''मुझे लगा भगवान ढह गए...सद्गुरु की हालत देख टूटा कंगना का दिल,कहा-''वो ठीक हो जाएं वरना सूरज नहीं उगेगा, पृथ्वी नहीं हिलेगी''

3/21/2024 12:38:22 PM

मुंबई: आध्यात्मिक नेता सद्गुरु यानी जग्गी वासुदेव इस समय दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हाॅस्पिटल में भर्ती हैं। एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि जाने-माने आध्यात्मिक नेता सद्गुरु यानी जग्गी वासुदेव की हालत गंभीर बताई। सद्गुरु के सिर में 'जानलेवा' रक्तस्राव के बाद उनकी इमरजेंसी ब्रेन सर्जरी हुई। अब वह ठीक हो रहे हैं। सद्गुरु की सर्जरी पर उनके चाहने वालों ने कई सारे रिएक्शन दिए और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। इस लिस्ट में एक्ट्रेस कंगना रनौत का नाम भी शामिल है।

 

कंगना ने कहा कि उन्हें पहले कभी यह ख्याल नहीं आया कि वह हमारी तरह ही हड्डियों, खून और मांस से बने हैं।

 

कंगना ने ट्वीट कर लिखा-'आज जब मैंने सद्गुरु जी को आईसीयू में बिस्तर पर लेटे हुए देखा तो मैं अचानक उनकी इस दशा से प्रभावित हुई। इससे पहले मुझे कभी यह ख्याल ही नहीं आया कि वह भी हमारी ही तरह हड्डियों, खून और मांस से बने हैं।'

 

अपनी बात जारी रखते हुए कंगना ने कहा-'मुझे लगा कि भगवान ढह गए हैं, मुझे लगा कि पृथ्वी हिल गई है, आकाश ने मुझे छोड़ दिया है, मुझे लगता है कि मेरा सिर घूम रहा है, मैं इस वास्तविकता को समझ नहीं पा रही हूं और इस पर विश्वास नहीं करना चाहती हूं, लेकिन फिर अचानक मैं टूट गई, आज लाखों लोग मेरा दुख साझा करते हैं, मैं अपना दर्द आप सभी के साथ शेयर करना चाहती हूं, मैं इसे रोक नहीं पा रही हूं। बेहतर होगा कि वह ठीक हो जाएं अन्यथा सूरज नहीं उगेगा, पृथ्वी नहीं हिलेगी। यह पल निर्जीव और स्थिर लटका हुआ है।'

गौरतबल है कि बुधवार को सद्गुरु ने अपने अस्पताल के बिस्तर से इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया था। उन्होंने कहा- 'अपोलो अस्पताल के न्यूरोसर्जन ने कुछ खोजने की कोशिश करने के लिए मेरे ब्रेन को काटा लेकिन कुछ नहीं मिला- पूरी तरह से खाली है इसलिए उन्होंने हार मान ली और इसे ठीक कर दिया। मैं यहां दिल्ली में हूं, सिर पर पट्टी बंधी हुई है लेकिन दिमाग में चोट नहीं है।'

 

अस्पताल ने कहा कि सद्गुरु पिछले चार सप्ताह से गंभीर सिरदर्द से पीड़ित थे। दर्द की गंभीरता के बावजूद, उन्होंने अपने कार्यक्रम और सामाजिक गतिविधियां जारी रखीं और 8 मार्च को एक महाशिवरात्रि समारोह भी आयोजित किया।


बता दें कि कंगना अक्सर सद्गुरु के साथ अपनी मुलाकातों और ईशा फाउंडेशन, कोयंबटूर की अपनी यात्राओं की तस्वीरें शेयर करती हैं।

 

Content Writer

Smita Sharma