लिए भी पैसे नही होते थे। उनके पिता इस वजह से काफी परेशान रहते थे। जब वो 28 साल के थे तो उनके पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।


जब नाना स्कूल में पढ़ते थे तभी उन्होने थियेटर करना शुरू दिया था। वो जब पुणे में रहते थे तभी से वो एक्ट्रेस स्मिता पाटिल को जानते थे। उन्होंने बताया कि वो स्मिता पाटिल ही उन्हें फिल्मों में लेकर आईं थीं। वो ही उन्हें फिल्म के काम के लिए रवि चोपड़ा के पास ले गई। लेकिन नाना पाटेकर फिल्म में काम करने के लिए तैयार नही थे। लाख मना करने के बावजूद भी स्मिता नाना को डायरेक्टर के पास ले गईं। उस फिल्म का नाम 'आज की आवाज' था, फिल्म में नाना पाटेकर ने नेगेटिव रेपिस्ट का किरदार निभाया था। फिल्म में उनका किरदार खास नही था लेकिन उसी किरदार से एक्टर की फिल्मी यात्रा शुरू हो गई। 

Vikas kumar