11 सालों से बेरोजगार हैं लगान फिल्म की ''केसरिया'', दवाई खरीदने तक के नहीं हैं पैसे, आर्थिक हालत पर छलका परवीना बानो का दर्द

9/24/2021 4:00:16 PM

बॉलीवुड तड़का टीम. मशहूर फिल्म लगान में केसरिया की भूमिका निभा चुकीं परवीना बानो की इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं। उन्हें खाने तक के लाले पड़े हैं। जहां तक कि दवाईयां खरीदने तक के लिए भीउनके पास पैसे नहीं बचे हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू परवीना ने अपनी तंगहाली पर दर्द बयां किया है।


परवीना बानो ने बताया कि मैं घर पर अपनी बेटी और छोटी बहनों के साथ रहती हूं। पति से अलगाव के बाद घर पर केवल मैं ही कमाने वाली बची थी। मैं छोटे-मोटे किरदार कर पैसे कमाया करती थी। मेरा भाई देखभाल किया करता था लेकिन उसे भी कैंसर हो गया। मैंने लगान से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसमें आमिर खान के जो भाई बने थे गोली मैं उनके ऑपोजिट थी। मेरे किरदार का नाम केसरिया था। 

 

42 साल की परवीना ने आगे कहा- 2011 में मुझे ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। ब्रेन स्ट्रोक के बाद मुझे पैरालाइज का स्ट्रोक भी आया था। पिछले सात-आठ साल से यही प्रॉब्लम झेल रही हूं। इसके बाद से ही मेरी तबीयत खराब होती चली गई। खुद के इलाज में इतने पैसे चले गए कि उसका हिसाब नहीं। तब से मैं बिना काम के घर पर ही हूं। मेरी बहन असिस्टेंट डायरेक्टर का काम करती थी। वो जैसे तैसे परिवार चला रही थीं लेकिन लॉकडाउन ने उसकी नौकरी भी छीन ली। अब तो हमारे यहां कमाई का कोई साधन ही नहीं बचा है।


एक्ट्रेस ने आगे कहा- मैंने मदद के लिए कई लोगों से बात की, लेकिन कोई खास रिस्पॉन्स नहीं मिला। सिन्टा वालों ने राशन वगैरह भिजवाया। राजकमल जी ने भी दो बार राशन भेजा। आज भी मेरा इलाज चल रहा है। मुझे हर हफ्ते 1800 रुपये दवाईयों में लगते हैं। इसके अलावा घर का किराया, राशन, इलेक्ट्रिसिटी बिल अलग से है। मैंने पहले ये बातें इस डर से नहीं बताईं कि कहीं इंडस्ट्री में यह बात न फैल जाए कि मैं बीमार हूं और मुझे फ्यूचर में काम मिलना न बंद हो जाए। बस मेरी यही गुजारिश है कि इलाज अच्छे से हो जाए ताकि मैं आगे चलकर काम कर सकूं।


उन्होंने कहा- अगर मेरा इलाज और दवाईयों का इंतजाम सही से हो गया, तो मैं काम पर दोबारा वापस लौट सकती हूं, लेकिन इलाज और दवाईयों के पैसे का सोचकर ही दम निकलता है।  
 

Content Writer

suman prajapati