ICU में जूझ रहे अनुपम की मनोज बाजपेयी ने की 1 लाख रूपए की आर्थिक मदद, भाई बोले ''पैसों की तंगी के चलते नहीं करवा रहे थे इलाज''

7/29/2020 1:28:46 PM

बॉलीवुड तड़का टीम. टीवी सीरियल 'मन की आवाज प्रतिज्ञा' में ठाकुर सज्जन सिंह के रोल से फेमस हुए अनुपम श्याम ओझा की तबीयत अचानक खराब हो गई है। उन्हें मुंबई के गोरेगांव स्थित लाइफलाइन मेडीकेयर अस्पताल में आईसीयू में भर्ती करवाया गया है। उन्होंने व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए बॉलीवुड सेलेब्स से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। मनोज बाजपेयी ने उन्हें एक लाख रुपए की आर्थिक मदद दी है। हाल ही में अनुपम के छोटे भाई अनुराग श्याम ने बताया उनकी हेल्थ और उनकी आर्थिक हालत के बारे में खुलासा किया है।



अनुराग ने मीडिया को बताया कि  भैया पिछले कई सालों से मुंबई में हैं। लेकिन पिछले 2-3 सालों से उनके पास काम नहीं है। वे काम करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें कोई ऑफर नहीं मिल रहा है। इसी बीच सालभर पहले उन्हें अपनी किडनी खराब होने की बात पता चली। उन्होंने डायलिसिस कराना शुरू किया। लेकिन आगे चलकर आर्थिक तंगी की वजह से उन्होंने इसे कराना बंद कर दिया। डॉक्टर ने किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी है, लेकिन पैसे न होने के कारण भैया ऐसा नहीं करवा पा रहे है।



अनुपम के भाई ने आगे बताया कि भैया एक्टिंग में करियर बनाने के लिए कई साल पहले उत्तर प्रदेश स्थित अपने गांव से मुंबई आए थे। उन्होंने बहुत काम किया, लेकिन पैसे नहीं बचा पाए। मुंबई में उनका घर भी नहीं है। वे पिछले कई सालों से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। मैं और मेरा परिवार (पत्नी और छह साल का बेटा ) उन्ही के साथ रहते है। कुछ साल तक मैंने भी थिएटर किया, लेकिन उसमे कमाई नहीं थी। इसलिए मैंने वह प्रोफेशन छोड़ दिया और एक होटल में काम करने लगा। फिलहाल हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं हैं। इसलिए हम मदद की गुहार लगा रहे है।


उन्होंने कहा, भैया की बीमारी का पता चलने के बाद मनोज बाजपेयी ने हमसे संपर्क किया और तुरंत एक लाख रूपए की मदद की। मैंने वो पैसे अस्पताल में जमा कर दिए है। उनके अलावा अब तक कोई और मदद के लिए आगे नहीं आया है। कोविड की वजह से अस्पताल वाले जल्दी से किसी भी मरीज को एडमिट नहीं कर रहे है। हम नहीं चाहते कि पैसों की वजह से भैया का इलाज बीच में ही रोकना पड़े। उम्मीद है कि कुछ और लोग हमारी मदद के लिए आगे आएंगे। हमें उनके इलाज के लिए तकरीबन 3 लाख रूपए की और जरूरत पड़ेगी।

Smita Sharma