''माचिस की तीली, सीक-सलाई कहकर बुलाते थे लोग'' LIVA Miss Diva Universe हरनाज संधू ने किया अपने स्ट्रगल का खुलासा
10/6/2021 11:37:40 AM
बॉलीवुड तड़का टीम. लीवा मिस दीवा यूनिवर्स 2021 में मिस यूनिवर्स का ताज जीतकर हरनाज संधू ने पंजाब का नाम रोशन कर दिया है। आज पंजाब के लोगों को हरनाज पर खूब गर्व है। हालांकि ये मुकाम हासिल करने के लिए हरनाज को काफी स्ट्रगल करना पडा है। हाल ही में इस बात का खुलासा मॉडल ने मीडिया के साथ बातचीत में किया।
हरनाज ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि इंडिया ही नहीं इंडोनेशिया, फिलिपींस और साउथ अफ्रीका जैसे देशों से भी मुझे प्यार और सपोर्ट मिल रहा है। ये ताज एक जिम्मेदारी है। मेरे सिर पर लीवा मिस डीवा का जो क्राउन है, वह सिर्फ ताज नहीं है बल्कि भारत का झंडा है, जिसे मैं विश्व पटल पर ऊंचा लहराना चाहती हूं। मेरे लिए अब सिर्फ पंजाब की बेटी कहलाना काफी नहीं है, मैं इंडिया की बेटी हूं। मैंने मॉडलिंग के साथ-साथ पंजाबी फिल्मों में लीड ऐक्ट्रेस का काम भी किया है, मगर फिलहाल मेरा एक ही लक्ष्य है, मिस यूनिवर्स का ताज घर लाना।
उन्होने आगे कहा- मेरी मम्मी गाइनाकॉलजिस्ट हैं और पापा बिजनेसमैन। मगर मेरे माता-पिता ने कभी मुझ पर या मेरे भाई पर अपनी महत्वकांक्षाओं का बोझ नहीं डाला। मम्मी ने कभी प्रेशर नहीं बनाया कि हम लोगों को डॉक्टर बनना होगा। मुझे हमेशा से अपने देश का पॉलिटिकल सिस्टम अच्छा लगता था। मैं पब्लिक ऐडमिनिस्ट्रेशन की स्टूडेंट रही हूं, तो मुझे इस विषय में गहरी रुचि है और मैं इसी क्षेत्र में कुछ करना चाहती थी। मेरे नाम हरनाज का मतलब होता है, गॉड का नाज और मैं कह सकती हूं कि मैं ईश्वर की फेवरेट चाइल्ड हूं। मैं चाहती हूं कि मैं ऐसा काम करूं कि मेरे परिवार और देश को मुझ पर नाज हो।
बॉडी शेमिंग और बुलिंग को लेकर हरनाज ने कहा- मुझे माचिस की तीली, सीक-सलाई कहकर बुलाया जाता था। कुछ लोग ताने कसते, ज्यादा हवा में मत जाना, उड़ जाओगी। खाना नहीं मिलता क्या बेचारी को? मेरी ऑइली स्किन को लेकर भी खूब मजाक बनाया जाता था। बाद में जब मैं यूएस से पढ़ाई करके लौटी, तब मेरे एक्सेंट को लेकर मुझे बुली किया जाता था। मैंने बहुत कुछ सहा है। तब मैं खुद पर शक करने लगी थी। आज मैं समझ चुकी हूं कि हम सभी यूनिक हैं। जब मैं इस ब्यूटी पेजेंट में आई, तो यहां एक से बढ़कर एक खूबसूरत लड़कियां थीं, मगर मैंने खुद को उनका कॉम्पिटिटर नहीं माना। मुझे लगा मेरा मुकाबला खुद से है। आज जब मैं पलटकर देखती हूं, तो लगता है कि उस वक्त मुझे जितना गिराया गया, उससे सीख लेकर आज मैं ऊंची उठ पाई हूं।
उन्होंने बताया कि यह रातों-रात नहीं हुआ। धीरे-धीरे मैंने खुद के साथ वक्त बिताना शुरू किया। योग और मेडिटेशन शुरू किया। जब मैं अपनी मेंटल हेल्थ को लेकर मुखर हुई और मैंने उसे महत्त्व देना शुरू किया, तो मुझमें बदलाव आया। बॉडी शेमिंग और बुलिंग के कारण मेरे मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ा। मुझे एंजायटी इश्यूज होने लगे थे। मैं बहुत ही शर्मीली और अंतर्मुखी लड़की हुआ करती थी। मुझे अपनी काबिलियत पर शक होने लगा था। मुझे लगता था कि शायद मुझ में ही कमी है। उस दौरान मेरी मम्मी ने मेरा बहुत साथ दिया। उनका डॉक्टर होना बहुत काम आया। मेरी मम्मी और परिवार ने मुझे यकीन दिलाया कि तुम जो हो, दूसरों से अलग हो और तुम्हे खुद को स्वीकार कर आत्मविश्वास पैदा करना होगा। मुझे जब ब्यूटी पेजेंट्स के मंच मिले, तो मेरा ट्रांसफॉर्मेशन शुरू हुआ। 2017 में 17 साल की उम्र में मैंने टाइम्स फ्रेश फेस के लिए चंडीगढ़ को रीप्रेजेंट किया था। यही मेरी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट था। 2019 में मैंने फेमिना मिस इंडिया पंजाब का खिताब जीता। तब से लेकर मेरा पॉजिटिव अप्रोच जारी रहा और यही वजह है कि आज मैं लीवा मिस डीवा का खिताब हासिल कर पाई हूं।