मदर्स डे स्पेशल: बच्चों के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाती है मां, बॉलीवुड की इन फिल्मों में दिखे मां के कई रंग
5/9/2021 7:39:32 AM
मुंबई: मां और बच्चे का रिश्ता दुनिया के सबसे खूबसूरत रिश्तों में से एक है। कहा जाता है कि भगवान हर जगह नहीं पहुंच सकते इसलिए उसने मां को अपने रूप में भेजा है।अक्सर देखा जाता है जब बच्चे को जरा सी भी चोट लग जाती है तो मां बैचेन हो उठती है। मां शब्द जुबान पर आते ही एक अलग सुख का अनुभव होता है। यही वजह है कि मां और बच्चे के रिश्ते को आदर देते हुए हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है।
इसकी शुरुआत अमरीका में हुई थी। मां को सम्मानित करने का यह आईडिया सबको इतना अच्छा लगा कि इसे दुनियाभर में मनाया जाने लगा। बॉलीवुड में भी ऐसी कई फिल्में बनी है जिसने हर किसी को मातृत्व का पाठ पढ़ाया, मां की शक्तियों का एहसास कराया, मां की ममता को दर्शाया ,तो आज इसी खास मौके पर हम आपको बॉलीवुड की उन फिल्मों के बारे में बताएंगे जो मां के निस्वार्थ प्यार को दिखाती है और एक मिसाल पेश करती है।
मदर इंडिया (1957)
मदर्स डे का मौका हो मां का जिक्र हो और फिल्म मदर इंडिया की बात ना हो ये तो हो ही नहीं सकता। 1957 में आई फिल्म मदर इंडिया एक ऐसी ही मां की कहानी थी जो अपने बच्चों को काफी मुश्किलों से पाल रही होती है और ऊपर से कर्जदार के जुल्म से भी परेशान होती है, लेकिन वह डगमगाती नहीं है और अपने रास्ते बढ़ती रहती है।
निल बटे सन्नाटा (2015)
निल बटे सन्नाटा' भी एक ऐसी ही मां की कहानी थी जो खुद भले ही घरों में काम करती है लेकिन अपनी बेटियों के सपनों की उड़ान को पूरा करने के लिए हर दांव पर लगा दी है। फिल्म में मां का किरदार स्वरा भास्कर ने निभाया था।
वी आर फैमिली (2010)
साल 2010 में आई काजोल, करीना कपूर खान और अर्जुन रामपाल की फिल्म वी आर फैमिली भी एक मां के संघर्ष की कहानी को बयां करती है। ये एक ऐसी मां की कहानी थी जो अपने तीन बच्चों के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहती है, फिर चाहे अपने पति की गर्लफ्रेंड को एक्सेप्ट करना ही क्यों ना हो।
इंग्लिश विंगलिश (2012)
साल 2012 में आई दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी की इंग्लिश विंगलिश एक ऐसी कहानी को बहुत अच्छे तरीके से दर्शाती हैं जिसमें एक मां अपने अल्ट्रा मॉडर्न पति और बेटियों के बीच एडजस्ट होने की कोशिश करने के लिए दिन-रात मेहनत करती है। इसमें वह भले ही एक अच्छी मां, बहू और पत्नी साबित होती है लेकिन इंग्लिश में उनकी पकड़ मजबूत न होने के कारण उन्हें परिवार में ढंग से एडजस्ट नहीं किया जा रहा होता। श्रीदेवी का जबरदस्त मोनोलॉग हर किसी को एक सोशल मैसेज देता है और यह मैसेज हर मां के दिल की ही बात लगती है।
सीक्रेट सुपरस्टार (2017)
साल 2017 में ही आई फिल्म सीक्रेट सुपरस्टार ना सिर्फ एक ऐसी ऑर्डिनरी बच्चे की कहानी है जो एक्स्ट्राऑर्डिनरी होती है ,बल्कि एक ऐसी मां की कहानी जो अपने बच्ची की खुशी के लिए अपने पति के साथ साथ समाज से लड़ जाती है और उसे आजादी से उड़ने की इजाजत देती है। एक मां अपने बच्चों की जिंदगी बनाने और संवारने के लिए अपनी खुद की जिंदगी तक को दांव पर लगा देती है।
मॉम ( 2017)
साल 2017 में आई श्रीदेवी की फिल्म मॉम एक ऐसे बदले की कहानी थी, जो एक मां अपनी बेटी पर हुए अत्याचार से आहत होकर लेती है। यह फिल्म समाज को एक गहरा मैसेज भी देती है। फिल्म बताती है कि जब एक मां अपने बच्चे पर किए अत्याचार का बदला लेने की ठान लेती तो वह किसी भी हद को पार कर जाती है।
बदला (2019)
तापसी पन्नू, अमिताभ बच्चन स्टारर फिल्म बदला भी मां के बदले की कहानी थी। फिल्म में लीड रोल में तापसी पन्नू थी, जिनसे गलती से एक मर्डर हो जाता है। तापसी से जिस बच्चे की मौत होती हैं, उसकी मां के किरदार अमृता सिंह ने निभाया था। अमृता अपने बेटे की मौत का बदला लेती है। यह कहानी इस बदले के इर्द-गिर्द घूमती है और दिखाती है कि एक मां के कई रूप होते हैं। फिल्म की बताती है कि मां जितनी प्यारी और सरल होती हैं वह उतनी खतरनाक हो जाती है जब बात उसके बच्चों पर आती है।