फिलिस्तीन का सपोर्ट करते हुए इरफान पठान ने पढ़ाया इंसानियत का पाठ, भड़की कंगना ने दिलाई बंगाल हिंसा की याद,क्रिकेटर बोला- मेरे ट्वीट देश हित में होते पर आप....

5/14/2021 7:35:37 AM

मुंबई: बाॅलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत हर मुद्दे पर अपना बेबकारी बयान रखती हैं। सोशल मीडिया पर अक्सर उनकी स्टार्स संग जुबानी जंग देखने को मिलती हैं। इतना ही नहीं तेज तरार राजनेता भी उनकी नजरों से बच नहीं पाता। इसी बीच कंगना का पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान के साथ पंगा हो गया। दरअसल, इन दिनों इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जंग जारी है।

इस मुद्दे पर दुनिया भर के लोग फिलिस्तीन का साथ दे रहे हैं। कंगना और इरफान पठान भी  इजरायल-फिलिस्तीन के मुद्दे पर आपस में भिड़ गए। इसकी शुरुआत इरफान पठान के ट्वीट से हुई। इरफान ने फिलीस्तीन के समर्थन में मंगलवार को एक ट्वीट किया था। उनके इस बयान पर कंगना ने रिएक्ट किया। कंगना ने इसके लिए केराकत से बीजेपी दिनेश चौधरी के ट्वीट का सहारा लिया।

 

इरफान ने मंगलवार को ट्वीट कर फिलिस्तीन का समर्थन किया था। उन्होंने ट्वीट किया था-'अगर आपमें जरा सी भी मानवता है तो आप जो फिलिस्तीन में हो रहा है उसका समर्थन नहीं करेंगे।' इरफान ने दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा के ट्वीट को भी रिट्वीट किया था। रबाडा ने ट्वीट में #PrayforPalestine लिखा था।

इरफान पठान का ये ट्वीट देख कंगना बौखला गई। उन्होंने इंस्टा की स्टोरी पर एक पोस्ट साझा कर इरफान पठान पर निशाना साधा है। कंगना ने लिखा-'इरफान पठान को दूसरे देश से तो इतना लगाव है लेकिन खुद के देश में बंगाल पर ट्वीट नहीं डाला पाए।' इरफान पठान को कंगना का यह जवाब पसंद नहीं आया। उन्होंने कंगना को याद दिलाया कि उनके ऐसी ही बयानों के कारण उनका ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया था।

 

इरफान ने जवाब देते हुए लिखा-'मेरे सारे ट्वीट मानवता या देशवासियों के लिए होते हैं। इसमें उस आदमी का नजरिया होता है जिसने देश का सर्वोच्च स्तर पर प्रतिनिधित्व किया है। दूसरी ओर मुझे कंगना, जिनका अकाउंट नफरत फैलाने की वजह से सस्पेंड कर दिया गया और कुछ ऐसे लोग जिनके पेड अकाउंट से सिर्फ नफरत फैलाई जाती है, से सुनना पड़ता है।' 

 

बता दें कि मंगलवार को इस्राइल ने हमास के पॉलिटिकल विंक के ऑफिसर पर हमला करते हुए 13 मंजिला बिल्डिंग गिरा दी। माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच इस जंग की शुरुआत रविवार 9 मई 2021 को हुई थी। दोनों ओर से रॉकेट हमले जारी हैं।साल 1966 के बाद लोद शहर में पहली बार पूरी तरह से इमरजेंसी लगाई गई है।


 

Content Writer

Smita Sharma