बूढ़ी सास को किया टाॅर्चर.घर से निकाला...फिर बिना पैसे अकेले ही फ्लाइट में बिठाया...दर्द भरी है मधुबाला की बहन इंडिया आने की कहानी

2/4/2022 1:24:57 PM

मुंंबई: सास-बहू का रिश्ता खट्टा-मीठा होता है लेकिन कई बार दोनों के बीच ऐसी बातें हो जाती हैं, जो रिश्ते बिगाड़ देती हैं।  वहीं पहले कहा जाता था कि मायके में अच्छे दिन बिता लो फिर तो ससुराल में जाकर तो सास के ताने ही सुनने हैं। कई बार तो ऐसे केस सामने आए  जिनमें बहू अपनी सास और ननद की शिकायत करती थी। लेकिन अब जमाने के साथ-साथ हर चीज भी बदल रही है। अब बहू से परेशान होकर सास शिकायतें कर रही हैं। आए दिन खबरें आती हैं कि कैसे एक बहू ने अपनी बुजुर्ग सास को घर से निकाल दिया।

हाल ही में ऐसा ही एक मामला बाॅलीवुड से सामने आया है। ये मामला दिवंगत एक्ट्रेस मधुबाला की फैमिली से जुड़ा है। अपनी खूबसूरती के चलते ‘वीनस आफ हिंदी सिनेमा’ के नाम से जानी जाने वाली मधुबाला की बड़ी बहन से जुड़ा यह किस्सा कइयों के लिए दिल दिखाने वाला है। 

मधुबाला की सबसे बड़ी बहन 96 साल की कनीज बलसारा को उनकी बहू ने घर से बाहर निकाल दिया। इतना ही नहीं उनकी बहू समीना ने बुजुर्ग सास को न्यूजीलैंड के ऑकलैंड से बिना पैसे और बिना किसी सपोर्ट के मुंबई की फ्लाइट से बिठाकर इंडिया भेज दिया। कनीज 29 जनवरी की रात 8 बजे मुंबई लैंड हुईं। मधुबाला की भतीजी यानि कनीज बलसारा की बेटी  जो मुंबई में ही रहती हैं उन्हें किसी कजिन ने उनके आने की जानकारी दी, समीना ने नहीं। इस दर्द भरे वाक्ये की शुरुआत कहां से और कैसे हुई इसकी पूरी कहानी मधुबाला की बेटी ने एक इंग्लिश वेबसाइट को सुनाई।

परवीज ने बताया कि कनीज 17-18 साल पहले न्यूजीलैंड गई थीं। वह अपने बेटे फारुक से बेहद प्यार करती थीं। फारुक भी पेरेंट्स को बेहद चाहते थे इसलिए वह उन्हें अपने साथ रखने के लिए न्यूजीलैंड ले गए। वह एक इज्जतदार व्यक्ति थे और न्यूजीलैंड के करेक्शन डिपार्टमेंट में काम करते थे लेकिन भाभी समीना को पेरेंट्स से नफरत है।

बहू नहीं देती थी खाना, बेटा रेस्टोरेंट से लाता था

परवीज ने आगे कहा-भाभी समीना कभी भी पेरेंट्स के लिए खाना नहीं बनाती थी। भाई फारुक मम्मी और पापा के लिए पास के रेस्त्रां से खाना लाते थे। समीना की बेटी भी पेरेंट्स से बुरा व्यवहार करती थी। यहां तक कि वह उस वक्त समीना के साथ मौजूद थी, जब उसने मम्मी को घर छोड़ने पर मजबूर किया और जबरदस्ती फ्लाइट में बैठा दिया।


परवीज ने आगे कहा-मैं न्यूजीलैंड लगातार जाती रहती थी. मां भी दो बार इंडिया आईं लेकिन वह पिछले पांच साल से इंडिया नहीं आईं क्योंकि भाई ने कहा था कि उम्र ज्यादा होने की वजह से उन्हें हाई एल्टीट्यूड पर सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।

 

भाई के जाने के बाद बढ़ा टॉर्चर 

कनीज की बेटी ने आगे कहा-'समीना का टॉर्चर तब से और बढ़ गया था जब इसी साल 8 जनवरी को उनके भाई गुजर गए। सोचिए, मेरे भाई को गए एक महीने भी नहीं हुए हैं।'

मां के पास नहीं थे पैसे 

इससे बुरा और सुनिए फ्लाइट लैंड होने के बाद परवेज को फ्लाइट/एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ से फोन आया और उन्होंने बताया कि उनकी मां के पास कुछ भी पैसे नहीं कि वह RTPCR (COVID) के लिए पे कर सकें। मैंने उन्हें पैसं अंदर भेजे और फिर RTPCR हुआ और इसके बाद उन्होंने पहली मुझसे यही कहा कि बेटा तुम्हें पता है कि फारुक मर गया? मैं उसको कब्र में डालकर आई हूं। और मैं बहुत भूखी हूं, क्या मुझे कुछ खाने को मिल सकता है?


मधुबाला की छोटी बहन मधुर भूषण ने बताया-मैं शॉक्ड हूं, मेरे पास शब्द नहीं हैं इसके लिए कि मेरी बहन के साथ इस तरह का व्यवहार हुआ है।' उन्होंने बताया कि मेरी बहन को उनका पेंशन भी नहीं मिलता था, उनसे पैसे भी उनसे ले लिए जाते थे।

 

 

 

 

 

 

 

 

Content Writer

Smita Sharma