MOVIE REVIEW: जिंदगी में आए उतार-चढ़ाव की कहानी है 'सुई धागा'

9/28/2018 2:13:26 PM

मुंबई: बॉलीवुड एक्टर वरुण धवन और एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा की फिल्म ‘सुई धागा- मेड इन इंडिया’ आज रिलीज हो गई है। पहली बार ये जोड़ी किसी फिल्म में धमाल मचाएगी। फिल्म में वरुण-अनुष्का मौजी-ममता के किरदार में नजर आएंगे। 'सुई धागा' में अनुष्का पहली बार इतने सिंपल लुक में दिखेंगी। शरत कटारिया द्वारा निर्देशित ये फिल्म भारत के शिल्पकारों और बुनकरों द्वारा हाथ से बनाए गए कपड़े और कारीगरी को सिनेमा के माध्यम से मुख्यधारा में ला रही है। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों में बुनकरों और कारीगरों द्वारा कपड़े पर किए गए काम को बहुत ही प्रखरता से दर्शाया गया है। 


कहानी

फिल्म की कहानी मौजी (वरुण धवन) और ममता (अनुष्का शर्मा) की है जो पति-पत्नी हैं और अपने माता-पिता के साथ छोटे शहर में रहते हैं। मौजी के दादा एक शिल्पकार हुआ करते थे। लेकिन फैक्ट्री बंद होने के बाद उनके पिता (रघुबीर यादव) को इस काम से घृणा हो गई। अब मौजी को एक सिलाई मशीन की दुकान में बॉय के रूप में रखा गया है, लेकिन कुछ ऐसे हालात बनाते हैं जिसकी वजह से ममता अपनी तरफ से मौजी को कोई बढ़िया काम करने की नसीहत देती हैं। मौजी को उसे बार-बार अपने मालिक के तानों को ना सहना पड़े। मौजी सिलाई मशीन के साथ कामकाज करने की तैयारी करता है। इस दौरान उसे कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। अंततः बहुत सारे उतार-चढ़ाव के बाद एक रिजल्ट आता है जिसे जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

 

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डायरेक्शन

फिल्म की कहानी अच्छी है और एक अहम मुद्दे की तरफ ध्यान भी आकर्षित करती है।लिखावट के साथ-साथ संवाद भी सोचने पर विवश करते हैं। जमीनी हकीकत क्या है और एक तबका किस तरह से जीवन व्यतीत करता है, उसको भी दर्शाने की शरत कटारिया ने बेहतरीन कोशिश की है। फिल्म की लोकेशन बढ़िया है और असली लगती हैं। कैमरा वर्क कमाल का है और कहीं कहीं बड़े ही दिलचस्प इमोशनल शॉट लिए गए हैं। फिल्म में मौजी के किरदार में वरुण धवन ने बहुत ही उम्दा अभिनय किया है। वो किरदार में पूरी तरह से लिप्त नजर आते हैं। वहीं ममता का किरदार अनुष्का शर्मा ने जबरदस्त तरीके से निभाया है। वो हर कदम पर वरुण धवन के साथ खड़ी नजर आती हैं। रघुबीर यादव ने हमेशा की तरह इस बार भी गजब अभिनय किया है। फिल्म की कास्टिंग बढ़िया है और सबसे अच्छी बात इसकी लेंथ है जो करीब 2 घंटे की है। फिल्म के कुछ सीक्वेंस तो आपको घर की याद भी दिला देते हैं। माता-पिता, पति-पत्नी के बीच के रिश्ते को बढ़िया दर्शाया गया है।


कमज़ोर कड़ियां

फिल्म की कमजोर कड़ी इसका इंटरवल के बाद का हिस्सा है जो काफी बिखरा-बिखरा सा है। ये प्रिडिक्टेबल लगता है जिसे दुरुस्त किया जाता तो फिल्म और भी बढ़िया लगती। वहीं ट्रेलर के हिसाब से एक खास तरह की ऑडियंस फिल्म को देखना पसंद करेगी, जो वरुण धवन और अनुष्का शर्मा से प्यार करती है। वहीं दूसरी तरफ जिन्हें हंसी-मजाक ठहाके और मसालेदार फिल्में पसंद हैं शायद वह इसे पसंद ना करें। रिलीज से पहले इसके गानों का बज सर्वोच्च नहीं था, जो हिंदी फिल्मों की एक अहम कड़ी होती है।


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Konika


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