Movie Review: एक जासूस की कहानी है 'रोमियो अकबर वाल्टर'

4/4/2019 4:14:33 PM

मुंबई: बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम की फिल्म 'रोमियो अकबर वाल्टर' (रॉ) सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। यह फिल्म 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध और बांग्लादेश के जन्म की पृष्ठभूमि पर बनाई गई है। इस फिल्म में मौनी रॉय और जॉन अब्राहम लीड रोल में है। रॉबी ग्रेवाल के निर्देशन में यह फिल्म बनी है।

 


कहानी

रोमियो (जॉन अब्राहम) एक बैंक में काम करता है और रॉ (जैकी श्रॉफ) उसे एक एजेंट के रूप में चुनकर अकबर मल्लिक बनाकर पाकिस्तान भेज देता है। वो वहां से कई महत्वपूर्ण जानकारियां भेजता है। इस बीच उसे किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है और रोमियो से अकबर मल्लिक बना यह रॉ एजेंट वाल्टर कैसे बनता है, ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी। 

 


एक्टिंग 


एक्टिंग की बात करें तो जॉन अब्राहम अपने किरदार में रमे नजर आते हैं। सिकंदर खेर का अभिनय भी दमदार है। रॉ प्रमुख की भूमिका में जैकी श्रॉफ खासा प्रभावित करते हैं। जबकि मौनी रॉय के पास बहुत कुछ करने का स्कोप नहीं था। बहरहाल, फिल्म की प्रोडक्शन वैल्यू कमाल की है। जिस तरह के लोकेशंस चुने गए हैं वो फिल्म को विश्वसनीयता प्रदान करते हैं।

 

 

इंटरवल के पहले की बात करें तो फिल्म काफी बोझिल जान पड़ती है। इंटरवल के बाद फिल्म की रफ्तार ठीक है मगर तब तक दर्शकों का ध्यान फिल्म पर वापस खींच लाना मुश्किल काम है। कुल मिलाकर यह कहा जाए तो गलत नहीं होगा कि अगर रॉबी ग्रेवाल अपने स्क्रीनप्ले पर और काम करते तो फिल्म का स्वरूप कुछ अलग होता।

 

 

डायरेक्शन

फिल्म के डायरेक्शन की बात करें तो फिल्म काफी अच्छी कहानी पर बुनी गई है। कई सीन पर लोकेशंस कमाल की है। 


 

Konika