मधुर भंडारकर ने करण जौहर पर लगाया वेब सीरीज का टाइटल चुराने का आरोप, धर्मा प्रोडक्शंस को मिला नोटिस

11/21/2020 10:03:52 AM

बॉलीवुड तड़का टीम. फिल्म मेकर करण जौहर का धर्मा प्रोडक्शन्स एक बार फिर मुसीबतों में घिरता नजर आ रहा है। इस प्रोडक्शन पर निर्देशक मधुर भंडारकर ने अपनी वेब सीरीज के टाइटल को चुराने का आरोप लगाया है। अपनी वेब सीरीज से मिलते जुलते नाम वाली सीरीज बनाने पर मधुर ने धर्मा प्रोडक्शन्स पर हमला बोला है। 


दरअसल, कुछ दिनों पहले नेटफ्लिक्स ने बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ की पत्नियों को लेकर एक वेब रियलिटी शो Fabulous Lives Of Bollywood Wives का ट्रेलर जारी किया था। अब मधुर भंडारकर ने कहा है कि बॉलीवुड वाइव्स उनका टाइटल है, जिसे उन्होंने करण जौहर को देने से इनकार कर दिया था। इस सब के बाद अब मधुर ने शो के निर्माताओं करण और अपूर्व मेहता से अपने शो का टाइटल बदलने की गुज़ारिश की है। 

 

मधुर करते हुए लिखा- ''प्रिय करण जौहर और अपूर्व मेहता ने मुझसे वेब के लिए बॉलवुड वाइव्स टाइटल मांगा था, जिससे मैंने इनकार कर दिया, क्योंकि मेरे प्रोजेक्ट का काम जारी है। यह नैतिक और सैद्धांतिक रूप से गलत है कि आपने टाइटल को 'द फेबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स' करके इस्तेमाल कर लिया। कृपया, मेरे प्रोजेक्ट को बर्बाद मत कीजिए। मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि टाइटल बदल दीजिए।'' 

 

इस विवाद को लेकर करण जौहर की कंपनी धर्मा प्रोडक्शंस को नोटिस भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि जब मधुर भंडारकर ने शीर्षक 'बॉलीवुड वाइव्स' पहले से ही पंजीकृत करवा लिया है तो करण ने अपनी वेब सीरीज का शीर्षक 'द फैबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स' क्यों रखा? मधुर भंडारकर ने यह शीर्षक प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया में पंजीकृत करवाया है। इम्पा के गिल्ड को संपर्क करने पर उन्होंने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि मधुर ने अपनी कंपनी के साथ 'बॉलीवुड वाइव्स' शीर्षक पहले से ही पंजीकृत करवा रखा है।

 


इम्पा ने इस पूरे मामले की जानकारी करण जौहर की कंपनी धर्मा प्रोडक्शंस को भी भेज दी है। इम्पा ने अपने पत्र में लिखा, 'हम आपको 20 नवंबर 2020 को गिल्ड से मिली उस पुष्टिकृत जानकारी को भेज रहे हैं जिसमें कहा गया है कि 'द फैबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स' नाम से कोई भी शीर्षक आपने गिल्ड में पंजीकृत नहीं करवाया है और हम आपको इस बारे में भी आगाह कर देना चाहते हैं कि जब आपने कोई शीर्षक पंजीकृत करवाया ही नहीं तो उसी से मिलता जुलता कोई दूसरा शीर्षक घोषित करके आपने किस तरह शीर्षक पंजीकरण नियम का उल्लंघन कर दिया।'


 

suman prajapati