विवेक अग्‍न‍िहोत्री के साथ अपना वादा पूरा नहीं कर पाई लता मंगेशकर, डायरेक्टर बोले-अब यह मेरे लिए एक सपना ही रह गया

2/6/2022 5:01:09 PM

बॉलीवुड तड़का टीम. सुरों की मल्लिका और स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से पूरा देश गमगीन है। फिल्म इंडस्ट्री में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। स्टार्स सोशल मीडिया के जरिए और कई उन्हें घर जाकर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। वहीं फिल्ममेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री भी लता दीदी के निधन से बेहद आहत हैं। उन्होंने हाल ही में मीडिया के साथ बातचीत में शोक व्यक्त किया और उनके साथ यादों को भी ताजा किया है।

 

विवेक रंजन ने बताया कि लता मंगेशकर ने पिछले साल मार्च में आगामी फिल्म 'कश्मीर फाइल्स' के लिए एक गाना रिकॉर्ड करने के लिए हामी भरी थी। कश्मीर फाइल्स में कोई गाना नहीं है। यह एक दुखद फिल्म है लेकिन यह कश्मीर के पीड़ितों को एक श्रद्धांजलि भी है। दरअसल मैंने फाइल्स के लिए एक कश्मीरी सिंगर का लोकगीत रिकॉर्ड किया था और मैं चाहता था कि लता दीदी इसे गाएं। उन्होंने फिल्मों के लिए गाना बंद कर दिया था लेकिन मैंने उनसे यह गाना रिकॉर्ड करने की रिक्वेस्ट की थी।'

 

विवेक ने आगे कहा, 'लता दीदी पल्लवी जोशी (विवेक की पत्नी) के काफी नजदीक थी इसलिए वह हमारी फिल्म के लिए गाने के लिए राजी हो गई थीं। कश्मीर उनके दिल के बहुत करीब था और उन्होंने कहा कि वह कोविड खत्म होने के बाद वह इस गाने को रिकॉर्ड करेंगी। हम लोग गाना रिकॉर्ड किए जाने का इंतजार कर रहे थे लेकिन अब ऐसा कभी नहीं हो सकेगा। यह गाना मेरे लिए एक सपना ही रह गया।'

 

 

लता के साथ अपनी पुरानी यादें ताजा करते हुए विवेक ने कहा, 'मुझे याद है कि जब में फिल्म इंडस्ट्री में नया था तो मैंने एक शो किया था जहां लता दीदी आई थीं। आजकल एक्टर्स और सिंगर्स सेलेब्रिटी की तरह व्यवहार करते हैं लेकिन सबसे बड़ा सितारा होने के बावजूद लता दीदी बेहद सादगी से भरपूर थीं। आप जब उनसे मिलते तो वह आपको अपनी मां जैसी लगती थीं, इतनी ममता थी उनके अंदर। उन्होंने मुझसे कहा था- आपके अंदर इतनी प्रतिभा है, कभी आपको जरूरत पड़े तो निसंकोच मुझे बताएं।'

 

विवेक ने लता मंगेशकर के बारे में आगे बात करते हुए कहा, 'एक चीज और जो लोग उनके बारे में नहीं जानते हैं, वह यह है कि उन्हें रिऐलिटी शोज और फिल्में बहुत पसंद थे। हालांकि उन्होंने थिएटर जाना बंद कर दिया था लेकिन अगर उन्हें किसी की परफॉरमेंस अच्छी लगती थी तो वह उन्हें लड्डू, मिठाई और फूल भेजती थीं। लता जी की पर्सनैलिटी का यह भाग लोगों को नहीं पता है। वह अपने देश से बहुत प्यार करती थीं और देश को सम्मान दिलाने वाले लोगों को खुद कॉल कर उन्हें बधाई दिया करती थीं।'

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suman prajapati