Pics: 'ट्रेजिडी क्वीन' मीना कुमारी के बारें में जानें कुछ दिलचस्प बातें

8/1/2018 7:51:32 PM

मुंबईः बॉलीवुड में 'ट्रेजिडी क्वीन' के नाम से मशहूर द‍िग्‍गज अदाकारा मीना कुमारी का आज जन्‍मद‍िन है। अपनी खूबसूरती और अदाकारी से लाखों द‍िलों में अपनी जगह बनाने वाली मीना कुमारी का असली नाम महजबीं बानो था। उनके 85वें जन्‍मद‍िन पर गूगल ने डूडल बनाकर उन्‍हें याद क‍िया है। इसी के साथ आज उनके जन्मदिन के खास अवसर पर आपको बताते है मीना कुमारी से जुड़ी कुछ रोचक बातें-

अपने दमदार और संजीदा अभिनय से सिने प्रेमियों के दिलों पर छा जाने वाली ट्रेजडी क्वीन मीना कुमारी को उनके पिता अनाथालय छोड़ आए थे। एक अगस्त 1932 का दिन था। मुंबई में एक क्लीनिक के बाहर मास्टर अली बक्श नामक एक शख्स बड़ी बेसब्री से अपनी तीसरी औलाद के जन्म का इंतजार कर रहा था। दो बेटियों के जन्म लेने के बाद वह इस बात की दुआ कर रहे थे कि अल्लाह इस बार बेटे का मुंह दिखा दे। तभी अंदर से बेटी होने की खबर आई तो वह माथा पकड़ कर बैठ गया। मास्टर अली बख्श ने तय किया कि वह बच्ची को घर नहीं ले जाएगा और वह बच्ची को अनाथालय छोड़ आया। लेकिन बाद में उनकी पत्नी के आंसुओं ने बच्ची को अनाथालय से घर लाने के लिये मजबूर कर दिया। बच्ची का चांद सा माथा देखकर उसकी मां ने उसका नाम रखा "महजबीं"। 

बाद में यही महजबीं फिल्म इंडस्ट्री में मीना कुमारी के नाम से मशहूर हुई। वर्ष 1939 मे बतौर बाल कलाकार मीना कुमारी को विजय भटृ की "लेदरफेस" में काम करने का मौका मिला। वर्ष 1952 मे मीना कुमारी को विजय भटृ के निर्देशन मे ही "बैजू बावरा" में काम करने का मौका मिला। फिल्म की सफलता के बाद मीना कुमारी बतौर अभिनेत्री फिल्म इंडस्ट्री मे अपनी पहचान बनाने मे सफल हो गई। 

वर्ष 1952 मे उन्होंने फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही के साथ शादी कर ली। वर्ष 1962 मीना कुमारी के सिने कैरियर का अहम पड़ाव साबित हुआ। इस वर्ष उनकी "आरती", "मैं चुप रहूंगी" और "साहिब बीबी" और "गुलाम" जैसी फिल्में रिलीज हुईं। इसके साथ ही इन फिल्मों के लिये वह सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिए नामित की गई। यह फिल्म फेयर के इतिहास मे पहला ऐसा मौका था जहां एक अभिनेत्री को फिल्म फेयर के तीन नोमिनेशन मिले थे। 

वर्ष 1964 में मीना कुमारी और कमाल अमरोही की विवाहित जिंदगी मे दरार आ गई। इसके बाद पति-पत्नी अलग अलग रहने लगे। कमाल अमरोही की फिल्म "पाकीजा" के निर्माण में लगभग चौदह वर्ष लग गए। उनसे अलग होने के बावजूद मीना कुमारी ने शूटिंग जारी रखी। 31 मार्च 1972 को मीना कुमारी ने सेंट एलिजाबेथ अस्पताल में आख‍िरी सांस ली। 

Pawan Insha